स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी – 15 अगस्त (2024) के लिए उर्दू में शायरी

स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी
1.5/5 - (2 votes)

स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट पर. आज के लेख में हम “स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी” के बारे में बताएंगे. दोस्तों अगर आप 15 अगस्त पर उर्दू में शायरी पढ़ना चाहते हैं, तो आप सही जगह आए हैं. क्योंकि आज के इस लेख में हम उन शायरों की शायरी आपको बताएंगे जो उर्दू में शायरी लिखते हैं और यहां आपको बेहतरीन स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी देखने को मिलेंगी.

15 अगस्त 1947 को हमारा देश भारत आजाद हुआ और इस दिन जगह-जगह भारतीय झंडा हमारा प्यारा तिरंगा फहराया जाता है, और प्रोग्राम होते हैं. सबसे बड़ा प्रोग्राम दिल्ली के लाल किला पर होता है और देश के प्रधानमंत्री द्वारा तिरंगा फहराया जाता है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी पढ़ने के लिए आप हमारे वेबसाइट से दिल को छू जाने वाली उर्दू में शायरी पढ़ सकते हैं, और किसी भी प्रोग्राम में भी इनको पढ़ सकते हैं.

स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी पढ़ने के लिए हमारे लेख को अंत तक ध्यान से पढ़े ताकि आप सभी बेहतरीन शायरी पढ़ सकें. आज भारत में स्वतंत्रता दिवस की तैयारी बहुत ही धूमधाम से चल रही है, क्योंकि बहुत ही कम दिन बचे हैं इस स्पेशल दिन के आने के, इसी मौके पर कुछ लोग देश के ऊपर दोहे, गीत, कहानियां और शायरी तलाश करते हैं, जिससे कि वह भी अपने अल्फाजों में देश के ऊपर जान निछावर कर सके. आज हम आपको ऐसे ही लोकप्रिय और सबसे स्पेशल स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी लेकर आए हैं जिन्हें आप आने वाले 15 अगस्त के मौके पर पढ़ सकते हैं.

पति पत्नी के सुविचार हिंदी में (2023)

दिल से निकलेगी न मरकर भी वतन की उल्फत,

मेरी मिट्टी से भी खुशबू ए वफ़ा आएगी..।

دل سے نکلے گی نہ مر کر بھی بطن کی الفت

میری مٹی سے بھی خوشبوئے وفا ائے گی

लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है,

उछल रहा है जमाने में नामें आजादी..।

لہو بطن کے شہیدوں کا رنگ لایا ہے

.اچھل رہا ہے جمانا میں نام ازادی

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,

देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है..।

سرفروشی کی تمنا اب ہمارے دل میں ہے

.دیکھنا ہے جور کتنا باجو قاتل میں ہے

वतन की खाक से मर कर भी हमको उनस बाकी है,

मज़ा दामान मादर का है इस मिट्टी के दामन में..।

وطن کی خاک سے مر کر بھی ہم کو انس باقی ہے

.مزہ دامان مادر کا ہے اس مٹی کے دامن میں

चमन अपना वतन अपना जमीनों आस्मां अपना,

जहां में सबसे प्यारा है हमें हिंदुस्तान अपना..।

چمن اپنا وطن اپنا زمین و اسماں اپنا

.جہاں میں سب سے پیارا ہے ہمیں ہندوستان اپنا

वफादारी वतन से हो यही इस्लाम कहता है,

हम अपने दिल के हर गोशे में हिंदुस्तान रखते हैं..।

وفاداری وطن سے ہو یہی اسلام کہتا ہے

.ہم اپنے دل کے ہر گوشے میں ہندوستان رکھتے ہیں

स्वतंत्रता दिवस पर शायरी 2023
स्वतंत्रता दिवस पर शायरी 2023

बेस्ट 50+ माँ पर सुविचार हिंदी में 

भजन का बोल है, लफ़्ज ए अज़ान बसता है,

हमारी रूह में हिंदुस्तान बसता है..।

بھجن کا بول ہے لفظ اذان بستا ہے

.ہماری روح میں ہندوستان بستا ہے

मेरी जमीन मेरा आसमान सब कुछ है,

मेरे लिए मेरा हिंदुस्तान सब कुछ है..।

میری زمین میرا اسمان سب کچھ ہے

.میرے لیے میرا ہندوستان سب کچھ ہے

वतन के जानिसार हैं वतन के काम आएंगे,

हम इस जमी को एक रोज आसमान बनाएंगे..।

بطن کے جانثار ہیں وطن کے کام ائیں گے

.ہم اس جمی کو ایک روز اسمان بنائیں گے

बागबां आजाद हैं, सहन चमन आजाद है,

हो मुबारक दोस्तों अपना वतन आजाद है..।

باغبہ ازاد ہے صحن چمن ازاد ہے

.ہو مبارک دوستو اپنا وطن ازاد ہے

उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता,

जिस मुल्क की सरहद की निगहबान है आंखें..।

اس ملک کی سرحد کو کوئی چھو نہیں سکتا

.جس ملک کی سرحد کی نگہبان ہیں انکھیں

दिलों में हुब्बे वतन है अगर तो एक रहो,

निखारना यह चमन है अगर तो एक रहो..।

دلوں میں حب وطن ہے اگر تو ایک رہو

.نکھارنا یہ چمن ہے اگر تو ایک رہو

ऐ शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत मैं तिरे ऊपर निसार,

ले तिरी हिम्मत का चर्चा ग़ैर की महफ़िल में है..।

اے شہید ملک و ملت میں تیرے اوپر نثار

.لے تیری ہمت کا چرچہ غیر کی محفل میں ہے

आजादी पर गजल
आजादी पर गजल

Best 75+ Relationship Quotes in Hindi

लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है,

उछल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी..।

لہو وطن کے شہیدوں کا رنگ لایا ہے

.اچھل رہا ہے زمانے میں نام ازادی

है मोहब्बत इस वतन से अपनी मिट्टी से हमें,

इस लिए अपना करेंगे जान-ओ-तन क़ुर्बान हम..।

ہے محبت اس وطن سے اپنی مٹی سے ہمیں

.اس لیے اپنا کریں گے جان و تن قربان ہم

टल ना सकते थे अगर जंग में अड़ जाते थे,

पाव शेरों के भी मैदान से उखड़ जाते थे..।

ٹل نہ سکتے تھے اگر جنگ میں اڑ جاتے تھے

.پاؤں شیروں کے بھی میدان سے اکھڑ جاتے تھے

मुझसे सरकश हुआ कोई तो बिगड़ जाते थे,

तेग क्या चीज है हम तोप से भी लड़ जाते थे..।

مجھ سے سرکش ہوا کوئی تو بگڑ جاتے تھے

.تیغ کیا چیز ہے ہم توپ سے بھی لڑ جاتے تھے

खुदा ने आज तक उस कौम की हालत नहीं बदली,

ना हो जिसको ख्याल खुद अपनी हालत बदलने का..।

خدا نے اج تک اس قوم کی حالت نہیں بدلی

.نہ ہو جس کو خیال خود اپنی حالت بدلنے کا

बातिल से डरने वाले अए आसमां नहीं हम,

सौ बार कर चुका तू इम्तहान हमारा..।

باطل سے ڈرنے والے اے اسماں نہیں ہم

.سو بار کر چکا تو امتحان ہمارا

मकतल की तरफ अब जाते हैं ए मौत तेरे लब चूमके हम,

ले जामे शहादत पीते हैं साक़ी की अदा पर झूम के हम..।

مقتل کی طرف اب جاتے ہیں اے موت تیرے لب چوم کے ہم

.لے جام شہادت پیتے ہیں ساقی کی ادا پر جھوم کے ہم

हम शम ए यकीं के परवाने शोलों से से मोहब्बत करते हैं,

ए जेस्त! हमारी राहों से हट, हम मौत की इज्ज़त करते हैं..।

ہم شمع یقیں کے پروانے سولوں سے محبت کرتے ہیں

.اے جست! ہماری راہوں سے ہٹ, ہم موت کی عزت کرتے ہیں

जब गुलिस्ता को खून की जरूरत पड़ी सबसे पहले ही गर्दन हमारी कटी,

अब कहते हैं हमसे यह अहले चमन, यह चमन है हमारा तुम्हारा नहीं..।

جب گلستاں کو خون کی ضرورت پڑی سب سے پہلے ہی گردن ہماری کٹی

.اب کہتے ہیں ہم سے یہ اہل چمن یہ چمن ہے ہمارا تمہارا نہیں

आजादी पर शायरी रेख़्ता
आजादी पर शायरी रेख़्ता

बेस्ट 70+ विश्वास पर सुविचार हिंदी में

हम तुम्हारी धमकियों से खौफ खा सकते नहीं,

जुल्म के आगे हम अपना सर झुका सकते नहीं..।

ہم تمہاری دھمکیوں سے خوف کھا سکتے نہیں

.ظلم کے اگے ہم اپنا سر جھکا سکتے نہیں

मैं बुलबुल हूं इसका यह मेरा चमन है,

मुझे सबसे प्यारा अपना वतन है..।

میں بلبل ہوں اس کا یہ ہے میرا چمن ہے

.مجھے سب سے پیارا اپنا وطن ہے

दुनिया में जो है आलीशान,

वह है मेरा हिंदुस्तान..।

دنیا میں جو ہے عالی شان

.وہ ہے میرا ہندوستان

अभी तक पाव से चिमटी है जंजीरे गुलामी की,

दिन आ जाता है आजादी का, आजादी नहीं आती..।

ابھی تک پاؤں سے چمٹی ہے زنجیریں غلامی کی

.دن ا جاتا ہے ازادی کا ازادی نہیں اتی

आशिकाने बतन अपनी जान दे गए अजमतों का हमें आसमान दे गए,

हर गुलामी की जंजीर तोड़कर हम को आजाद हिंदुस्तान दे गए..।

عاشقان بطن اپنی جان دے گئے عظمتوں کا ہمیں اسمان دے گئے

.ہر غلامی کی جنزیر توڑ کر ہم کو ازاد ہندوستان دے گئے

हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं

मोहब्बत की इसी मिट्टी को हिंदुस्तान कहते हैं..।

ہم اپنی جان کے دشمن کو اپنی جان کہتے ہیں

.محبت کی اسی مٹی کو ہندوستان کہتے ہیں

खूने दिल देके निखारेगे रूखे बरगे गुलाब,

हमने गुलशन के तहफ्फुज की कसम खाई है..।

خون دل دے کے نکھاریں گے روکھے برگ گلاب

.ہم نے گلشن کے تحفظ کی قسم کھائی ہے

पहली जंग आजादी थी लड़ी मुसलमानों ने,

क्यों मिटे हैं नाम उनके जो है पासवां उसके..।

پہلی جنگ ازادی تھی لڑی مسلمانوں نے

.کیوں مٹے ہیں نام ان کے جو ہیں پاسباں اس کے

हिंद को बचाने में थे शरीक मुस्लिम भी,

हो बया यह सच्चाई थे जो मेहरबा इसके..।

ہند کو بچانے میں تھے شریک مسلم بھی

.ہو بیاں یہ سچائی تھے جو مہرباں اس کے

Independence DayIndependence Day
Independence Day

Best 75+ मोटीवेशनल एपीजे अब्दुल कलाम

निष्कर्ष

आज के लेख में हमने आपको स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी प्रस्तुत की है. दिल को छू जाने वाली लोकप्रिय उर्दू और हिंदी दोनों में हमने आपको शायरी प्रस्तुत की, उम्मीद है दोस्तों आपको स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी बेहद पसंद आई होंगी और आप भी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इन शेर और शायरी को पढ़कर देश के प्रति प्रेम प्रस्तुत कर सकते हैं. अगर आपको हमारी स्वतंत्रता दिवस पर उर्दू शायरी अच्छी लगी हो, तो अपने दोस्तों तक जरूर शेयर करें और जुड़े रहे हमारे साथ. शुक्रिया!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *