Best 40+ जैन सुविचार हिंदी में Jain Suvichar in Hindi
हेल्लो दोस्तोप स्वागत है आपका हमारी सुविचार इन वेबसाइट पर जहा हम आपके लिए रोजाना नए नए सुविचार के आर्टिकल लेकर आते रहते हैं जिससे आपकी नॉलेज और भी बढती है। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर ने अपने आचरण से समाज को जो शिक्षा और लक्ष्य दिये, वे अद्वितीय हैं और उनका जीवन सदैव प्रेरणादायक रहा है।
आम जनता के हितों को लेकर निरंतर मोक्ष के लिए कार्य करना और प्रत्येक प्राणी में ईश्वर का दर्शन करना उनकी स्कूली शिक्षा का मूल बिंदु था। महावीर ने जैन धर्म के पांच सिद्धांतों के माध्यम से दुनिया को दैनिक अस्तित्व की उपयोगी जानकारी दी है। अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अचौर्य (चोरी या चोरी न करना) और ब्रह्मचर्य उनके पंचशील हैं।
आर्यिका, श्रावक और श्राविका सभी में पांच गुणों का होना आवश्यक है। इसलिए आज हम आपके लिए जैन सुविचार लेकर आये हैं जिससे आपको इसके बारे में जानकारी प्राप्त हो सके चलिए शुरू करते हैं अज का आर्टिकल।
Best Inspirational Marathi Suvichar
आदमी भगवान से लाखों करोड़ों की चाहत रखता है
लेकिन जब मंदिर जाता है तो जेब में सिक्के ढूँढता है..!
भगवान के भरोसे मत बैठो
क्या पता भगवान आपके भरोसे बैठा हो..!
प्रत्येक जीव में परमात्मा का वास है वह जीव स्वयं में सर्वज्ञ है
जिसमें सुख-दुख जैसी सभी संभावनाएं व्याप्त है..!
भगवान को याद करने में कभी देर मत करो
यकीन मानो तो तुम्हें देने में कभी देर नहीं करेगा..!
हमेशा डरते रहने से अच्छा है
कि एक बार खतरे का सामना किया जाए..!
आत्मा भी अंदर है परमात्मा भी अंदर है
और परमात्मा से मिलने का साधन भी अंदर है..!
अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है, इसलिए हमें
जियो और जीने दो’ के संदेश पर टिके रहना चाहिए..!
जीवन भी कितना अजीब है जो टेढ़े हैं
उन्हें छोड़ दिया जाता है जो सीधे हैं उन्हें ठोक दिया जाता है..!
नफरतों के शहर में चालाकियों के डेरे हैं
यहाँ वो लोग रहते हैं जो तेरे मुंह पर तेरे हैं और मेरे मुंह पर मेरे हैं..!
अहिंसा सभी जीवों के लिए करुणा का स्रोत है
मनुष्य घृणा के कारण नष्ट हो जाता है..!
जिस दिन जैन जैन को सहयोग करने लगेगा
उस दिन 10 दुनिया का बेताज बादशाह होगा..!
Life Success Gujarati Suvichar
किसी किसी का व्यर्थ अपमान मत करो आप शक्तिशाली हो अच्छी बात है
लेकिन समय आप से भी अधिक शक्तिशाली है यह कभी मत भूलो..!
अगर जीवन में कुछ पाना है
तो अपने तरीके बदलो इरादे नहीं..!
करेले से गढवी लोक मुसीबत में काम आ जाते हैं
शक्कर से मीठे लोग वक्त पर अक्सर धोखा दे जाते हैं..!
दुआ कभी खाली नहीं जाती
बस लोग इंतजार नहीं करते..!
इस संसार में देखने के लिए बहुत सारे खूबसूरत स्थान है
पर सबसे खूबसूरत जगह है बंद आंखों से अपने भीतर देखना..!
पत्थर में एक ही कमी है कुछ भी करो पर पिघलता नहीं
लेकिन उसकी एक ही खूबी है मैं कभी बदलता भी नहीं..!
जो व्यक्ति अपनी सोच नहीं बदल सकता
वह कभी नहीं बदल सकता..!
जो तेरा है नहीं उससे तो कर रहा राग
और जो तेरा है उससे हो गया वैराग..!
जीवन में आधा दुख गलत लोगों से उम्मीद रखने से आता है
और बाकी का आधा दुख सच्चे लोगों पर शक करने से आता है..!
जहां सम्मान ना हो वहां कभी जाना नहीं चाहिए
जो अपमान करें उसे कभी बुलाना नहीं चाहिए..!
जिंदगी में मनचाहा रास्ता बना बनाया नहीं मिलता है खुद बनाना पड़ता है
किसने जैसा मार्ग बनाया उसे वैसे ही मंजिल मिलती है..!
जिंदगी जीने के लिए नजरों की नहीं
नजारों की जरूरत होती है..!
किसी को प्रेम देना सबसे बड़ा उपहार है
और किसी का प्रेम पाना सबसे बड़ा सम्मान..!
ख्वाहिशें नहीं दोस्तों स्थित करना सीखो
जो लिखा नहीं मुकद्दर में उसे हासिल करना सीखो..!
दूसरा मौका सिर्फ कहानियां देती है जिंदगी नहीं
तुम बस जैसे हो वैसे हो जाओ बस अपने को कुछ और बताना छोड़ दो..!
जो दूसरों की पीड़ा पर आनंदित होता है
वह पीड़ा उसे अपना ग्रास बना लेती है..!
सभी लोग अपनी गलतियों से दुखी होते हैं
लेकिन वे अपनी गलतियों को सुधार कर खुश भी हो सकते हैं..!
ना तो इतने कड़वे बनो कोई बर्दाश्त ना कर सके
और ना ही इतनी मीठे वनों की कोई निकल जाए..!
दूसरों को इतनी जल्दी माफ कर दिया करो जितनी जल्दी
आप ऊपर वाले से अपने लिए माफी की उम्मीद रखते हो..!
तेरे गिरने में तेरी हार नहीं तू इंसान है अवतार नहीं गिर उठ चल दौड़ से भाग
क्योंकि जीवन संक्षिप्त है इसका कोई सार नहीं..!
चमचा जिस बर्तन में रहता है
उसी को खाली कर देता है, चमचों से सावधान..!
लाखों शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने की तुलना में स्वयं
पर विजय प्राप्त करना एक बेहतर लेकिन कठिन कार्य है..!
क्रोध से बड़ा कोई शत्रु नहीं है
जो क्षण भर में सब कुछ नष्ट कर देता है..!
आत्मा अजर है अमर है वह एक शरीर को छोड़ती है
दूसरे शरीर को धारण करती है उसका कोई शत्रु,कोई हितेषी नहीं..!
भगवान सर्वव्यापी है जिसका कण-कण में वास है
सर्वोच्च कार्य तथा अनुकरणीय प्रदर्शन से कोई भी देवतुल्य हो सकता है..!
भगवान सर्वव्यापी है जिसका कण-कण में वास है
सर्वोच्च कार्य तथा अनुकरणीय प्रदर्शन से कोई भी देवतुल्य हो सकता है..!
सब दिल से निकलते हैं
दिमाग से तो मतलब निकलते हैं..!
हर घर अहिंसा जाएगी हर खुशहाली आएगी
जब सारी दुनिया प्रभु महावीर के सिद्धांतों को अपनाएंगी..!
जो आपकी खुशी के लिए अपनी हार मान लेता हो
उसे आप कभी भी नहीं जीत सकते हो..!
जो तेरी आत्मा है वैसे ही अरहंत की आत्मा है
और जो अरहंत की आत्मा है वैसे ही तेरी आत्मा है..!
हर दिल होते पैसे से पूरी नहीं होती
कुछ के लिए प्रार्थना की भी जरूरत पड़ती है..!
जिंदगी की परीक्षा कितनी वफादार है
उसका पेपर कभी लीक नहीं होता..!
चलते हुए से मत कहना रुक जा
साथ दे सके तो तू भी चल देना..!
आत्मा अकेली आती है और अकेली जाती है
उसका साथ देने वाला कोई नहीं होता और कोई उसका मित्र नहीं होता..!
निष्कर्ष
आज हमने इस लेख में माध्यम से आपको जैन सुविचार बताये हैं। अब आप हमारे इस लेख को पढ़कर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर सामाजिक सुविचार जानने को मिल जायेंगे। इन सुविचारो को अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं। अगर आप ऐसे लेख रोजाना पढ़ना चाहते हैं तो suvicharin.com पर हमेशा विजिट करते रहें।
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