101+ महिला दिवस पर शायरी | Happy Women’s Day Shayari (2024)
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ महिला दिवस पर शायरी (Mahila Divas Par Shayari) बताई हैं जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी है और यकीनन आपको पसंद भी आने वाली है। तो अगर आप भी महिला दिवस शायरी को ढूंढ रहे हैं लेकिन आपको शायरी नहीं मिल पा रही है तो अब आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज आप बिल्कुल सही आर्टिकल पर पहुंचे हैं जिसमें हमने आपको 101 से भी ज्यादा ऐसी शायरी बताइए जो महिला दिवस के लिए ही है।
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही हैं हमें सभी महिलाओं का सम्मान करना चाहिए दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते ही हैं कि भारत देश में महिलाओं को देवी के समान पूजा जाता है। और जब भी महिला दिवस आता है तो सभी लोग महिलाओं को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं।
तो दोस्तों अगर आप भी अपनी मां या फिर बहन या फिर किसी भी महिला को महिला दिवस की शुभकामनाएं शायरी की सहायता से देना चाहते हैं तो अब आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हमने आपको एक से एक से भी ज्यादा महिला दिवस पर शायरी (Mahila Divas Par Shayari) बताई है।
अपमान मत करना नारियो का इनके बल पर तो जग चलता है,
अरे मर्द भी जन्म लेकर इन्ही की तो गोद में पलता है।
औरत ने जनम दिया मर्दों को मर्दों ने उसे बाज़ार दिया,
जब जी चाहा मसला कुचला जब जी चाहा धुत्कार दिया।
लडकिया चिड़ियाँ होती है पर पंख नहीं होते,
लडकियो के मायके भी होते है ससुराल भी होते है पर घर नहीं होते।
माँ-बाप कहते है लडकिया पराये घर की होती है,
ससुराल वाले कहते है कि ये पराये घर से आई है,
भगवान अब तू ही बता बेटीया किस घर के लिए बनाई है।
जिसने बस त्याग ही त्याग किए ,
जो बस दूसरों के लिए जिए।
फिर क्यों उसको धिक्कार दो,
उसे जीने का अधिकार दो।
हर दुःख दर्द सह कर वो मुस्कुराती है,
पत्थरों के दीवारों को औरत ही घर बनाती है।
बेटी-बहु कभी माँ बनकर सबके ही सुख-दुख को सहकर,
अपने सब फर्ज़ निभाती है तभी तो नारी कहलाती है।
मां के साथ ममता मिलती, बहन से मिलता हमेशा दुलार,
नारी शक्ति को पूजनीय समझो, ये लगाती जीवन की नैया पार।
मुस्कुराकर, दर्द भुलाकर रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी,
हर पग को रोशन करने वाली वो शक्ति है एक नारी।
एक के घर की ख़िदमत की और एक के दिल से मोहब्बत की,
दोनों फ़र्ज़ निभा कर उस ने सारी उम्र इबादत की।
दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई,
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई।
जिस घर मे मेरे नाम की तखती भी नहीं,
सारी उमर उस घर को सजाने मे गुजर गई।
फूलों पर बरसती हूं, कभी सूरत-ए-शबनम, बदली हुई रुत में कभी सावन की झड़ी हूं,
औरत हूं मगर सूरत-ए-कोहसार खड़ी हूं, इक सच के तहफ़्फ़ुज़ के लिए सब से लड़ी हूं।
सम्मान दिलाया जाएँ लड़कियों को पढ़ाया जाएँ,
उन्हें भी हुनर आसमान छूने का सिखाया जाएँ।
महिलाओं भी करें हर क्षेत्र में भागीदारी,
हर जन जन की जिम्मेदारी।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई
तेरे माथे पे ये आँचल बहुत ही ख़ूब है लेकिन,
तू इस आँचल से इक परचम बना लेती तो अच्छा था।
दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई,
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई।
जिस घर मे मेरे नाम की तख्ती भी नहीं,
सारी उम्र उस घर को सजाने में गुजर गई।
पापा की वो लाड़ली, माँ की वो जान,
दिल नादान, पर करती है सबके लिए।
अपनी जान कुर्बान है भाइयों की मुस्कान,
परिवार की शान ये है एक लड़की की पहचान।
मुस्कुराकर, दर्द भूलकर रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी,
हर पग को रोशन करने वाली वो शक्ति है एक नारी।
महिला दिवस की शुभकामनाएं !
जिस को तुम कहते हो ख़ुश-बख़्त सदा है मज़लूम,
जीना हर दौर में औरत का ख़ता है लोगो।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
क्यों कहती है दुनिया कि नारी कमजोर हैं,
आज भी नारी के हाथों में घर चलाने की डोर हैं।
हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए।
हजारों बूंद चाहिए समुद्र बनाने के लिए,
मगर एक स्त्री अकेली ही काफी है,
एक घर को स्वर्ग बनाने के लिए।
घर में रहते हुए ग़ैरों की तरह होती हैं,
लड़कियां धान के पौधों की तरह होती हैं।
क्यों त्याग करे नारी केवल,
क्यों नर दिखलाए झूठा बल।
दर्द भुलाकर मुस्कुराती है,
वह नारी है, जो घर बनाती है।
हर पल करती है सबके जीवन को रोशन,
वह शक्ति है, वह नारी है।
नारी तुम केवलश्रद्धा हो विश्वास रजतनग पग तल में,
पीयूष स्रोत सी बहा करो जीवन के सुन्दर समतल में।
नारी तेरा हर रूप निराला है,
तुम मां बनकर बेशुमार प्यार देती हो।
तुम बेटी बनकर ख्याल रखती हो,
तुम बहन बनकर प्यार से डांट लगाती हो।
बेटियाँ बाप की आँखों में छुपे ख़्वाब को पहचानती हैं,
और कोई दूसरा इस ख़्वाब को पढ़ ले तो बुरा मानती हैं।
अपमान मत करना नारियो का इनके बल पर तो जग चलता है,
अरे मर्द भी जन्म लेकर इन्ही की तो गोद में पलता है।
नारी ही शक्ति है नर की,
नारी ही है शोभा घर की।
जो उसे उचित सम्मान मिले,
तो घर में खुशियों के फुल खिले।
लोग कहते हैं तेरा क्या अस्तित्व नारी,
दुःखों को दूर कर, खुशियों को बिखेरे नारी।
जिसने बस त्याग ही त्याग किए,
जो बस दूसरों के लिए जिए।
फिर क्यों उसको धिक्कार दो,
उसे जीने का अधिकार दो।
अभी रौशन हुआ जाता है रास्ता,
वो देखो एक औरत आ रही है।
Best 105+ फनी न्यू ईयर शायरी इन हिंदी
नारी सीता, नारी काली,
नारी ही प्रेम करने वाली।
नारी कोमल, नारी कठोर,
नारी बिन नर का कहां छोर।
नारी जो जिद्द पर आ जाए,
अबला से चण्डी बन जाए।
उस पर न करो कोई अत्याचार,
तो सुखी रहेगा घर-परिवार।
महिला दिवस की हार्दिक बधाई !
जो जन्म देती है, जो मौत से बचाती है,
जो आगे बढ़ाती है, वो औरत कहलाती है।
दिन की रौशनी ख्वाबों को बनाने में गुजर गई,
रात की नींद बच्चे को सुलाने में गुजर गई।
जिस घर में मेरे नाम की तख्ती भी नही,
सारी उम्र उस घर को सजाने में गुजर गई।
मां है वो, बेटी है वो, बहन है वो तो कभी पत्नी है वो,
जीवन के हर सुख दुःख में शामिल है वो शक्ति है वो।
नमन है उन नारियों को जीवन के,
हर मोड़ पर हमारा साथ देती हैं वो।
बताऊँ क्या तुझे ऐ हम-नशीं किस से मोहब्बत है,
मैं जिस दुनिया में रहता हूँ वो इस दुनिया की औरत है।
लोग कहते है की नारी का कोई घर नहीं होता,
ये क्यों नहीं समझते नारी के बिना घर घर नहीं होता।
सबके ही सुख दुःख को सहकर बेटी,
हुई कभी माँ बनकर अपने सभी फर्ज,
निभाती हे तभी तो नारी कहलाती हे।
महिला दिवस की शुभकामनाएँ।
क्यों कहती है दुनिया कि नारी कमजोर है,
आज भी नारी के हाथों में घर चलाने की डोर है।
जवान गेहूँ के खेतों को देख कर रो दें,
वो लड़कियाँ कि जिन्हें भूल बैठीं माएँ भी।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
माँ खुद नहीं सोई हमें सुलाया,
हर कहानी और किस्सों से हमें हंसाया,
हर मुश्किल और परेशानी को गले से लगाया,
हमें दुनिया में कुछ अलग तरीके से जीना सिखाया।
नारी एक ‘मां’ है उसकी पूजा करो,
नारी एक ‘बहन’ है उससे स्नेह करो,
नारी एक ‘भाभी’ है उसका आदर करो,
नारी एक ‘पत्नी’ है उससे प्रेम करो।
जिसने बस त्याग ही त्याग किए,
जो बस दूसरों के लिए जिए।
फिर क्यों उसको धिक्कार दो,
उसे जीने का अधिकार दो।
महिला दिवस की शुभकामनाएं !
सबका ध्यान रखती हो,
सबका दर्द बांटती हो।
ईंटों के मकान को घर बनाती हो,
मैंने तुम जितना मजबूत किसी को नहीं देखा।
पढ़ने और बुलंदियों को छूने का ख़्वाब रखती है,
लड़कों से आगे बढ़ने का लड़कियाँ जज्बात रखती है।
कुछ लोग कहते है की नारी का कोई घर नहीं होता,
अरे आप ये क्यों नहीं समझते की नारी के बिना कोई घर ही नहीं होता।
एक औरत से वफ़ा करने का ये तोहफ़ा मिला,
जाने कितनी औरतों की बद-दुआएँ साथ हैं।
क्यों कहती है दुनिया की नारी कमजोर है,
आज भी उनके हाथों घर चलाने की डोर है।
मुस्कुराकर, दर्द भूलकर रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी,
हर पग को रोशन करने वाली वो शक्ति है एक नारी।
महिला दिवस की शुभकामनाएं !
नारी ही शक्ति है नर की नारी ही है शोभा घर की,
जो उसे उचित सम्मान मिले घर में खुशियों के फूल खिले।
महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
आखिर क्या हो रहा है आज हमारी सोच समझ को,
अब वक़्त आ गया है खुद को आईने में उतारा जाए।
Happy Women’s Day
मां, आज मैं जो कुछ भी हूं
सिर्फ आपकी वजह से हूं,
आप मेरी प्रेरणा हैं,
आपको महिला दिवस की शुभकामनाएं!
नारी एक ‘पत्नी’ है उससे प्रेम करो,
नारी एक ‘औरत’ है उसका सम्मान करो।
महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
नारी दिवस बस एक दिवस क्यों नारी के नाम मनाना है,
हर दिन हर पल नारी उत्तम मानो यह न ज़माना है।
लोग कहते हैं तेरा क्या अस्तित्व नारी,
दुःखों को दूर कर, खुशियों को बिखेरे नारी।
नारी के भी कुछ है अपने सपने,
क्यों रौन्दें उन्हें उसके अपने।
एक के घर की ख़िदमत की और एक के दिल से मोहब्बत की
दोनों फ़र्ज़ निभा कर उस ने सारी उम्र इबादत की।
पापा की वो लाड़ली, मां की है वो जान,
भाइयों की है मुस्कान।
परिवार की है शान प्यार से भरा उसका दिल,
करती सबपर जान कुर्बान ये है एक लड़की की पहचान।
बेटी-बहु कभी माँ बनकर,
सबके ही सुख-दुःख को सहकर।
अपने सब फर्ज निभाती है,
तभी तो नारी कहलाती हैं।
नारी सशक्तिकरण का क्या अर्थ है,
यदि नारी का सम्मान नहीं कर सके तो सब व्यर्थ है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं !
महिलाओं को ना समझो बेकार जीवन का है यह आधार,
इनसे ही होता है हर परिवार साकार।
105+ नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं पोस्टर
उसका दामन है बड़ा
दिया उसने अपना प्यार सारा
कहलाई वो स्त्री, कहलाई वो एक नारी
बनकर एक आदर्श उसने किया जग में उजियारा।
जो उसे उचित सम्मान मिले,
घर में खुशियों के फूल खिलें।
मुस्कुराकर, दर्द भूलकर रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी,
हर पग को रोशन करने वाली वो शक्ति है एक नारी।
हर दिन होना चाहिए नारी के नाम,
क्योंकि बिना रुके करती है वो हर काम।
क्यों कहती है दुनिया कि नारी कमजोर हैं,
आज भी नारी के हाथों में घर चलाने की डोर हैं।
नारी जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी,
आंचल में हैं दूध और आँखों में पानी।
शहर का तब्दील होना शाद रहना और उदास
रौनक़ें जितनी यहाँ हैं औरतों के दम से हैं।
नर सम अधिकारिणी है नारी वो भी जीने की अधिकारी,
कुछ उसके भी अपने सपने क्यों रौंदें उन्हें उसके अपने।
जो जन्म देती है, जो मौत से बचाती है,
जो आगे बढ़ाती है वो औरत कहलाती है।
महिला दिवस 2023 की शुभकामनाएं !
उसे हम पर तो देते हैं मगर उड़ने नहीं देते,
हमारी बेटी बुलबुल है मगर पिंजरे में रहती है।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
तू प्यार है तू ही अहसास है,
जिससे चलती है जिंदगी तू वो मेरी सांस है।
बेटी, बहू कभी मां बनकर,
सबके ही सुख-दुख को सहकर।
अपने सब फर्ज निभाती है,
तभी तो वो नारी कहलाती है।
जिस घर में नारी को सम्मान मिलता हैं,
उस घर में खुशियों का फूल खिलता हैं।
औरत के ख़ुदा दो हैं हक़ीक़ी ओ मजाज़ी
पर उस के लिए कोई भी अच्छा नहीं होता।
मुस्कुराकर, दर्द भुलाकर, रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी,
हर पथ को रोशन करने वाली वो शक्ति है एक नारी।
नारी ही शक्ति है नर की,
नारी ही है शोभा घर की।
नारी एक माँ है उसकी पूजा करो,
एक बहन है उससे स्नेह करो।
नारी एक भाभी है उसका आदर करो,
नारी एक पत्नी है उसको प्रेम करो।
जो जन्म देती है जो मौत से बचाती है
जो आगे बढ़ाती है वो आप कहलाती हैं!
आपको महिला दिवस की बधाई!
जहां एक औरत होगी वहां खुशहाली होगी,
महिला दिवस की शुभकामनाएं।
तलाक़ दे तो रहे हो इताब-ओ-क़हर के साथ
मिरा शबाब भी लौटा दो मेरी महर के साथ।
एक औरत बहुत ही बड़ी ताकत होती है,
इतनी बड़ी की खुद वो एक मर्द को पैदा करती है।
महिला दिवस की शुभकामनाएं !
महिलाओं को दे शिक्षा का उजियारा,
पढ़-लिख कर करें रोशन जग सारा।
कौन बदन से आगे देखे औरत को,
सब की आँखें गिरवी हैं इस नगरी में।
देवी का दामन है बड़ा.. दीया उसे प्यार अपना सारा,
कहलाई वो इस्त्री, कहलाई वो एक नारी।
बन कर एक आदर्श, किया जग को उजियारा,
महिला दिवस 2023 की शुभकामनाएं !
औरत अपना आप बचाए तब भी मुजरिम होती है,
औरत अपना आप गँवाए तब भी मुजरिम होती है।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
सौंदर्य और साहस का प्रतीक है नारी,
जिंदगी की मुसीबतों पर है ये भारी।
नारी के रूप में ईश्वर की शक्ति हूँ मैं,
जिसे कोई समझ नहीं पाया वो अभिव्यक्ति हूँ मैं।
वजूद-ए-ज़न से है तस्वीर-ए-काएनात में रंग,
इसी के साज़ से है ज़िंदगी का सोज़-ए-दरूँ।
दुनिया की पहचान है औरत,
हर घर की जान है औरत।
बेटी, बहन, माँ और पत्नी बनकर,
घर घर की शान है औरत।
गर्भ से निकली आँखें खोली,
पहला शब्द मैं माँ का बोली।
आकर इस दुनिया में मुझे,
पता नहीं क्यों दुनिया मुझे बुरा बोली।
अपना हर गम छुपाती है,
वो मुस्कुरा कर अपने दर्द भूल जाती है।
उसे परवाह नहीं अपनी,
वो औरों के दर्द में रो जाती है।
दुनिया है औरत से सारी गुलामी फिर भी ये सहती है,
इनके लिए है जीना साजा अपने के लिए जीती रहती है।
Best 105+ Happy New Year Wishes in Hindi
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ महिला दिवस पर शायरी (Mahila Divas Par Shayari) बताई हैं जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी हैं और यकीनन आपको काफी ज्यादा पसंद भी आई होंगी। दोस्तों अगर आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में जरुर शेयर करें ताकि वह भी हमारे आज के इस आर्टिकल को पढ़ सकें और वह भी महिला दिवस की शायरी को पढ़ सकें।