101+ 4 Line Heart Touching Shayari in Hindi | हार्ट टचिंग शायरी (2024)
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ 4 Line Heart Touching Shayari in Hindi 4 लाइन हार्ट टचिंग शायरी इन हिंदी बताई है। दोस्तों जैसा कि हम जानते हैं जब कोई व्यक्ति किसी से धोखा खाता है या फिर किसी व्यक्ति ने उसे धोखा दिया होता है या फिर उसकी गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड या फिर उसका कोई खास व्यक्ति उसको छोड़ कर चला जाता है तब वह बिल्कुल अकेला महसूस करता है उसको अंदर ही अंदर काफी ज्यादा हर्ट होता है।
उस समय व्यक्ति पूरी तरह से टूट चुका होता है इसलिए वह 4 Line Heart Touching Shayari in Hindi 4 लाइन हार्ट टचिंग शायरी इन हिंदी को पढ़ना पसंद करता है। इसलिए हमने आपको आज के इस आर्टिकल में 101 से भी ज्यादा 4 लाइन हार्ट टचिंग शायरी बताई है जिनको आप बहुत ही आसानी के साथ पढ़ सकते हैं और यह शायरी बहुत ही बेहतरीन और का जवाब शायरी हैं। आईए जानते हैं 101 से भी ज्यादा हार्ट टचिंग शायरी कौन सी है।
125+ One Sided Love Shayari in Hindi
हमारे लिए उनके दिल में चाहत न थी,
किसी खुशी में कोई दावत ना थी।
हमने दिल उनके कदमों में रख दिया,
पर उन्हें जमीन देखने की आदत ना थी।
हमसे पूछो क्या होता है पल पल बिताना,
बहुत मुश्किल होता है दिल को समझाना।
जिंदगी तो बीत जाएगी एक दिन,
बस मुश्किल होता है कुछ लोगों को भूल पाना।
वह रोहित तो मगर मुंह मोड़ कर रोए,
कोई मजबूरी हो गई जो दिल तोड़ कर रोए।
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े,
मेरे बाद वह उन्हें जोड़-जोड़ कर रोए।
उल्फत में अक्सर ऐसा होता है,
आंखें हंसती हैं और दिल रोता है।
मानते हैं हम जिन्हे मंजिल अपनी,
हमसफर उनका कोई और होता है।
दुनिया में मैं अपनी कमी छोड़ जाऊंगा,
राहों पर इंतजार की लकीर छोड़ जाऊंगा।
याद रखना एक दिन मुझे ढूंढते फिरोगे,
आंखों में आपके में नमी छोड़ जाऊंगा।
ख्वाहिशें तमाम पिघलने लगी है,
फिर से एक और शाम ढलने लगी है।
उनसे मुलाकात के इंतजार में बैठे हैं,
अब यह जिद भी तो हद से गुजरने लगी है।
आंखों के इंतजार का देकर हुनर चला गया,
चाहत है एक शख्स को जाने किधर चला गया।
दिन की वह महफिलिंग गई रातों के रथजगे गए,
कोई समेट कर मेरे शाम-ओ-शहर चला गया।
जिंदगी से क्यों रूठ गए हो तुम,
इतने मायूस क्यों हो गए हो तुम।
जरूर तुम्हारा भी किसी ने दिल तोड़ा है,
जो इतनी गमगीन हो गए हो तुम।
उल्फत में अक्सर ऐसा होता है,
आंखें हंसती हैं और दिल रोता है।
मानते हैं हम जिन्हे मंजिल अपनी,
हमसफर उनका कोई और होता है।
हमसे पूछो क्या होता है पल-पल बिताना,
बहुत मुश्किल होता है दिल को समझना।
जिंदगी तो बीत जाएगी एक दिन,
बस मुश्किल होता है कुछ लोगों को भूल पाना।
अजीब तरह से सोचा था जिंदगी के लिए,
जीना मरना था सिर्फ उसी के लिए।
वह मुझे तन्हा छोड़ गया तो यकीन आया,
कोई नहीं मरता किसी के लिए।
मोहब्बत की यह इप्तिदा चाहता है,
मेरा इश्क तुझसे वफा चाहता है।
यह आंखों के दरिया नशीले नशीले,
इन आंखों में दिल डूबना चाहता है।
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,
वरना हमको कहां तुमसे शिकायत होगी।
यह तो वही बेवफा लोगों की दुनिया है,
तुम अगर भूल भी जाओ तो रिवायत होगी।
दिल से रोए मगर होठों से मुस्कुरा बैठे,
यूं ही हम किसी से वफा निभा बैठे।
वह हमें एक लम्हा ना दे पाए प्यार का,
और हम उनके लिए जिंदगी लुटा बैठे।
क्या अजीब था उनका मुझे छोड़ कर जाना,
सोना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं।
कुछ इस तरह बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लूटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं।
दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है,
ख्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है।
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा,
वफा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है।
मुझे उसके आंचल का आशियाना ना मिला,
उसकी जुल्फों की छांव का ठिकाना ना मिला।
कह दिया उसने मुझको ही बेवफा,
मुझे छोड़ने के लिए कोई बहाना ना मिला।
जब भी उनकी गली से गुजरते हैं,
मेरी आंखें एक दस्तक दे देती हैं।
दुख यह नहीं वह दरवाजा बंद कर देते हैं,
खुशी यह है कि वह मुझे पहचान लेते हैं।
मजबूरी में जब कोई जुदा होता है,
जरूरी नहीं कि वह बेवफा होता है।
देख कर वह आपकी आंखों में आंसू,
अकेले में आपसे भी ज्यादा रोता है।
पाल-पाल उसका साथ निभाते हम,
एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम।
समुद्र के बीच में फरेब किया उसने,
कहते तो किनारे पर ही डूब जाते हम।
खाकर जख्म दुआ दी हमने,
बस यूं ही उम्र बिता दी हमने।
देख कर जिसको दिल दुखता था,
आज वह तस्वीर जला दी हमने।
सब खुशियां तेरे नाम कर जाएंगे,
जिंदगी भी तुझ पर कुर्बान कर जाएंगे।
तुम रोया करोगे हमें याद करके,
हम तेरे दामन में इतना प्यार भर जाएंगे।
नफरत को मोहब्बत की आंखों में देखा,
बेरुखी को उनकी अदाओं में देखा।
आंखें नम हुई और मैं रो पड़ा,
जब अपनों को गैरों की बाहों में देखा।
बिन उसकी जिंदगी दर्द तन्हाई है,
मेरी आंखों में क्यों मौत से सिमट आई है।
कहते हैं लोग इश्क को इबादत यारों,
इबादत में फिर क्यों इतनी रुसवाई है।
अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती,
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती।
इस तरह लोग मरने की आरजू ना करते,
अगर मोहब्बत में किसी की बेवफाई ना होती।
इन्तेजार रहता है हर शाम तेरा,
यादें कटती हैं लेले कर नाम तेरा।
मुद्दत से बैठे हैं यह आस पाले,
कि आज आएगा कोई पैगाम तेरा।
हम तुमसे दूर कैसे रह पाते,
दिल से तुमको कैसे भूल पाते।
काश तुम आईने में बसे होते,
खुद को देखते तो तुम नजर आते।
उसने दर्द इतना दिया कि सहा ना गया,
उसकी आदत सी थी इसलिए रहा ना गया।
आज भी रोता हूं उसे दूर देखकर,
लेकिन दर्द देने वाले से यह कहा ना गया।
सर झुकाने की आदत नहीं है हमें,
आंसू बहाने की आदत नहीं है हमें।
हम खो जाएंगे तो पछताओगे तुम,
क्योंकि वापस आने की आदत नहीं है हमें।
मेरी हर सांस में तू है,
मेरी हर खुशी में तू है।
तेरे बिन जिंदगी कुछ नहीं,
क्योंकि मेरी पूरी जिंदगी ही तू है।
बेवफा से दिल लगा लिया नादान थे हम,
गलती हमसे हुई क्योंकि इंसान थे हम।
आज जिन्हें नजरे मिलाने में तकलीफ होती है,
कुछ समय पहले उनकी जान थे हम।
मोहब्बत की सजा बेमिसाल दी उसने,
उदास रहने की आदत सी डाल दी उसने।
मैं जब अपना बनाना चाहा उसको,
बातों बातों में बात टाल दी उसने।
तो मुझे क्यों इतना याद आता है,
तो मुझे क्यों इतना तड़पाता है।
माना कि जिंदगी है सिर्फ तेरे लिए,
फिर मुझे क्यों तू इतना रुलाता है।
छोड़ गए हमको वह अकेले ही राहों में,
चल दिए रहने वह औरों की पनाहों में।
शायद मेरी चाहत उन्हें रास नहीं आई,
तभी तो सिमट गए वह गैर की बाहों में।
मेरी वफा के काबिल नहीं हो तुम,
प्यार मिले ऐसे इंसान नहीं हो तुम।
दिल क्या तुम पर एतबार करेगा,
प्यार में धोखा दिया ऐसे बेवफा हो तुम।
ए दोस्त कभी जिक्र-ए-जुदाई ना करना,
मेरे भरोसे को रुसवा ना करना।
दिल में तेरे कोई और बस जाए तो बता देना,
मेरे दिल में रहकर बेवफाई ना करना।
तेरी चौखट से कर उठाऊं तो बेवफा कहना,
तेरे सिवा किसी और को चाहूं तो बेवफा कहना।
मेरी वफाओं पर शक है तो खंजर उठा लेना,
मैं शौक से ना मर जाऊं तो बेवफा कहना।
दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है,
ख्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है।
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा,
वफा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है।
कभी-कभी तो कभी जुदा था तू,
जाने किस-किस से खफा था तू।
मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीन था,
पर जमाना सच ही कहता था बेवफा है तू।
काश कि हम उनके दिल पर राज करते,
जो कल था वही प्यार आज करते हैं।
हमें गम नहीं उनकी बेवफाई का,
बस शर्मा था कि हम भी अपने प्यार पर नाज करते।
आग दिल में लगी जब वह खफा हुए,
महसूस हुआ तब जब वह जुदा हुए।
करके वफा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब बेवफा हुए।
वह कह कर गई थी कि लौट कर आऊंगी,
मैं इंतजार ना करता तो क्या करता।
वह झूठ भी बोल रही थी बड़े सलीके से,
मैं एतबार ना करता तो क्या करता।
मैंने कुछ इस तरह से खुद को संभाला है,
तुझे बुलाने को दुनिया का भरम पाला है।
आप किसी से मोहब्बत में नहीं कर पाता,
इसी सांचे में एक वफा ने मुझे डाला है।
इंसान के कंधों पर इंसान जा रहा था,
कफन से लिपटा हुआ अरमान जा रहा था।
जैसे भी मिली बेवफाई मोहब्बत में,
वफा की तलाश में शमशान जा रहा था।
अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती,
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती।
इस तरह लोग मरने की आरजू ना करते,
अगर मोहब्बत में किसी की बेवफाई ना होती।
हमने जरा खता क्या कि तुम नाराज हो गए,
हम जरा दूर क्या हुए तुम उदास हो गए।
हम जरा बुरे क्या हुए तुम बेवफा हो गए,
तुम जरा बेवफा क्या हुए हम बदनसीब हो गए।
मेरे गम ने उनके होश खो दिए,
समझाते समझाते वह भी रो दिए।
फिर भी ना समझा मैं उनकी बेवफाई,
उनके प्यार में दोस्त यार सब खो दिए।
कभी जो हमसे प्यार बेशुमार करते थे,
कभी जो हम पर जान निसार करते थे।
भरी महफिल में हमको बेवफा कहते हैं,
जो खुद से ज्यादा हम पर ऐतबार करते थे।
कभी तुम्हारी याद आती है,
तो कभी तुम्हारे ख्वाब आते हैं।
मुझे सताने के साली के तो तुम्हें,
एक नहीं हजार आते हैं।
हम तुमसे दूर कैसे रह पाते,
दिल से तुमको कैसे भूल पाते।
काश तुम आईने में बसे होते,
खुद को देखते तो तुम नजर आते।
कभी गम तो कभी तन्हाई मार गई,
कभी याद आकर उनकी जुदाई मार गई।
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गई।
खता हो गई तो फिर सजा सुना दो,
दिल में इतना दर्द क्यों है बता दो।
देर हो गई याद करने में जरूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे यह ख्याल मिटा दो।
अनजाने में हम अपना दिल गबा बैठे,
इस प्यार में कैसा धोखा खाकर बैठे।
उनसे क्या गिला करें भूल हमारी थी,
पजो बिन दिल वालों से दिल लगा बैठे।
बीते पल वापस ला नहीं सकते,
सूखे फूल वापस खिला नहीं सकते।
कभी-कभी लगता है आप हमें भूल गए,
पर दिल कहता है कि आप हमें भुला नहीं सकते।
इश्क सभी को जीना सिखा देता है,
वफा के नाम पर मरना सिखा देता है।
इश्क नहीं किया तो करके देखो,
जालिम हर दर्द सहना सिखा देता है।
परछाई आपकी हमारे दिल में है,
यादें आपकी हमारी आंखों में है।
कैसे भूलाए हम आपको,
प्यार आपका हमारी सांसों में है।
ना समझ में भूल गया हूं तुझे,
तेरी खुशबू मेरी सांसों में आज भी है।
मजबूरियों ने निभाना न दी मोहब्बत,
सच्चाई मेरी वफाओं में आज भी है।
आंखों में तेरी डूब जाने को दिल करता है,
इश्क में तेरे बर्बाद होने को दिल करता है।
कोई संभाले मुझे बहक रहे हैं मेरे कदम,
वफा में तेरी मर जाने को दिल करता है।
जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गए,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गए।
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वह जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गए।
वह तो दीवानी थी मुझे तन्हा छोड़ गई,
खुद ना रुकी तो अपना साया छोड़ गई।
दुख न सही गम इस बात का है,
आंखों से करके वादा होठों से तोड़ गई।
ना पूछ मेरे सब्र के इंतहा कहां तक है,
तो सितम कर ले तेरी हसरत जहां तक है।
वफा की उम्मीद जिन्हें हो गई उन्हें होगी,
हमें तो देखना है कि तू बेवफा कहां तक है।
आग दिल में लगी जब वह खफा हुए,
महसूस हुआ तब जब वह जुदा हुए।
करके वफा कुछ दे ना सके वह,
पर बहुत कुछ दे गए जब बेवफा हुए।
प्यार करने का हुनर हमें आता नहीं,
इसीलिए हम प्यार की बाजी हार गए।
जिंदगी से उन्हें बहुत प्यार था शायद,
इसीलिए वह हमें जिंदा ही मर गए।
हमने अपनी सांसों पर उनका नाम लिख लिया,
नहीं जानते थे कि हमने कुछ गलत किया।
वह प्यार का वादा करके हमसे मुकर गए,
खैर उनकी बेवफाई से हमने कुछ तो सबक लिया।
मत जिकर कीजिए मेरी अदा के बारे में,
मैं बहुत कुछ जानता हूं वफा के बारे में।
सुना है वह भी मोहब्बत का शौक रखते हैं,
जो जानते ही नहीं वफा के बारे में।
मेरी तकदीर में जलना है तो जल जाऊंगा,
तेरा वादा तो नहीं हूं जो बदल जाऊंगा।
मुझको समझो ना मेरी जिंदगी के असूल,
एक दिन में खुद ही ठोकर खाकर संभल जाऊंगा।
चांद निकलेगा तो दुआ मांगेंगे,
अपने हिस्से में मुकद्दर का लिखा मांगेंगे।
हम तलबगार नहीं दुनिया और दौलत के,
हम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे।
हम तो तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे,
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे।
किस बात की सजा दी तूने हमको बेवफा,
हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।
दो दिलों की धड़कनों में एक साज होता है,
सबको अपनी अपनी मोहब्बत पर नाज होता है।
उसमें से हर एक बेवफा नहीं होता,
उसकी बेवफाई के पीछे भी कोई राज होता है।
हर धड़कन में एक राज होता है,
बात को बताने का एक अंदाज होता है।
जब तक ठोकर न लगे बेवफाई की,
हर किसी को अपने प्यार पर नाज होता है।
उसके चेहरे पर इस कदर नूर था,
कि उसकी याद में रोना भी मंजूर था।
बेवफा भी नहीं कह सकते उसको फ़राज़,
प्यार तो हमने किया है वह तो बेकसूर था।
ऐसा नहीं कि आप हमें याद नहीं आते,
मन के जहां के सब रिश्ते निभाए नहीं जाते।
पर जो बस जाते हैं दिल में वह भूलाए नहीं जाते,
बेवफाओं से हर तरह के रिश्ते निभाए नहीं जाते।
वफाओं की बातें की हमने जफाओं के सामने,
ले चले हम चिराग हवाओं के सामने।
उठे हैं जब भी हाथ बदली है किस्मतें,
मजबूर है खुदा भी दुआओं के आगे।
हमें ना मोहब्बत मिली ना प्यार मिला,
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला।
अपनी तो बन गई तमाशा जिंदगी,
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला।
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ,
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ।
पर अब हम प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ,
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ।
101+ Mohabbat Shayari in Hindi
कहती है दुनिया जिसे प्यार नशा है खात है,
हमने भी किया है प्यार इसलिए हमें भी पता है।
मिलती है थोड़ी खुशियां ज्यादा गम,
पर इसमें ठोकर खाने का भी कुछ अलग ही मजा है।
प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहां मालूम था,
वफा के बदले मिलेगी बेवफाई कहां मालूम था।
सोचा था तैर कर पार कर लेंगे प्यार के दरिया को,
पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहां मालूम था।
स्टेटस नहीं आता मुझे बस हाले दिल सुन रहा हूं,
बेवफाई का इल्जाम है मुझ पर फिर भी गुनगुना रहा हूं।
कत्ल करने वाले ने कातिल भी हमें ही बना दिया,
खफा नहीं उससे फिर भी मैं बस उसका दामन बचा रहा हूं।
जानकर भी तुम मुझे जान ना पाए,
आज तक तुम मुझे पहचान ना पाए।
खुद ही की है बेवफाई तुमने,
ताकि तुम पर इल्जाम ना आए।
मत पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहां तक है,
तो सितम कर ले मेरी ताकत जहां तक है।
वफा की उम्मीद की नहीं होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है तू जालिम कहां तक है।
प्यार में बेवफाई मिले तो गम ना करना,
अपनी आंखें किसी के लिए नम ना करना।
वह चाहे लाख नफरतें कर तुमसे,
पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम ना करना।
दुनिया को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे,
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे।
रुसवाईयों के ख्वाब से महफिल में आज,
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे।
न जाने क्या सोचकर लहरी साहिल से टकराती हैं,
और फिर समुद्र में लौट जाती है।
समझ नहीं आता कि किनारो से बेवफाई करती हैं,
या फिर लौटकर समंदर में वफ़ा निभाती है।
हर पल कुछ सोचते रहने की आदत हो गई,
हर आहट पर चौक जाने की आदत हो गई।
तेरे इश्क में ए बेवफा है हिज्र की रातों के संग,
हमको भी जागते रहने की आदत हो गई।
वह पानी की लहरों पर क्या लिख रहा था,
खुदा जाने हर्फ़-ए-दुआ लिख रहा था।
मोहब्बत में मिली थी नफरत उसे भी शायद,
इसलिए हर शख्स को शायद बेवफा लिख रहा था।
वफा करने से मुकर गया है दिल,
प्यार करने से डर गया है दिल।
अब किसी सहारे की बात मत करना,
झूठे दिलासों से भर गया है अब यह दिल।
जानते थे कि नहीं हो सकते कभी तुम हमारे,
फिर भी खुद से तुम्हें मांगने की आदत हो गई।
पैमाने वफा क्या है हमें क्या मालूम,
कि बेवफाओं से दिल लगाने की आदत हो गई।
जिंदगी से बस यही गिला है,
खुशी के बाद क्यों यह गम मिला है।
हमने तो उनसे वफ़ा की थी,
पर नहीं जानते थे की बेवफाई ही वफा का सिला है।
जाने मेरी आंखों से कितने आंसू बह गए,
इंसानों की इस भीड़ में देखो हम तन्हा रह गए।
करते थे जो कभी अपनी वफा की बातें,
आज वही सनम हमें बेवफा कह गए।
तेरी चौखट से शहर उठा हूं तो बेवफा कह देना,
तेरे सिवा किसी और को चाहूं तो बेवफा कह देना।
मेरी वफाओं पर शक है तो खंजर उठा लेना,
शौक से मर ना जाऊं तो मुझे बेवफा कह देना।
महफिल में कुछ तो सुनाना पड़ता है,
गम छुपा कर मुस्कुराना पड़ता है।
कभी हम भी उनके अजीज थे,
आजकल यह भी उन्हें याद दिलाना पड़ता है।
कोई भी नहीं यहां पर अपना होता,
इस दुनिया ने यह सिखाया है हमको।
उसकी बेवफाई का ना चर्चा करना,
आज दिल ने यह समझाया है हमको।
जिंदगी से बस यही एक गिला है,
खुशी के बाद न जाने क्यों गम मिला है।
हमने तो की थी वफा उनसे जी भर के,
पर नहीं जानते थे कि वफा के बदले बेवफाई सिला है।
कभी करीब तो कभी जुदा था तू,
न जाने किस-किस से खफा था तू।
मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीन था,
पर जमाना सच ही कहता था बेवफा है तू।
वह निकल गए मेरे रस्ते से इस कदर,
कि जैसे कि वह मुझे पहचानते ही नहीं।
कितने जख्म खाए हैं मेरे इस दिल ने,
फिर भी हम उसे बेवफा को बेवफा मानते ही नहीं।
उनकी मोहब्बत के अभी निशान बाकी हैं,
नाम लब पर है और जान बाकी है।
क्या हुआ अगर देख कर मुंह फेर लेते हैं,
तसल्ली है कि शक्ल की पहचान बाकी है।
एक खुशी की चाह में हर खुशी से दूर हो गए हम,
किसी से कुछ कह भी ना सके इतने मजबूर हो गए हम।
ना आए उन्हें निभाई वफा इस तोहरे इश्क में,
और जमाने की नजर में बेवफा के नाम से मशहूर हुए हम।
एक बार रोए तो रोते चले गए,
दामन अश्कों से भिगोते चले गए।
जब जाम मिला बेवफाई का तो,
खुद को पैमाने में डुबोते चले गए।
जो जख्म दे गए हो आप मुझे,
न जाने क्यों वह जख्म भरता ही नहीं।
चाहते तो हम भी हैं कि आपसे अब ना मिले,
मगर यह जो दिल है कमबख्त कुछ समझता ही नहीं।
रहा ना पाओगे भूल कर देख लो,
यकीन ना आए तो आजमा कर देख लो।
हर जगह महसूस होगी मेरी कमी,
अपनी महफिल को कितना भी सजा कर देख लो।
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे,
खुदा भी मांगे यह दिल तो टाल देंगे।
अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो,
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।
उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है,
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है।
दिल टूट कर बिखरता है इस कदर,
जैसे कोई कांच का खिलौना चोर चोर होता है।
Best 101+ Miss You Shayari in Hindi
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ 4 Line Heart Touching Shayari in Hindi 4 लाइन हार्ट टचिंग शायरी इन हिंदी बताई है। जो की बहुत ही लाजवाब और बेहतरीन शायरी है बहुत सारे लोगों ने इन शहरियों को पसंद किया है। अगर आप भी इन शायरियों को पढ़ चुके हैं तो आशा करते हैं कि आपको भी यही शायरी बहुत ही ज्यादा पसंद आई होगी। इसे आप अपने दोस्तों में शेयर करें ताकि वह भी इन शायरियों को पढ़ सके।