Best 115+ Narazgi Shayari in Hindi | नाराजगी शायरी हिंदी में (2024)

Narazgi Shayari
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आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 115+ Narazgi Shayari नाराज़गी शायरी बताई हैं जो कि आपको यकीनन बहुत ही ज्यादा पसंद आने वाली हैं। तो दोस्तों जैसा कि आप जानते ही हैं कि जब आपकी गर्ल फ्रेंड या बॉयफ्रेंड या फिर कोई ऐसा इन्सान जिसे हम बहुत प्यार करते हों और उस पर हम बहुत ज्यादा भरोसा करते हों जब कोई ऐसा इंसान हमसे नाराज़ हो जाता है तो हमें बिलकुल भी अच्छा महसूस नहीं होता है।

तो अगर आपका भी बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड या फिर आपका कोई ख़ास इन्सान आपसे नाराज हो गया है या फिर आप किसी से नाराज हो गये हैं और आप उसके पास नाराजगी शायरी Narazgi Shayari भेजना चाहते हैं तो अब आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 115 से भी ज्यादा Narazgi Shayari नाराज़गी शायरी बताई हैं जो कि आपके बहुत ज्यादा काम आने वाली हैं। तो आएये दोस्तों जानते हैं कि 115 से भी ज्यादा नाराजगी शायरी Narazgi Shayari कौन सी हैं।

110+ सलामती की दुआ शायरी

narazgi urdu
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अगर नाराज़ हो खफा हो तो शिकायत करो हमसे,

यूँ खामोश रहने से दिलो की दूरियां मिटा नहीं करती।

नाराज़ हमेशा खुशियाँ ही होती हैं,

गमो के कभी इतने नखरे नहीं रहे।

नाराज़गी मेरी जायज़ है जो ख़ास हो तुम,

मैं फ़िक्र भी तो करू जब उदास हो तुम।

इससे अच्छा हम चाँद से मोहब्बत कर लेते,

लाख दूर सही लेकिन दिखाई तो देता है।

मुझे पढ़कर भी तुम जो जवाब नहीं देते हो न,

याद करोगे जब हम तेरे लिए लिखना छोड़ देंगे।

बेवजह है तभी तो मोहब्बत है,

वजह होती तो साजिश होती।

हम नाराज भी हो तो किसके भरोसे कौन आएगा हमें मनाने के लिए,

हो सकता है तरस आ भी जाए आपको पर दिल कहाँ से लाये आप से रूठ जाने के लिए।

दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे,

यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे।

वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,

और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे।

गुजारिश हमारी वह मान न सके,

मज़बूरी हमारी वह जान न सके।

कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,

जीते जी जो हमें पहचान न सके।

खुश नसीब होते हैं बादल जो दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते हैं,

और एक बदनसीब हम हैं जो एक ही दुनिया में रहकर भी मिलने को तरसते हैं।

हमसे पूछो क्या होता है पल पल बिताना,

बहुत मुश्किल होता है दिल को समझाना।

यार ज़िन्दगी तो बीत जायेगी,

बस मुश्किल होता है कुछ लोगो को भूल पाना।

प्यार क्या होता है हम नहीं जानते,

ज़िन्दगी को हम अपना नहीं मानते।

गम इतने मील के एहसास नहीं होता,

कोई हमें प्यार करे अब विश्वास नहीं होता।

गम में हसने वालो को रुलाया नहीं जाता,

लहरों को पानी से मिलाय नहीं जाता।

होने वाले खुद ही अपने हो जाते हैं,

किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता।

कशिश तो बहुत है मेरे प्यार मैं लेकिन कोई है पत्थर दिल जो पिघलाता नहीं,

अगर मिले खुद तो माँगूंगी उसको सुना है ख़ुदा मरने से पहले मिलते नहीं।

सुकून अपने दिलका मैंने खो दिया,

खुद को तन्हाई के समंदर मे डुबो दिया।

जो थी मेरे कभी मुस्कराने की वजह,

आज उसकी कमी ने मेरी पलकों को भिगो दिया।

यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करते है,

यह वो गुनाह है जो हम बार बार करते है।

जलकर हसरत की राह पर चिराग,

हम सुबह और शाम तेरे मिलने का इंतज़ार करते है।

ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते,

दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते।

चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला,

सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते।

एक दिन जब हम दुनिया से चले जायेंगे,

मत सोचना आपको भूल जायेंगे।

बस एक बार आसमान की तरफ़ देख लेना,

मेरे आँसू बारिश बनके बरस जायेंगे।

तेरे दिल के करीब आना चाहता हूँ मैं,

तुझको नहीं और अब खोना चाहता हूँ मैं।

अकेले इस तनहाई का दर्द बर्दाश्त नहीं होता,

तू एक बार आजा तुझसे लिपट कर रोना चाहता हूँ मैं।

Narazgi english
Narazgi english

उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है,

जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है।

दिल टूटकर बिखरता है इस कदर,

जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है।

हम सिमटते गए उनमें और वो हमें भुलाते गए,

हम मरते गए उनकी बेरुखी से और वो हमें आजमाते गए।

सोचा कि मेरी बेपनाह मोहब्बत देखकर सीख लेंगी वफाएँ करना,

पर हम रोते गए और वो हमें खुशी-खुशी रुलाते गए।

बहुत चाहा उसको जिसे हम पा न सके,

ख्यालों में किसी और को ला न सके।

उसको देख के आंसू तो पोंछ लिए,

लेकिन किसी और को देख के मुस्कुरा न सके।

ये रात आखरी हुई तो क्या करोगे,

अगर हम ही न रहे तो इस नाराजगी का क्या करोगे।

जो भी हमसे नाराज हुए हमने उन्हें बहुत मनाया,

आज हम खफा हुए तो कोई हाल तक पूछने ना आया।

क्यों नाराज हो हमसे अब मान जाओ न,

माना हो गई गलती हमसे अब उस गलती को भूल जाओ न।

कर रहा हूँ तुम्हारा इन्तेजार कब से,

अब जरा मेरे पास भी आओ न।

हकीकत जान लो जुदा होने से पहले,

मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले।

ये सोच लेना भूलने से पहले,

बहुत रोई हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले।

दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते,

गम के आंसू न बहते तो और क्या करते।

उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ,

हम खुद को न जलाते तो और क्या करते।

तुम बिन ज़िंदगी सूनी सी लगती है,

हर पल अधूरी सी लगती है।

अब तो इन साँसों को अपनी साँसों से जोड़ दे,

क्योंकि अब यह ज़िंदगी कुछ पल की मेहमान सी लगती है।

ज़िन्दगी मिलती हैं एक बार,

मौत आती हैं एक बार।

दोस्ती होती हैं एक बार,

प्यार होता हैं एक बार।

इश्क़ सभी को जीना सिखा देता है,

वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है।

इश्क़ नहीं किया तो करके देखो,

ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है।

परछाई आपकी हमारे दिल में है,

यादे आपकी हमारी आँखों में है।

कैसे भुलाये हम आपको,

प्यार आपका हमारी साँसों में है।

उल्फत की जंजीर से डर लगता हैं,

कुछ अपनी ही तकदीर से डर लगता हैं।

जो जुदा करते हैं, किसी को किसी से,

हाथ की बस उसी लकीर से डर लगता हैं।

उनकी मोहब्बत का अभी निशान बाकी हैं,

नाम लब पर हैं मगर जान अभी बाकी हैं।

क्या हुआ अगर देख कर मूंह फेर लेते हैं वो,

तसल्ली हैं कि अभी तक शक्ल कि पहचान बाकी हैं।

न वो आ सके न हम कभी जा सके,

न दर्द दिल का किसी को सुना सके।

बस बैठे है यादों में उनकी,

न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके।

लगे है फोन जबसे​ ​तार भी नहीं आते​​,

बूढी आँखों के अब मददगार भी नहीं आते​​।

गए है जबसे शहर में कमाने को लड़के​​, ​

हमारे गाँव में त्यौहार भी नहीं आते।

सर झुकाने की आदत नहीं है,

आँसू बहाने की आदत नहीं है।

हम खो गए तो पछताओगे बहुत,

क्युकी हमारी लौट के आने की आदत नहीं है।

shayari 2 lines in urdu
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दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,

खाली ही सही हाथों में जाम तो आया।

मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने,

यूँ ही सही उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।

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अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे,

इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे।

उनसे क्या गिला करें भूल तो हमारी थी,

जो बिना दिलवालों से ही दिल लगा बैठे।

टूटा हो दिल तो दुःख होता है,

करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है।

दर्द का एहसास तो तब होता है,

जब किसी से मोहब्बत हो और उसके दिल में कोई और होता है।

मोहब्बत कि ज़ंज़ीर से डर लगता हे,

कुछ अपनी तफलीक से डर लगता हे।

जो मुझे तुजसे जुदा करते हे,

हाथ कि वो लकीरो से डर लगता है।

दर्द से दोस्ती हो गई यारों,

जिंदगी बे दर्द हो गई यारों।

क्या हुआ जो जल गया आशियाना हमारा,

दूर तक रोशनी तो हो गई यारो।

बिन बात के ही रूठने की आदत है,

किसी अपने का साथ पाने की चाहत है।

आप खुश रहें मेरा क्या है मैं तो आईना हूँ,

मुझे तो टूटने की आदत है।

हर बात में आंसू बहाया नहीं करते,

दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते।

लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है,

दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते।

धरती के गम छुपाने के लिए गगन होता है,

दिल के गम छुपाने के लिए बदन होता है।

मर के भी छुपाने होंगे गम शायद,

इसलिए हर लाश पर कफ़न होता है।

इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है,

बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है।

किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो,

पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है।

गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया,

इस उलझन ने चैन से जीने न दिया।

थक के जब सितारों से पनाह ली,

नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया।

माना के किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही,

पर ये सच ह के मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही।

उस के दिल मे, उसकी यादो मे कोई और है लेकिन,

मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही।

याद करते है तुम्हे तनहाई में,

दिल डूबा है गमो की गहराई में।

हमें मत धुन्ड़ना दुनिया की भीड़ में,

हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में।

मौत के बाद याद आ रहा है कोई,

मिट्ठी मेरी कबर से उठा रहा है कोई।

या खुदा दो पल की मोहल्लत और दे दे,

उदास मेरी कबर से जा रहा है कोई।

डूबते हैं तो पानी को दोष देते हैं,

गिरते हैं तो पत्थर को दोष देते हैं।

इंशान भी क्या अजीब हैं दोस्तों,

कुछ कर नहीं पाता तो किस्मत को दोष देते है।

एक दिन हम आपसे इतने दूर हो जायेंगे,

कि आसमान के इन तारो में कही खो जायेंगे।

आज मेरी परवाह नहीं आपको,

पर देखना एक दिन हद से ज्यादा हम आपको याद आएंगे।

biwi se narazgi,
biwi se narazgi,

कदम कदम पर बहारो ने साथ छोडा,

जरुरत पड़ने पर यारो ने साथ छोडा।

बादा किया सितारो ने साथ निभाने का,

सुबह होते ही सितारो ने साथ छोडा।

हमने भी किसी से प्यार किया था,

हाथो मे फूल लेकर इंतेज़ार किया था।

भूल उनकी नही भूल तो हमारी थी,

क्यों की उन्हो ने नही, हमने उनसे प्यार किया था।

आंसूओ तले मेरे सारे अरमान बह गये,

जिनसे उमीद लगाए थे वही बेवफा हो गये।

थी हूमे जिन चिरागो से उजाले की चाह,

वो चिराग ना जाने किन अंधेरो में खो गये।

हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया,

औरों को तो क्या हमको भी तबाह किय।

पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफ़ाई को,

औरों ने तो क्या उन्होने भी वाह-वाह किया।

ना दिल से होता है ना दिमाग से होता है,

ये प्यार तो इत्तेफ़ाक़ से होता है।

पर प्यार करके प्यार ही मिले,

ये इत्तेफ़ाक़ भी किसी-किसी के साथ होता है।

रोते रहे तुम भी, रोते रहे हम भी,

कहते रहे तुम भी और कहते रहे हम भी।

ना जाने इस ज़माने को हमारे इश्क़ से क्या नाराज़गी थी,

बस समझाते रहे तुम भी और समझाते रहे हम भी।

वो हमें भूल भी जायें तो कोई गम नहीं,

जाना उनका जान जाने से भी कम नहीं।

जाने कैसे ज़ख़्म दिए हैं उसने इस दिल को,

कि हर कोई कहता है कि इस दर्द की कोई मरहम नहीं।

वो जिसकी याद मे हमने खर्च दी जिन्दगी अपनी,

वो शख्श आज मुझको गरीब कह के चला गया।

न पूछो हालत मेरी रूसवाई के बाद,

मंजिल खो गयी है मेरी, जुदाई के बाद।

नजर को घेरती है हरपल घटा यादों की,

गुमनाम हो गया हूँ गम-ए-तन्हाई के बाद।

कभी रो के मुस्कुराए कभी मुस्कुरा के रोए,

जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए।

एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,

जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए।

मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे,

तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे।

यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई,

आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे।

प्यार किया बदनाम हो गए,

चर्चे हमारे सरेआम हो गए।

ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,

जब हम उसके गुलाम हो गए।

अपना होगा तो सता के मरहम देगा,

जालिम होगा अपना बना के जख्म देगा।

समय से पहले पकती नहीं फसल,

अरे बहुत बरबादियां अभी मौसम देगा।

कुछ लोग कहते है कि बदल गया हूँ मैं,

उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं।

उदासी आज भी मेरे चेहरे से झलकती है,

पर अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं।

dosti shayari urdu
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जिस जिस ने मुहब्बत में,

अपने महबूब को खुदा कर दिया।

खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,

उनको जुदा कर दिया।

इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद,

जैसे हक़ीक़त मिली हो ख़यालों के बाद।

मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी,

वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद।

आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए,

महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए।

करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,

पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए।

न वो सपना देखो जो टूट जाये,

न वो हाथ थामो जो छूट जाये।

मत आने दो किसी को करीब इतना,

कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।

जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये,

अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये।

जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,

वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।

अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है,

जिस चीज़ की चाह है वो ही बेगानी है।

हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए,

वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है।

एड्स दिवस पर स्लोगन

मैंने जिन्दगी से पूछा सबको इतना दर्द क्यों देती हो,

जिन्दगी ने हंसकर जवाब दिया मैं तो सबको ख़ुशी ही देती हुँ,

पर एक की ख़ुशी दुसरे का दर्द बन जाती है।

जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं,

वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं।

झूठा ही सही मेरे यार का वादा है,

हम सच मान कर ऐतबार करते हैं।

मुहब्बत में सच्चा यार न मिला,

दिल से चाहे हमें वो प्यार न मिला।

लूटा दिया उसके लिए सब कुछ मैने,

मुसीबत में मुझे मददग़ार न मिला।

अब ये न पूछना की ये अल्फ़ाज़ कहाँ सेलाता हूँ,

कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ।

वो साथ थे तो एक लफ़्ज़ ना निकला लबों से,

दूर क्या हुए कलम ने क़हर मचा दिया।

मोहब्बत की मिसाल में बस इतना ही कहूँगा,

बेमिसाल सज़ा है किसी बेगुनाह के लिए।

ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने,

है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने।

जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर,

वो भला प्यार की कीमत क्या जाने।

तेरी याद में आंसुओं का समंदर बना लिया,

तन्हाई के शहर में अपना घर बना लिया।

सुना है लोग पूजते हैं पत्थर को,

इसलिए तुझसे जुदा होने के बाद दिल को पत्थर बना लिया।

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एक बात पूछें तुमसे जरा दिल पर हाथ रखकर फरमायें,

जो इश्क़ हमसे सीखा था अब वो किससे करते हो।

एक पल का एहसास बनकर आते हो तुम,

दुसरे ही पल ख्वाब बनकर उड़ जाते हो तुम।

जानते हो की लगता है डर तन्हाइयों से,

फिर भी बार बार तनहा छोड़ जाते हो तुम।

उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता,

उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता।

मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता,

लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता।

फिर तेरा चर्चा हुआ आँखें हमारी नम हुई,

धड़कने फिर बढ़ गई साँस फिर बेदम हुई।

चांदनी की रात थी तारों का पहरा भी था,

इसलिए ही शायद गम की आतिशबाजी कम हुई।

उसके चले जाने के बाद हम मोहब्बत नहीं करते किसी से,

छोटी सी जिन्दगी है किस किस को अजमाते रहेंगे।

दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,

रोता है दिल जब वो पास नहीं होता।

बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,

और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता।

दिल का हर राज दे दिया उनको महरबान समझ कर,

लगाया मौत को गले से हमने उनका फरमान समझ,कर।

वो नादान क्या जाने मेरी दीवानगी कि हद को,

कि हर सितम को सहा है हमने उसका अहसान समझकर।

हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,

हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला।

अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,

हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला।

उस मोड़ से शुरू करें चलो फिर से जिंदगी,

हर शय हो जहाँ नई सी और हम हो अज़नबी।

मुझे को अब तुझ से भी मोहब्बत नहीं रही,

आई ज़िंदगी तेरी भी मुझे ज़रूरत नहीं रही।

बुझ गये अब उस के इंतेज़ार के वो जलते दिए,

कहीं भी आस-पास उस की आहट नहीं रही।

उसे उड़ने का शौक था और हमें उसके प्यार की कैद पसंद थी,

वो शौक पूरा करने उड़ गयी जो आखिरी सांस तक साथ देने को रजामंद थी।

हर भूल तेरी माफ़ की हर खता को तेरी भुला दिया,

गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफा बनके सिला दिया।

क्यूँ करते हो मुझसे इतनी ख़ामोश मुहब्बत,

लोग समझते है इस बदनसीब का कोई नहीँ।

तू नहीं तो ये नज़ारा भी बुरा लगता है,

चाँद के पास सितारा भी बुरा लगता है।

ला के जिस रोज़ से छोड़ा है तुने भवँर में मुझको,

मुझको दरिया का किनारा भी बुरा लगता है।

सिलसिला उल्फत का चलता ही रह गया,

दिल चाह में दिलबर के मचलता ही रह गया।

कुछ देर को जल के शमां खामोश हो गई,

परवाना मगर सदियों तक जलता ही रह गया।

narazgi par shayari 2 line
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रात की गहराई आँखों में उतर आई,

कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई।

ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,

कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई।

इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं,

कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं।

जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई,

वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं।

उनसे मिलने को जो सोचों अब वो ज़माना नहीं,

घर भी कैसे जाऊं अब तो कोई बहाना नहीं।

मुझे याद रखना कहीं तुम भुला न देना,

माना के बरसों से तेरी गली में आना-जाना नहीं।

मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं,

फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई गिला नहीं।

और कितने आंसू बहाऊँ उस के लिए,

जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा ही नहीं।

तेरे रोने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता ऐ दिल,

जिनके चाहने वाले ज्यादा हो वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं।

नया दर्द एक और दिल में जगा कर चला गया

कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया।

जिसे ढूंढ़ता रहा मैं लोगों की भीड़ में,

मुझसे वो अपने आप को छुपा कर चला गया।

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,

जिसका रास्ता बहुत खराब है।

मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा,

दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।

देख कर मेरा नसीब मेरी तक़दीर रोने लगी,

लहू के अल्फाज़ देख कर तहरीर रोने लगी।

हिज्र में दीवाने की हालत कुछ ऐसी हुई,

सूरत को देख कर खुद तस्वीर रोने लगी।

बेताब से रहते हैं उसकी याद में अक्सर,

रात भर नहीं सोते हैं उसकी याद में अक्सर।

जिस्म में दर्द का बहाना सा बना कर,

हम टूट कर रोते हैं उसकी याद में अक्सर।

खुद को कुछ इस तरह तबाह किया,

इश्क़ किया क्या ख़ूबसूरत गुनाह किया।

जब मुहब्बत में न थे तब खुश थे हम,

दिल का सौदा किया बेवजह किया।

समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से,

अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।

मोहब्बत की तलाश में निकले हो तुम अरे ओ पागल,

मोहब्बत खुद तलाश करती है जिसे बर्बाद करना हो।

सब कुछ मिला सुकून की दौलत न मिली,

एक तुझको भूल जाने की मोहलत न मिली।

करने को बहुत काम थे अपने लिए मगर,

हमको तेरे ख्याल से कभी फुर्सत न मिली।

मज़बूरी में जब कोई जुदा होता है,

ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है।

देकर वो आपकी आँखों में आँसू,

अकेले में वो आपसे ज्यादा रोता है।

उल्फत का यह दस्तूर होता है,

जिसे चाहो वही हमसे दूर होता है।

दिल टूट कर बिखरता है इस क़द्र जैसे,

कांच का खिलौना गिरके चूर-चूर होता है।

जो नजर से गुजर जाया करते हैं,

वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,।

कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,

बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।

तू तो हँस हँसकर जी रही है जुदा होकर भी,

कैसे जी पाया होगा वो जिसने तेरे सिवा जिन्दगी कभी सोची ही नहीं।

shayari in hindi
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तुम खफा हो गये तो कोई ख़ुशी न रहेगी,

तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी न रहेगी।

क्या कहे क्या गुजरेगी इस दिल पर,

जिन्दा तो रहेंगे पर जिंदगी न रहेगी।

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निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 115+ Narazgi Shayari नाराजगी शायरी बताई है जो कि यकीनन आपको पसंद आई होगी। आशा करती है कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा अगर आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में भी शेयर करें ताकि वही भी हमारे आज के इस आर्टिकल को पढ़ सके। और अगर उनसे कोई व्यक्ति नाराज है या फिर वह किसी व्यक्ति से नाराज है तो उनके लिए शायरी को पढ़ सके।

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