Best 105+ फौजी की दर्द भरी शायरी | Sad Shayari Of Army (2024)
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 105+ फौजी की दर्द भरी शायरी (Fouji Ki Dard Bhari Shayari) बताई है जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी हैं और यकीनन आपको पसंद भी आने वाली है। दोस्तों जैसा कि आप जानते ही हैं आज हम अपने घरों में चैन की नींद तभी सो पाते हैं जब एक फौजी बॉर्डर पर खड़ा होकर हमारी रक्षा कर रहा होता है दोस्तों चाहे कितनी भी ज्यादा गर्मी हो सूरज बिल्कुल आग फेंक रहा हो गर्मी की वजह से सबसे पसीने निकल रहे हो।
चाहे कितनी भी ठंड हो सभी लोग ठंड से परेशान रहते हैं लेकिन उस ठंड में भी एक फौजी कश्मीर की बर्फ पर हमारे देश की सुरक्षा कर रहा होता है। गर्मी हो या ठंड उनको कुछ भी फर्क नहीं पड़ता है और एक दिन ऐसा भी आता है कि कुछ फौजी शहीद भी हो जाते हैं। तो दोस्तों आज हमने फौजी की शायरी बताई है जिसमें फौजी अपना दर्द बताया गया है तो आएये दोस्तों जानते हैं 105 से भी ज्यादा फौजी की दर्द भरी शायरी (Fouji Ki Dard Bhari Shayari) कौन सी हैं।
ना कोई दर्द ना कोई आराम,
बस जिंदगी है देश के नाम।
फूल को श्रृंगार दो यह मुमकिन नहीं,
एक वीर को झंकार दो यह मुमकिन नहीं।
जो हाथ बांध डी सी के ऐसे मानव,
अधिकार का पालन मुमकिन नहीं।
दूध और खीर की बात करते हो हम तुम्हें कुछ भी नहीं देंगे,
कश्मीर की तरफ नजर भी उठाया तो लाहौर भी छीन लेंगे।
द्वंद कहां तक पाला जाए युद्ध कहां तक टाला जाए,
तो वंशज है राणा प्रताप का मारा जहां तक भाला जाए।
जहां हम और तुम हिंदू मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं,
कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं।
जहर पिलाकर मजहब का इन कश्मीरी परवानों को,
भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे हो नादानों को।
जो खतरों से खेल उसे खिलाड़ी कहते हैं,
जो जख्मी होने के बाद भी दुश्मन को मार गिराए उसे फौजी कहते हैं।
खुले प्रशिक्षण खुले शास्त्र है खुली हुई शैतानी है,
सारी दुनिया जान चुकी है यह हरकत पाकिस्तानी है।
कहानी है एक बात हमें इस बतन के पहरेदारों से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से।
प्यार भी भरपूर गया मांग का सिंदूर गया,
नन्हे नौनिहालों की लंगोटिया चली गई।
छोटी-छोटी बेटियों की चोटियां चली गई,
आपके लिए एक आदमी मरा है साहब,
मेरे घर की तो रोटियां ही चली गई।
नियम कायदों और कानून का सम्मान करते हैं,
फौजी तो अपने दिल में सारा हिंदुस्तान रखते हैं।
फौजी की मौत पर परिवार को दुख कम और गर्व ज्यादा होता है,
ऐसे सपूतों को जन्म देकर मां का कोख भी धन्य हो जाता है।
कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,
कभी तपती धूप में जलकर देख लेना।
कैसे होती है हिफाज़त मुल्क की,
कभी सरहद पर चल कर देख लेना।
जब हम तुम अपने महबूब की आंखों में खोए थे,
जब हम तुम खोयी मोहब्बत के किस्सों में खोए थे।
सरहद पर कोई अपना वादा निभा रहा था,
वह मां की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा था।
मिलते नहीं जो हक वह लिए जाते हैं,
है आजाद हम पर गुलाम किए जाते हैं।
उनसे सिपहियों को दिन-रात नमन करो,
जो मौत के साए में भी जिए जाते हैं।
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूं,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूं।
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ए भारत मां,
मैं अपनी मां की बाहों को तरसता छोड़ आया हूं।
देश के उन वीरों को सलाम जो सुरक्षा का एहसास दिलाते हैं,
जो हथेली पर रख कर जान हमारी हिफाजत का जिम्मा उठाते हैं।
जो जहरीले सांपों को लपेट वही पेड़ चंदन है,
जो शत्रुओं का सीना चीर दे ऐसे वीरों को बंदन है।
वतन पर जान लुटाने का नया पैगाम आया है,
सरहद पार दुश्मन को हमने झुकना सिखाया है।
सरहद से जब तू वापस आए,
तो उम्र भर कहीं ना जाए।
हम दोनों के दिल की बात जो रह गई अधूरी,
उन बातों को हम एक दूजे को बताएं।
कुछ दर्द को शब्द भी बयान नहीं कर पाते हैं,
सैनिक का शव देखकर उसकी मां बोली,
जब आप भरती के समय एक इंच भी काम नहीं लेते हैं,
तो मैं अपने बेटे का आधा शरीर कैसे ले लूं।
रिवायत सी बन गई है देशभक्ति तो जनाब,
बस लोग तारीखों पर फर्ज अदा करते हैं।
हम चैन से सो पाए इसलिए ही वह सो गया,
वह भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया।
हमारी दिवाली में रोशनी इसलिए है,
क्योंकि सरहद पर अंधेरे में कोई खड़ा है।
सीमा नहीं बना करती कागज खींची लकीरों से,
यह घटती बढ़ती रहती है वीरों की शमशेरों से।
हम हर पल सच्चे भारतीय बनकर देश के प्रति अपना फर्ज निभाएंगे,
जरूरत पड़ी तो लहु का एक-एक कतरा देकर इस धरती का कर्ज चुकाएंगे।
अपना घर छोड़कर सरहद को अपना ठिकाना बना लिया,
जान हथेली पर रखकर देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया।
मेरे जज्बातों से मेरा कलम इस कदर वाकिफ हो जाता है,
में इश्क भी लिखना चाहूं तो इंकलाब लिख जाता है।
Best 105+ भारतीय सेना पर शायरी
मरने के बाद भी जिसके नाम में जान है,
ऐसे जांबाज सैनिक हमारे भारत की शान है।
चीर कर बहा दूँ लहू दुश्मन के सीने का,
यही तो मजा है फौजी होकर जीने का।
वतन की मोहब्बत में खुद को तपाए बैठे हैं,
मरेंगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाए बैठे हैं।
जिनमें अकेले चलने के हौसले होते हैं,
एक दिन उन्हें के पीछे काफिले होते हैं।
या तो मैं तिरंगा गाड़ के आऊंगा,
या फिर तिरंगा में लिपट कर आऊंगा।
कोई छूटा हुआ भारत का टुकड़ा कश्मीर पानी की कोशिश कर रहा है,
जैसे कोई टूटा हुआ ना खून फिर हाथ पाने की कोशिश कर रहा है।
मेरी कुर्बानी भी वतन के नाम और मेरी जिंदगानी भी वतन के नाम,
मैं रहूं तो भी वतन के नाम ना रहूं तो भी वतन के नाम।
बिक रहा है मुल्क मेरा बिक रहे हैं लोग,
बिक ना जाऊं मैं कभी बस यही है खौफ।
घुट रहा है दम मेरा कह रहे हैं लोग,
बुझ न जाए यह दिया अब बस यही है खौफ।
कुछ की मौत मौत होती है और कुछ की होती शहादत,
कुछ मरते जैसे सब है मरते पर कुछ के नाम पर जन्नत।
अगर कतरा आखरी भी हो यह मेरा तो भी बहने दूंगा,
मैं रहूं या ना रहूं पर तिरंगे को ना झुकने दूंगा।
जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता,
सोने में सिमट कर मर रहे हैं कई मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता।
यह बात हवाओं को बताएं रखना,
रोशनी होगी बस चिरागों को जलाए रखना।
लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना।
काश मेरी जिंदगी में सरहद की कोई शाम आए,
मेरी जिंदगी मेरे वतन के काम आए।
ना खौफ है मौत का न आरजू है जन्नत की,
लेकिन जब कभी जिक्र हो शहीदों का काश मेरा भी नाम आए।
हर वक्त मेरी आंखों में धरती का स्वपन हो,
जब कभी मारूं तो तिरंगा मेरा कफन हो।
और कोई ख्वाहिश नहीं जिंदगी में,
जब कभी जन्म लूँ तो भारत मेरा वतन हो।
वतन हमारा ऐसे ना छोड़ पाए कोई,
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई।
दिल हमारे एक हैं एक है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान।
ना पूछो जमाने को क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ यह है कि हम सिर्फ हिंदुस्तानी हैं।
खुशनसीब है वह जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वह लोग अमर हो जाते हैं।
करता हूं उन्हें सलाम ए वतन पर मिटने वालों,
तुम्हारी हर सांस में तिरंगे का नसीब बसता है।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है।
हम लहराएंगे हर जगह यह तिरंगा,
नशा यह हिंदुस्तान की शान का है।
नींद उड़ गयी यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए,
आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए।
जो देश की हिफाजत के लिए सरहद पर आते हैं,
अक्सर उनके इश्क के किस्से अधूरे रह जाते हैं।
आसान नहीं है फौजी बनना,
रगो में जज्बात की जगह लोहा भरना पड़ता है।
मर जायेंगे लड़ते-लड़ते अपने मुल्क के दुश्मन से,
तर जायेंगे लड़ते-लड़ते अपने मुल्क के दुश्मन से।
गुज़ारिश है इन हवाओं से आज ज़रा तेज बहे,
बात मेरे देश की शान तिरेंगे के लहराने की है।
न झुकने दिया तिरंगे को, न युद्ध कभी ये हारे हैं,
भारत माता तेरे वीरों ने, दुश्मन चुन चुन कर मारे हैं।
जिक्र अगर असली हीरो का होता है,
तो जुवां पर नाम इस देश के वीरों का होता है।
दुश्मन को गोली के निशाने पे लिए बैठा हूँ
मेरी ज़िन्दगी को मैं मौत के मुहाने पे लिए बैठा हूँ
दफन कर दूंगा हर कोशिश मैं दुश्मन-ऐ-हिन्द की
मेरे देश की दुआओं का मैं तूफ़ान लिए बैठा हूँ।
दुःख की घडी है तो आक्रोश का समा है,
जिसका लहू उबल रहा हे वही भारत का नौजवान है।
जिनके हाथों से तिरंगा न सम्भाला जाए,
ऐसे नेताओं को देश से निकाला जाए।
दुनिया शांति की खोज में है,
हम रक्षा करने के लिए तैयार हैं।
ऐ जिंदगी जब तुझे समझ लिया तो मौत क्या चीज है,
तू ही बता ऐ वतन तुझसे बड़ी भी कोई चीज है।
देशप्रेम का दीपक यूँ ही हम सबके दिलो में जलता रहे,
जब तक जिए तब तक देश के सेवा करें।
हमारे बारे में इतना मत सोचना,
हम हर बार अलग अंदाज में आते हैं।
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है।
ये वीरों की धरती है शेर एक से एक यहां,
रग-रग में बस जुनूं भरा है हुए शहीद अनेक यहां।
इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पर मरता है हर कोई।
कभी वतन को महबूब बना कर देखो,
तुम पर मरेगा हर कोई।
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं।
Best 105+ Gym Shayari in Hindi
बाज़ी लगा देंगे अपनी जान की,
जब बात चलेगी हिंदुस्तान की।
सर्दी मास्टर और लैक्चरों के लिए बढ़ी सहाब,
खेत में किसान और सीमा पर जवान तो आज भी वही है।
वो ज़िन्दगी क्या जिसमें देश भक्ति न हो,
और वो मौत क्या जिसमें तिरंगा साथ न हो।
चिरागों को हवाओं में उछाला जा रहा है,
हवाओं पर भी रौब डाला जा रहा है।
फ़ौजी ही तो बुनियाद है आंतरिक सुरक्षा के,
और उन्हें ही नौकरी से निकाला जा रहा है।
कभी भी दुश्मन से पीछे हटने का ख्याल नहीं किया,
क्योंकि वीरता मेरे खून में है।
हमारे आने वाले अच्छे कल के लिए,
फौजी अपना आज न्यौछावर करते है।
जब तक बची हे एक बून्द भी लहू की
तब तक भारत माँ का आँचल नीलाम न होने देंगे।
अगर किसी पर मर मिटना ही इश्क है तो,
यकीनन एक फौजी से बड़ा आशिक कोई नहीं हो सकता।
वो लड़की बहुत खुश किस्मत होती है,
जिसकी शादी के फौजी के साथ होती है।
मेरे देश के वीरो को ललकार ने की कोशिश मत करो,
ए दुश्मनों वरना नाश नहीं सर्वनाश होगा।
एक फौजी कितना भी बूढ़ा हो जाये,
कहलाता जवान ही है।
हर रोज जान देनी पडती हैं सीमा पर पहरेदारो को,
तब भी घर मे बैठे बैठे डर लगता है कुछ गद्दारो को।
सर्दी मास्टर और लैक्चरों के लिए बढ़ी सहाब,
खेत में किसान और सीमा पर जवान तो आज भी वही है।
फूल को श्रृंगार दो ये मुमकिन नहीं,
एक वीर को झंकार दो ये मुमकिन नहीं।
जो हाथ बाँध दे सेना के,
ऐसे मानव अधिकार का पालन मुमकिन नहीं।
शूरवीर वह होता है जो दुनिया को,
अपने साहस और समर्पण से प्रेरित करता है।
आतंकी को माफ करना ईश्वर का काम हो सकता है,
लेकिन उन्हें ईश्वर तक पहुंचना हमारा काम है।
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान है,
सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है।
फना होने की इज़ाज़त ली नहीं जाती,
वतन की मोहब्बत है जनाब पूंछ कर की नहीं जाती।
जो जीता है दूसरों के लिए,
वही एक फौजी कहलाया।
मातृभूमि की रक्षा हम दिन रात करते है,
दुश्मनो के लिए हम जिगर में अंगार रखते है।
आरजू बस यही है दम निकले तो तेरी बन्दगी में,
जय हिंद का नारा हो, तिरंगा कफ़न हमारा हो।
फ़ौजी भी बेमिसाल होते है,
अजनबी होते हुए भी दिल के समीप होते हैं।
हम महफूज रहे त्यौहारों में वे सरहद पर गोली झेलते है ,
जरा याद उन्हे भी कर लो जो खून से होली खेलते है।
देख फौजन तुझे हर ख़ुशी मिलेगी जो तू मुझसे कहेगी,
लेकिन इतना याद रखना मेरी पहली मोहब्बत मेरी माँ ही रहेगी।
शौर्य साहस का तू चन्दन हैं,
हे मातृभूमि के वीर तुम्हारा वन्दन हैं।
अगर वतन की रक्षा मैं मेरी शहादत भी हो जाये,
कसम है भारत माता की मैं हँसकर मौत को चूम लू।
क्या भारत इसका जबाब न देगा,
ये समझना तेरी सबसे बड़ी नादानी है।
आज़ादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी कभी बदनामी न होने देंगे।
मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिन्दा रहू इस मातृ-भूमि के लिए,
और जब मरू तो तिरंगा कफन चाहिए।
सीना ताने खड़े रहे हम सरहद की हर चोटी पर,
जो खाकर हम भूख मिटाते फर्ज लिखा उस रोटी पर।
अभिमान तिरंगे पर हमको खुद पर गुरुर नहीं करते,
अपने हिन्द की रक्षा में हम कभी किसी से ना डरते।
अगर किसी पर मर मिटना ही इश्क है तो,
यकीनन एक फौजी से बड़ा आशिक कोई नहीं हो सकता।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 105+ फौजी की दर्द भरी शायरी (Fouji Ki Dard Bhari Shayari) बताई है जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी हैं और यकीनन आपको पसंद भी आई होगी। दोस्तों अगर आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया हो तो ऐसे अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें ताकि वह भी हमारे आज के इस आर्टिकल को पढ़ सके और वह भी फौजी की दर्द भरी शायरी (Fouji Ki Dard Bhari Shayari) को पढ़ सके।