101+ जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी | Deshbhakti Shayari (2024)
आज की इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी बताई हैं जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी हैं और यकीनन आपको काफी ज्यादा पसंद भी आने वाली हैं। दोस्तों जैसा कि आप जानते ही हैं कि पहले हम सब लोग अंग्रेजो के गुलाम थे और फिर कितनी परेशानियों से गुजरते हुए हम लोग आजाद हुए हैं और अब जब हम आजाद हो गये है तो हमें चाहिए कि हम अपने देश के प्रति ईमानदार रहे और अपने देश से प्यार करें।
दोस्तों अगर आप भी गूगल पर Josh Bhar Dene Wali Deshbhakti Shayari को ढूंढ रहे हैं तो अब आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज आप बिलकुल सही आर्टिकल पर पहुचे हैं जिसमें हमने आपको 101 से भी ज्यादा जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी बताई हैं जिनको आप बिना किसी समस्या के बहुत ही आसानी के साथ पढ़ सकते हैं। तो आएये दोस्तों जानते हैं 101 से भी ज्यादा Josh Bhar Dene Wali Deshbhakti Shayari कौन सी हैं।
आजादी को हम अपनी कभी मिटा सकते नहीं,
कटा दें सर मगर सामने किसी के झुका सकते नहीं।
आज झंडा लहराना है पूरी शान से,
हमें आजादी मिली है वीरो के बलिदान से।
अगर करनी ही है मोहब्बत तो तिरंगे से कर,
तेरी मौत पर भी साथ होगा वो तेरा कफ़न बन कर।
मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ।
मुझे डर नहीं है अपनी मौत से,
तिरंगा बने कफ़न मेरा यही अरमान रखता हूँ।
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो।
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो।
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व है मैं हिंदुस्तान का हूं और हिंदुस्तान मेरा है।
लहराता है तिरंगा ऊँचा आसमान में,
हम देशभक्ति के जोश से दिल सजाते हैं।
फ़रिश्ते सिर्फ आसमान में नहीं रहते हैं,
जमीन ए हिंद पर उन्हें जवान कहते हैं।
सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का,
यही तो वक़्त है सूरज तेरे निकलने का।
ऐ दुश्मन तेरी खेर नहीं जो तू बॉर्डर लांग के आयेगा,
मेरे देश के वीर जवान को तू अपनी मौत के रूप में पायेगा।
देश के लिए प्यार है तो जताया करो किसी का इन्तजार मत करो
गर्व से बोलो जय हिन्द अभिमान से कहो भारतीय है हम।
रखकर बटुये में तस्वीर वो बॉर्डर पे पहरा दिए जाता है,
देश के खातिर वो अपनों से मिलने तरस जाता है।
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।
दिल से मार कर भी ना निकलेगी वतन की उल्फत,
मेरे मिट्टी से भी खुशबू ए वतन आएगी।
जो अब तक ना खोल वह खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आए वह बेकार जवानी है।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है जोर कितने कातिल के बाजू में है।
वक्त आने दे बता देंगे तुझे आसमान,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है।
लड़े वह वीर जवानों की तरह ठंडा खून फौलाद हुआ,
मरते मरते भी कई मार गिराए तभी तो देश आजाद हुआ।
किसी को लगता है हिंदू खतरे में है,
किसी को लगता है मुसलमान खतरे में है।
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारो,
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान खतरे में है।
है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर,
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गए हैं।
यह नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय,
जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गए हैं।
उन आंखों की दो बूंद से सातों सागर हारे हैं,
जब मेहंदी वाले हाथों ने मंगलसूत्र उतारे हैं।
कुछ पन्ने इतिहास के मेरे मुल्क के सीने में शमशेर हो गए,
जो लड़े जो मारे वह शहीद हो गए जो डरे जो झुके वह वजीर हो गए।
चिंगारी आजादी के सुलगी मेरे जश्न में है,
इंकलाब की ज्वाला लिपटी मेरे बदन में है।
मौत जहां जन्नत हो यह बात मेरे वतन में है,
कुर्बानी का जज्बा जिंदा मेरे कफन में है।
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे,
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगे।
अनेकता में एकता ही देश की शान,
इसलिए मेरा भारत देश महान।
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा नहीं सकते,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका नहीं सकते।
मैं जला हुआ रख नहीं अमरदीप हूं,
जो मिट गया वतन पर मैं वह शहीद हूं।
भारत की फिजाओं को सदा याद रहूंगा,
आजाद था आजाद हूं आजाद ही रहूंगा।
यह पेड़ यह पत्ते यह शख्री भी परेशान हो जाए,
अगर परिंदे भी हिंदू और मुसलमान हो जाए।
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहां को,
जाकर खुद के घर से अब आया ना जाएगा।
हमने लगाई आग है जो इंकलाब की,
इस आग को किसी से बुझाए ना जाएगा।
खूब बहती है अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो।
लाल हरे रंग में न बाटो हमको,
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो।
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा।
आन देश की शान देश की देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी यह पहचान है।
चढ़ गए जो हंसकर सूली,
खाई जिन्होंने सीने पर गोली।
हम उनको प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश पर हम सब उनको सलाम करते हैं।
यदि प्रेरणा शहीदों से नहीं लेंगे तो यह आजादी ढलती हुई सांझ हो जाएगी,
और पूजे ना गए वीर तो सच कहता हूं कि नौजबानी बांज हो जाएगी।
और झुक कर सलाम करें उनको जिनके हिस्से में यह मुकाम आता है,
खुशनसीब होते हैं वह लोग जिनका लहू देश के काम आता है।
फना होने की इजाजत ली नहीं जाती,
यह वतन की मोहब्बत है जब पूछ कर नहीं की जाती।
गीले चावल में शक्कर क्या गिरी तुम भिखारी खीर समझ बैठे,
चंद कुत्तों ने पाकिस्तान जिंदाबाद क्या बोला,
तुम कश्मीर को अपने बाप की जागीर समझ बैठे।
Best 110+ पेज पर लिखी हुई शायरी
ऐ पाक तेरा ख्वाब नजारा ही रहेगा,
तू किस्मत का मारा है मारा ही रहेगा।
तेरे हर सवाल का जवाब करार ही रहेगा,
कश्मीर हमारा है और हमारा ही रहेगा।
तीन रंग का नहीं वस्त्र यह ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलों का स्वाभिमान है।
यही है गंगा यही है हिमालय यही हिंद की जान है,
और तीन रंगों से रंगा हुआ यह अपना हिंदुस्तान है।
शहीदों के त्याग को हम बदनाम नहीं होने देंगे,
भारत की इस आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे।
तिरंगे ने मायूस होकर सरकार से पूछा कि यह क्या हो रहा है,
मेरा लहराने में काम और कफ़न में ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।
दाबोगे अगर और उवर आएगा भारत,
हर बार पर कुछ और निखर जाएगा भारत।
10-20 जाहिलों को गलतफहमी हुई है,
दो चार धमाकों से डर जाएगा भारत।
चाहता हूं कोई नेक काम हो जाए,
मेरी हर सांस देश के नाम हो जाए।
हंसते-हंसते फांसी चढ़कर अपनी जान गवा दी,
और बदले में दे दिए पावन आजादी।
मन को खुद ही मगन कर लो,
कभी-कभी शहीदों को भी नमन कर लो।
दिवाली में बसे अली रमजान में बसे राम,
ऐसा सुंदर होना चाहिए अपना हिंदुस्तान।
भारत का वीर जवान हूं मैं,
ना हिंदू न मुसलमान हूं मैं।
जख्मो से भरा सीन है मगर दुश्मन के लिए चट्टानों हूं मैं,
भारत देश का वीर जवान हूं मैं।
चलो फिर से खुद को जगाते हैं,
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं।
सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से,
ऐसे शहीदों को हम सर झुकाते हैं।
उनके हौसले का भुगतान क्या करेगा कोई,
उनकी शहादत का कर्ज देश पर उधार है।
आप और हम इसलिए खुशहाल हैं क्योंकि,
सीमा पर सैनिक सहादत को तैयार है।
गूंजे कहीं पर शंख कहीं पर अजान है,
बाइबल है ग्रंथ साहब है गीता ज्ञान है।
दुनिया में कहीं और यह मंजर नसीब नहीं,
दिखाओ जमाने को यह हिंदुस्तान है।
फिर उड़ गई नींद मेरी यह सोचकर,
कि शहीदों का बहा वह खून मेरी नींद के लिए था।
बस यह बात हवाओं को बताएं रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाए रखना।
लहू देकर भी जिसकी हिफाजत की शहीदों ने,
उसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना।
अलग है भाषा धर्म जात और प्रांत भेष,
परिवेश पर सबका एक है गौरव राष्ट्र ध्वज तिरंगा श्रेष्ठ।
मैं मुस्लिम हूं तो हिंदू है है दोनों इंसान,
अल्लाह मैं तेरी गीता पढ़ लूं तू पढ़ ले कुरान।
अपने तो दिल में है दोस्त बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाए सारा हिंदुस्तान।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है।
हम लहराएंगे हर जगह यह तिरंगा,
नशा यह हिंदुस्तान की शान का है।
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे।
बच्ची हो जो एक बूंद भी गर्म लहू की,
तब तक भारत के आंचल नीलाम नहीं होने देंगे।
दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है,
सर हमेशा ऊंचा रखना इसका जब तक दिल में जान है।
57.
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,
यह शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा।
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गवाए,
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आए।
सीने में जूनून आंखों में देशभक्ति की चमक रखता हूं,
दुश्मन की सांस थम जाए आवाज में वह धमक रखता हूं।
वतन के रखवाले हैं हम जिगर शेर वाले हैं हम,
मौत से हमें क्यों डर लगेगा मौत को बाहों में पाले हैं।
करता हूँ गुज़ारिश हर रोज़ भारत माँ से मैं,
हर जन्म मिले तेरी देश की मिट्टी में मुझे।
नफरत की भावना को भी बड़े प्यार से सहते है,
ये देश नहीं मेरी जान है जिसे हिन्दुस्तान कहते है।
दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे,
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें।
कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियो,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो।
दिल में बसा है वो तिरंगा, मेरी जान है भारत,
जब तक हूँ जिंदा, हर कदम पर करूँगा उसका समर्पण।
खून से खेलेंगे होली, अगर वतन मुश्किल में है,
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है।
वक़्त की गर्दिशों का ग़म न करो,
हौसले मुश्किलों में पलते हैं।
सवा सौ करोड़ देशवासी तब चैन की नीद सौ पाते हैं
जब भारत मां का वीर जवान सरहद पर पहरा देता हैं।
ख़ूँ शहीदान-ए-वतन का रंग ला कर ही रहा
आज ये जन्नत-निशाँ हिन्दोस्ताँ आज़ाद है।
आज फिर जन्म देने वाली मां ने मुझे संदेशा भेजा है
प्राण दे कर भी भारत मां की रक्षा करना यह मैसेज पर लिखा हैं।
शाम-ए-वतन कुछ अपने शहीदों का ज़िक्र कर
जिन के लहू से सुब्ह का चेहरा निखर गया।
जो मर कर भी अमर हों जाते
भारत मां की गोद में सर रख कर सो जाते.
तुम जिस उम्र में हसीनाओ के दुप्पटे में लिपटे रहते
वो उस उम्र में तिरंगे में लिपट घर आते हैं।
बहुत अज़ीज़ है अपने वतन की ख़ाक हमें
जो ख़्वाब आँखों में आया वो मोतबर आया।
Best 101+ Bhojpuri Shayari Status
न दे दौलत न दे शोहरत कोई शिकवा नहीं,
बस भारत माँ की संतान बना देना,
हो जाऊँ शहीद तो बस तिरंगे में लिपटा देना।
देशभक्ति की महक अब मेरे कपड़ों से भी आने लगी हैं,
अब तो मेरी धड़कन भी जय हिंद गाने लगी है।
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो,
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो।
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
ऐ पाक, तेरा ख़्वाब नजारा ही रहेगा,
तू क़िस्मत का मारा है मारा ही रहेगा।
तेरे हर सवाल का जबाब करारा ही रहेगा,
कश्मीर हमारा हैं और हमारा ही रहेगा।
जोश से भरकर आया वो दिन,
देश के लिए लड़ने का समय आया है।
अब दो ही बात होगी, मुहब्बत से पहले माँ,
और माँ से पहले वतन की बात होगी।
हार हो जाती है जब मान लिया जाता है,
जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है।
तेरे लिए ऐ भारत मां हम सीने में गोली खायेगे
तेरे ऊपर कभी किसी की बुरी नजर न पड़ने देगे
मर भी जाए तो कोई गम नहीं सौभाग्य इसे हम समझेंगे
हंसते – हंसते हम तेरी गोद में सर रख सौ जायेंगे।
फ़िदा-ए-मुल्क होना हासिल-ए-क़िस्मत समझते हैं
वतन पर जान देने ही को हम जन्नत समझते हैं।
जोर लगाले भारत के दुश्मन जितना तेरे अन्दर हैं
तू बाल भी बाका नहीं कर पायेगा
यहां देशभक्ति बच्चे-बच्चे के दिल में हैं।
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी।
ना जन्नत मैंने देखी है ना जन्नत की तवक्क़ो है
मगर मैं ख़्वाब में इस मुल्क का नक़शा बनाता हूँ।
त्याग शहीदों के हम यूँ बदनाम न होने देंगें,
इस आज़ाद की हम शाम न कभी होने देंगें।
मैं मर जाऊँ तो सिर्फ मेरी इतनी पहचान लिख देना,
मेरे खून से मेरे माथे पर जन्म स्थान लिख देना।
कोई पूछे तुमसे स्वर्ग के बारे में तो,
एक कागज के टुकड़े में हिन्दुस्तान लिख देना।
चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो।
क़ुरबान हो जाऊं मैं अपने देश के नाम पर,
जब तक जिंदा हूँ, यह सोचता हूँ हर दिन रात और सवेरे।
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा, ये मुल्क मेरी जान है,
इसकी रक्षा के लिए मेरा दिल और जां कुर्बान है।
सारे मिल कर बोलों यह हिंदुस्तान हमारा हैं
इसकी रक्षा करना हमारा धर्म भी और कर्म भी है।
ऐ वतन जब भी सर-ए-दश्त कोई फूल खिला
देख कर तेरे शहीदों की निशानी रोया।
वजूद ही मिटा दिया उनका जो भी देश के लिये खड़ा है,
देश की रक्षा का संकल्प लिये हर सिपाही सरहद पर खड़ा है।
इतना भी मत मरो सनम बेवफा के लिए,
दो गज जमीन भी नहीं मिलेगी दफ़न के लिए।
मरना है तो मरो अपने वतन के लिए,
हसीना भी दुपट्टा निकाल देगी कफ़न के लिए।
जब तक सांसे चले भारत मां तुझे प्रणाम करूं,
अगर हो जाऊं शहीद तो तिरंगे में लिपटकर तेरा गुणगान करूं।
वतन के लिए हम तैयार हैं सदैव,
उसकी रक्षा में, जीत का नारा लगाते हैं हम।
नेता तुम भी आखें खोलो तुम कैसी राजनीति कर रहें
धर्म के नाम में जनता को लड़ा देश को अन्दर से खत्म कर रहे।
जो देश के लिए शहीद हुए उनको मेरा सलाम है
अपने खून से जिस जमीं को सींचा उन बहादुरों को सलाम है।
जय जवान,जय किसान,जय विज्ञान का नारा हम लगायेगे
भारत को विश्व में सबसे बडी शक्ति हम बनायेगे।
वतन की फ़िक्र कर नादाँ मुसीबत आने वाली है
तेरी बरबादियों के मशवरे हैं आसमानों में।
शहीदों की ज़मीं है जिसको हिंदुस्तान कहते हैं,
ये बंजर हो के भी बुज़दिल कभी पैदा नहीं करती।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी बताई हैं जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी है और यकीनन आपको काफी ज्यादा पसंद भी आई होंगी। दोस्तों अगर आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में जरुर शेयर करें ताकि वह भी हमारे आज के इस आर्टिकल को पढ़ सकें और वह भी Josh Bhar Dene Wali Shayari को पढ़ सकें।