Lal Bahadur Shastri Jayanti Status in Hindi |लालबहादुर शास्त्री जयंती
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लाल बहादुर शास्त्री जयंती स्टेटस (Lal Bahadur Shastri Jayanti Status) लेकर आए हैं जिन्हें आप अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर कर सकते हैं। यदि आप लाल बहादुर शास्त्री जयंती स्टेटस (Lal Bahadur Shastri Jayanti Status) के बारे में जानकारी चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही वेबसाइट पर आए हैं क्योंकि आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको लाल बहादुर शास्त्री स्टेटस की जानकारी देंगे।
इससे पिछले आर्टिकल में हमने आपको Gandhi Jayanti Status के बारे में जानकारी दी है। यदि आपको गांधी जयंती स्टेटस पढ़ना है तो आप हमारी इस वेबसाइट से ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक करके गांधी जयंती स्टेटस पढ़ सकते हैं। आज हम आपको लाल बहादुर शास्त्री जयंती स्टेटस की जानकारी देने वाले हैं। लाल (Lal Bahadur Shastri Jayanti Status) बहादुर शास्त्री स्टेटस के बारे में जानने से पहले आईए जानते हैं इनके बारे में।
लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को वाराणसी के मुगलसराय में हुआ था इसलिए 2 अक्टूबर को लाल बहादुर शास्त्री जयंती मनाई जाती है इनके बचपन का नाम श्रीवास्तव था। लाल बहादुर शास्त्री जी को काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि मिली। लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। जय जवान जय किसान का नारा शास्त्री जी ने ही दिया था।
अपने देश की आजादी की रक्षा करना,
केवल सैनिकों का काम नहीं, बल्कि यह पूरे देश का कर्तव्य है।
हम केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए,
शांति और शांतिपूर्ण विकास में विश्वास रखते हैं।
कानून का सम्मान किया जाना चाहिए
ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना बरकरार रहे और मजबूत रहे।
जो लोग शासन करते हैं उन्हें देखना चाहिए,
कि लोग किस तरह प्रशासन करते हैं। अंततः जनता ही मुखिया होती है।
यदि कोई व्यक्ति हमारे देश में अछूत कहा जाता है।
तो भारत को अपना शर्म से झुकना पड़ेगा।
देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने की बजाए,
गरीबी बीमारी और अज्ञानता से लड़ना होगा।
हम दुनिया में तरक्की तभी पा सकते हैं जब हम आंतरिक रूप से मजबूत हो,
और अपने देश से गरीबी और बेरोजगारी को दूर कर सकें।
हमारी ताकत और मजबूरी के लिए,
सबसे जरूरी काम है लोगों में एकता स्थापित करना।
सादगी थी आंखों में, लिहाज़ से बड़े देसी थे,
तालीम थी बड़ी, देश के दूसरे प्रधानमंत्री थे।
देश प्रेम के प्रबल वेग से राजनीति में प्रवेश लिया,
भारत की एकता और अखंडता के लिए, जय जवान जय किसान का अटल संदेश दिया।
आर्थिक मुद्दे पर यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम
अपने सबसे बड़े दुश्मन गरीबी और बेरोजगारी से लड़े।
ऐसे बहुत कम लोग हैं, जो देश का नाम करते हैं इसलिए हम,
लाल बहादुर शास्त्री जी का सम्मान करते हैं।
मैं किसी दूसरे को सलाह दूं और मैं खुद उस पर अमल ना करूं
तो मैं असहज महसूस करता हूं।
मन के हारे हार है, मन के हारे जीत।
हमें शांति के लिए बहादुरी से लड़ना चाहिए जैसे हम युद्ध में लड़े थे।
हमारे देश की अनोखी बात यह है कि यहां हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख, पारसी और अन्य सभी धर्मों के लोग रहते हैं।
हमारे पास मंदिर और मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च हैं। लेकिन हम ये सब राजनीति में नहीं लाते
भारत और पाकिस्तान में यही अंतर है।
हम एक व्यक्ति के रूप में मनुष्य की गरिमा में विश्वास करते हैं,
चाहे उसकी जाति, रंग या पंथ कुछ भी हो, और बेहतर,
पूर्ण और समृद्ध होने के उसके अधिकार में विश्वास करते हैं।
हमारा रास्ता सीधा और स्पष्ट है घर में समाजवादी लोकतंत्र का निर्माण,
जिसमें सभी के लिए स्वतंत्रता और समृद्धि हो, और विश्व शांति और विदेशों में सभी देशों के साथ मित्रता कायम हो।
लोगो को सच्चा लोकतंत्र और स्वराज कभी भी,
हिंसा और असत्य से प्राप्त नहीं हो सकता।
जब स्वतंत्रता और अखंडता खतरे में हो,
तो पूरी शक्ति से उस चुनौती का मुकाबला करना ही एकमात्र कर्त्तव्य होता है,
हमें एक साथ मिलकर किसी भी प्रकार के अपेक्षित बलिदान के लिए दृढ़तापूर्वक तत्पर रहना है।
स्वतंत्रता का संरक्षण करना, केवल सैनिकों का कार्य नहीं है।
इसके लिए पूरे देश को मजबूत होना होगा।
अगर आप होशियार हैं, तो सारा संसार
आपके समक्ष मूर्ख बनने के लिए आपका इंतजार कर रहा है।
शास्त्री जी का जन्मदिन हम सब के लिए एक पर्व है,
ऐसे वीर सपूत पर तो भारत को बड़ा गर्व है।
जैसा मैं दिखता हूँ, उतना साधारण मैं हूँ नहीं।
लोगों को सच्चा लोकतंत्र या स्वराज कभी भी असत्य और हिंसा से प्राप्त नहीं हो सकता है।
लाल बहादुर शास्त्री जी जैसे लोगो का जन्म
देश को संकट से उबारने के लिए ही होता है।
यदि भारत के सबसे श्रेष्ठ प्रधानमंत्रियों की गणना होगी,
तो उसमें शास्त्री जी का नाम अवश्य होगा।
लाल बहादुर शास्त्री वह विराट व्यक्तित्व है,
जिसने देश को किसानों और जवानों का महत्व समझाया,
और नारा दिया जय जवान जय किसान।
शास्त्री जी ने प्रधानमंत्री पद का कभी अभिमान ना किया,
प्राण त्याग दिए पर देश के स्वाभिमान कभी समझौता ना किया।
कैसे दस्तखत कर देते ताशकंद के समझौते पर,
कैसे हार मान लेते शास्त्री जी जब शत्रु आया था चढ़ भारत के मस्तक पर।
देश की स्वतंत्रा का मान रखा, 1965 का युद्ध में विजय दिलाकर देश का स्वाभिमान रखा।
गांधी जी के मूल्यों को साकार किया,
शास्त्री जी ने अपने फर्ज को पूरा किया।
जब चाचा नेहरु चले गये, तब शास्त्री जी आगे आये,
अपने अजब विचारो से वह लोगो को किसानों और जवानों का महत्व समझा पाये।
अपने पेंशन को ठुकरा कर, शास्त्री जी सबको भा गए अपनी राष्ट्रभक्ति दिखला कर।
हमारी ताकत और स्थिरता के लिए हमारे सामने जो ज़रूरी काम हैं
उनमें लोगों में एकता और एकजुटता स्थापित करने से बढ़ कर कोई काम नहीं है।
जब तक दुनिया में एक भी भूखा व्यक्ति है, तब तक मेरा काम पूरा नहीं हुआ है।
देश के लाल थे, हमारे लाल बहादुर शास्त्री जी कमाल थे।
देशभक्ति की भावना से ओत प्रोत,
शास्त्री जी हम सबके लिए हैं प्रेरणा स्रोत।
भारत के अमर विचारो को नही मिटने देंगे,
शास्त्री जी के मूल्यों का पालन करने से कभी पीछे नही हटेंगे।
भारत माँ का वह सपूत था दुलारा,
जिसने दिया जय जवान जय किसान का नारा।
हर कार्य की अपनी एक गरिमा है और
हर कार्य को अपनी पूरी क्षमता से करने में ही संतोष प्राप्त होता है।
अनुशासन और एकता ही किसी देश की ताकत होती है।
मेरी समझ से प्रशासन का मूल विचार यह है कि समाज को एकजुट रखा जाये
ताकि वह विकास कर सके और अपने लक्ष्यों की तरफ बढ़ सके।
जब स्वतंत्रता और अखंडता खतरे में हो,
तो पूरी शक्ति से उस चुनौती का मुकाबला करना ही एकमात्र कर्तव्य होता है।
आर्थिक मुद्दे हमारे लिए सबसे जरूरी हैं,
जिससे हम अपने सबसे बड़े दुश्मन ‘ गरीबी ‘ और ‘ बेरोजगारी ‘ से लड़ सकें।
हमें एक साथ मिलकर किसी भी प्रकार के अपेक्षित बलिदान के लिए दृढ़तापूर्वक तत्पर रहना है।
हमें उन कठिनाइयों पर विजय पानी है जो हमारे सामने आती हैं और
हमारे देश की खुशी और समृद्धि के लिए दृढ़ता से काम करना चाहिए।
दोनों देशों की आम जनता की समस्याएं, आशाएं और आकांक्षाएं एक समान है।
उन्हे लड़ाई – झगड़ा और गोला – बारूद नहीं , बल्कि रोटी, कपड़ा और मकान की आवश्यकता है।
याद हमेशा रखेगा उनको इतिहास, जिनका स्वप्न सिर्फ एक था शांतिपूर्ण विकास।
शासन का मूल विचार, जैसा कि मैं इसे देखता हूं, समाज को एक साथ रखना है
ताकि यह विकसित हो सके और कुछ लक्ष्यों की ओर अग्रसर हो सके।
जब लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिवस आता है, हृदय खुशी से झूम जाता है।
कद था उनका छोटा पर चरित्र था विशाल,
लाल बहादुर शास्त्री थे सही मायनों में भारत माँ के लाल।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको लाल बहादुर शास्त्री स्टेटस (Lal Bahadur Shastri Jayanti Status) की जानकारी दी है यदि आपको यह पसंद आए हो तो इसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे इंस्टाग्राम फेसबुक व्हाट्सएप आदि पर अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें। इस वेबसाइट पर नए-नए स्टेटस और सुविचार लेकर आते रहते हैं इसी तरह के अन्य स्टेटस और सुविचार की जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए “सुविचारइन” वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।