101+ सेवा करने वालों के लिए शायरी | Seva Karne Walo Ke Liye Shayari
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ सेवा करने वालों के लिए शायरी (Seva Karne Walo Ke Liye Shayari) बताई है जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी है और लेकिन हम आपको पसंद भी आने वाली है। दोस्तों अगर आपकी कोई व्यक्ति सेवा करता है या फिर आपकी बहुत ही देखभाल करता है तो आप उसको भी शायरी भेज सकते हैं या फिर खुद अपने आप सामने से सुना भी सकते हैं और अगर आप भी किसी की सेवा करते हैं तब भी आप उनको यह शायरी सुना सकते हैं या फिर भेज भी सकते हैं।
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101 से भी ज्यादा सेवा करने वालों के लिए शायरी (Seva Karne Walo Ke Liye Shayari) बताई है। दोस्तों अगर कोई मंत्री आपसे आपकी सेवा करने का वादा करता है तो आप उसे मंत्री को भी यह शायरी भेज सकते हैं या फिर सुना सकते हैं या कोई भी व्यक्ति को आप यह शायरी सुना सकते हैं जो आपकी देखभाल करता हो आपकी सेवा करता हो तो आएये दोस्तों जानते हैं 101 से भी ज्यादा उन व्यक्तियों के लिए जो हमारी सेवा और देखभाल करते हैं शायरी कौन सी है।
Best 110+ विरोधियों के लिए शायरी
ना दौलत से ना शोहरत से ना बंगला गाड़ी रखने से,
मिलता है सुकून दिल को किसी गरीब की मदद करने से।
दिल में हमने ठान लिया है,
जीवन का मकसद जान लिया है।
मानवता को पहचान लिया है,
समाज सेवा ही धर्म हमने मान लिया है।
मत कीजिए अगर दिखावे और स्वार्थ के लिए सेवा करते हैं तो,
किसी की सेवा करनी है तो निस्वार्थ मन से कीजिए।
समाज सेवक बनकर जरूरतमंदों का सहारा बनूं,
मेरे दिल की ख्वाहिश है मैं कुछ ऐसा काम करूं।
सेवा का भाव रखते हैं तो निस्वार्थ रखिए,
प्यार का भाव रखते हो तो दिल से रखिए।
जिन रिश्तों में रहता है स्वार्थ का भाव,
उन रिश्तों से हमेशा दूरी रखिए।
जनता कितनी भी होशियार हो उसी का घट जाता है,
जनता की सेवा के नाम पर जनता का काटा जाता है।
खुदा भी अपनी रहमतों की उस पर बरसात करता है,
जो जरूरतमंद की मदद के लिए आगे बढ़ता है।
वही जनता की सेवा कर सकते हैं जो लोग जनता के बीच में रहते हैं,
जो विधानसभा में पहुंच गया उनके दर्शन भी दुर्लभ होते हैं।
निकलो घर से और थाम लो बेसहारों का हाथ,
मिलकर करो समाज सेवा हो जाओ एक साथ।
आपको कोई जरूरत नहीं है किसी पूजा पाठ की,
अगर आपने सेवा की होगी अपने मां-बाप की।
सेवा करनी है तो घड़ी मत देखो,
और प्रसाद लेना है तो स्वाद मत देखो।
अगर दिल में खुशी है दूसरों की मदद करते हुए,
तो वही सेवा है बाकी सब दिखावा है।
खत्म हो सकता है उम्र भर कमाया हुआ पैसा,
लेकिन जो दुआएं सेवा से कमाई वह कभी खत्म नहीं होगी।
दौलत भी मिलेगी इज्जत भी मिलेगी,
अगर सेवा करेंगे मां-बाप की तो जन्नत भी मिलेगी।
सबके दिलों में जलते रहे देश प्रेम का दीपक यूं ही,
जब तक जिए तब तक देश की सेवा करें।
दुनिया में मंत्र बोलने वाले होठों से,
सेवा करने वाले हाथ से ज्यादा पवित्र होते हैं।
जो मुसीबत के मारे हैं उनका हाथ थाम लो,
जरूरतमंदों की मदद करने को ही काम मान लो।
वादा करते हैं सत्ता में आएंगे तो करेंगे जनता की सेवा,
सत्ता में आते ही शुरू कर देते हैं खाना भ्रष्टाचार का मेवा।
सत्ता हीन नेता ही जनता की सेवा के लिए होते हैं,
सत्ता पाते ही नेता जनता की सेवा लेने लगते हैं।
जनता के दुखों को वह नेता कैसे समझेगा,
जो ऐसो आराम की गोद में हमेशा बैठेगा।
जब नेता के अंदर स्वार्थ अपनी चरम पर होता है,
तो वह जनता की सेवा करने के लिए उनके घर तक पहुंच जाता है।
आज के दौर में जनता की सेवा करके ही सब कुछ मिलता है,
जो नेता जनता का दिल जीत ले उसी को कुर्सी मिलता है।
जनता की सेवा करना,
ईश्वर की सेवा करने के बराबर है।
जान करके भी अनजान जनता,
झूठ सा रखें अभियान जनता।
शक्ति हाथ में भारी पर हाथ बनवा चुकी है जनता,
अपने हाथों अपने हाथ खुद कटवा चुकी है जनता।
धर्म जात और नस्लों के आधार पर बंट चुकी है जनता,
राजनीति का मुहावरा गरीबी और गरीबी का मुहावरा बन कर रह गई है जनता।
जनता को जनता के जन्म सामान्य ही लूट रहे हैं,
और मुख्य दर्शक बनी खुद देख रही है जनता।
जनता से पलता नेता,
वही नेता आज भी जलता।
जनता ने तुम्हें देश का राजा बनाया है तू भिखारी भी बन सकती है,
जनता ने तुम्हें सर पर चढ़ा रखा है तो एक दिन मुंह के बल भी गिरा सकती है।
क्या कहूं इस जनता के बारे में जिनमें कई चेहरे नकाब पहने हैं,
ऊपर से सेहरे और अंदर से जहरीले हैं।
जो सोई हुई हो तो लाश है जनता,
अपने अधिकार पर आ जाए तो बिनाश है जनता।
वक्त आने पर सिंहासन भी हिलाती है,
साहब यह जनता कहलाती है।
राजनीति आज समाज को ऐसे मोड़ पर लेकर आई है,
कि यह जानता है यह सब जानती नहीं है मानो सच हो गया हो।
जनता सब जानती है,
सिर्फ जागती नहीं।
सफल लोग दूसरों की मदद के लिए,
हमेशा अवसर तलाशते रहते हैं।
हम सभी की मदद नहीं कर सकते,
लेकिन हर कोई किसी न किसी की मदद जरूर कर सकता है।
भलाई करना कर्तव्य नहीं आनंद है,
क्योंकि वह तुम्हारा स्वास्थ्य और सुख की वृद्धि करती है।
सेवा करने वाले भी किसी हकीम से कम नहीं होते,
हर तकलीफ में ताकत की दवा देते हैं।
फासला नजरों का धोखा भी तो हो सकता है,
कोई सेवा करने वाला मिले या ना मिले हाथ बड़ा कर देखो।
वह लड़ेंगे क्या जो खुद पर फिदा है,
हम लड़ेंगे क्योंकि हमारे साथ सेवा करने वाले खड़े हैं।
सबब तलाश करते हैं सेवक अपने हार जाने का,
किसी की जीत पर रोने से कुछ नहीं होता।
दूसरों की सेवा करने वालों मुस्कुराने के बहाने जल्दी खोजो,
वरना जिंदगी रुलाने की मौके तलाश लेगी।
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी सेवा करने वाले,
यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है।
उठो तो ऐसे उठो कि फक्र हो बुलंदी को,
झुको तो ऐसे झुको बंदगी भी नाज करें।
आई हो निभाने को जब किरदार जमीन पर,
कुछ ऐसा कर चलो कि जमाना मिसाल दे।
चरागों तक को जहाँ मय्यसर नहीं रौशनी,
लौ उम्मीद की हमने वहाँ भी जलाये रखी।
मुश्किलों से कह दो उलझा ना करे हम से,
हर हालात में जीने का हुनर आता है हमें।
ज़िंदगी जब जख्म पर दे जख्म तो हँसकर हमें,
आजमाइश की हदों को आजमाना चाहिए।
लकीरें अपने हाथों की बनाना हमको आता है,
वो कोई और होंगे अपनी किस्मत पे जो रोते हैं।
सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर,
चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए।
नज़र-नज़र में उतरना कमाल होता है,
नफ़स-नफ़स में बिखरना कमाल होता है।
बुलंदियों पे पहुँचना कोई कमाल नहीं,
बुलंदियों पे ठहरना कमाल होता है।
जो न पूरा हो उसे अरमान कहते हैं,
जो न बदले उसे ईमान कहते हैं।
जिंदगी मुश्किलों में भले ही बीत जाये,
पर जो न झुके उसे इंसान कहते हैं।
इंतजार किस पल का किये जाते हो यारों,
प्यासों के पास समंदर नही आने वाला।
लगी है प्यास तो चलो रेत निचोड़ी जाए,
अपने हिस्से में समंदर नहीं आने वाला।
जिन के होंटों पे हँसी पाँव में छाले होंगे,
वही लोग अपनी मंजिल को पाने वाले होंगे।
सफ़र में मुश्किलें आयें तो जुर्रत और बढ़ती है,
कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है।
हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब,
इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब।
हौसलों पर अपने जो ऐतबार करते हैं उन्हें,
मंज़िलें खुद पते बताती हैं रास्ते इंतज़ार करते हैं।
उसी को हम जहाँ में रहरवे-कामिल समझते हैं,
जो हस्ती को सफर और कब्र को मंजिल समझते हैं।
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा।
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता,
जो जलेगा उसी दिये में तो उजाला होगा।
संघर्ष में आदमी अकेला होता है,
सफलता में दुनिया उसके साथ होती है।
जब-जब जग किसी पर हँसा है,
तब-तब उसी ने इतिहास रचा है।
डर मुझे भी लगा फासला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर।
खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई,
मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर।
ग़म न कर जिंदगी बहुत बड़ी है,
यह महफ़िल तेरे लिए ही सजी है।
बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख,
तकदीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है।
जो फकीरी मिजाज रखते हैं वो ठोकरों में ताज रखते हैं,
जिनको कल की फ़िक्र नहीं वो मुठ्ठी में आज रखते हैं।
कहने को लफ्ज दो हैं उम्मीद और हरसत,
लेकिन निहां इसी में दुनिया की दास्तां है।
एक सूरज था कि तारों के घराने से उठा,
आँख हैरान है क्या शख़्स ज़माने से उठा।
बढ़ के तूफ़ान को आग़ोश में ले ले अपनी,
डूबने वाले तेरे हाथ से साहिल तो गया।
इन्हीं गम की घटाओं से खुशी का चांद निकलेगा,
अंधेरी रात के पर्दों में दिन की रौशनी भी है।
खुदा तौफीक देता है उन्हें जो यह समझते हैं,
कि खुद अपने ही हाथों से बना करती हैं तकदीरें।
इन्हीं जर्रों से कल होंगे नए कुछ कारवां पैदा,
जो जर्रे आज उड़ते हैं गुबार-ए-कारवां होकर।
चलो चाँद का किरदार अपना लें हम दोस्तों,
दाग अपने पास रखें और रोशनी बाँट दे।
जरा दरिया की तह तक तू पहुंच जाने की हिम्मत कर,
तो फिर ऐ डूबने वाले किनारा ही किनारा है।
हर मील के पत्थर पर लिख दो यह इबारत,
मंजिल नहीं मिलती नाकाम इरादों से।
जिन्दगी है मगर गर्मिए-रफ्तार का नाम,
मंजिलें साथ लिये राह पे चलते रहना।
रूकती नहीं किसी के लिये मौजे-जिन्दगी,
धारे से जो हटे वो किनारे पर आ गये।
हजार बर्क गिरे लाख आँधियाँ उठे,
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं।
खुद को यूँ खोकर जिन्दगी को मायूस न कर,
मंजिलें चारो तरफ हैं रास्तों की तलाश कर।
मंजिल मिले न मिले, ये तो मुकद्दर की बात है,
हम कोशिश ही न करे ये तो गलत बात है।
अपने किरदार को मौसम से बचाए रखना,
लौट कर फूलों में वापस नहीं आती खुशबू।
जब टूटने लगे हौंसला तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख़्त-ओ-ताज नहीं होते।
ढूढ़ लेना अंधेरे में ही मंजिल अपनी दोस्तों,
क्योंकि जुगनू कभी रोशनी के मोहताज़ नहीं होते।
पंखों को खोल कि ज़माना सिर्फ उड़ान देखता है,
यूँ जमीन पर बैठकर, आसमान क्या देखता है।
कहती है ये दुनिया बस अब हार मान जा,
उम्मीद पुकारती है बस एक बार और सही।
अभी मुठ्ठी नहीं खोली है मैंने आसमां सुन ले,
तेरा बस वक़्त आया है मेरा तो दौर आएगा।
उठो तो ऐसे उठो फक्र हो बुलंदी को भी,
झुको तो ऐसे झुको बंदगी भी नाज़ करे।
रख हौसला वो मंजर भी आयेगा,
प्यासे के पास चल के समन्दर भी आयेगा।
थक कर न बैठ ऐ मंजिल के मुसाफिर,
मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आयेगा।
जिंदगी की असली उड़ान अभी बाकी है,
मंजिल के कई इम्तिहान अभी बाकी है।
अभी तो नापी है मुट्ठी भर ज़मीं हमने,
अभी तो सारा आसमान बाकी है।
मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही,
गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं।
अगर पाना है मंजिल तो अपना रहनुमा खुद बनो,
वो अक्सर भटक जाते हैं जिन्हें सहारा मिल जाता है।
काम करो ऐसा कि पहचान बन जाये,
हर कदम ऐसा चलो कि निशान बन जाये।
यहाँ ज़िन्दगी तो हर कोई काट लेता है,
ज़िन्दगी जियो इस कदर कि मिसाल बन जाये।
तकदीरें बदल जाती हैं जब ज़िन्दगी का कोई मकसद हो,
वरना जिंदगी कट ही जाती है तकदीर को इल्ज़ाम देते देते।
मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है,
हर पहलू जिंदगी का इम्तेहान होता है।
डरने वालों को मिलता नहीं कुछ जिंदगी में,
लड़ने वाले के कदमों में जहान होता है।
छू ले आसमान ज़मीं की तलाश न कर,
जी ले जिंदगी ख़ुशी की तलाश न कर।
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश न कर।
कदमो को बाँध न पाएगी मुसीबत की जंजीरें,
रास्तों से जरा कह दो अभी भटका नहीं हूँ मैं।
मुश्किलें जरुर हैं मगर ठहरा नहीं हूँ मैं,
मंज़िल से जरा कह दो अभी पहुंचा नहीं हूँ मैं।
दिल में छुपा के रखी है लड़कपन की चाहतें,
दोस्तों से जरा कह दो अभी बदला नहीं हूँ मैं।
हुकूमत बाजुओं के ज़ोर पर तो कोई भी कर ले,
जो सबके दिल पे छा जाए उसे इंसान कहते हैं।
साथ चलता है मेरे दुआओं का काफिला,
किस्मत से जरा कह दो अभी तनहा नहीं हूँ।
हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है,
जिस तरफ़ भी चल पड़ेगे, रास्ता हो जाएगा।
मंज़िलों के ग़म में रोने से मंज़िलें नहीं मिलती,
हौंसले भी टूट जाते हैं अक्सर उदास रहने से।
रस्ते कहाँ खत्म होते हैं जिंदगी के सफर में,
मंजिल तो वही है जहां ख्वाहिशें थम जाएँ।
हवाओं को पता था मैं ज़रा मजबूत टहनी हूँ,
यही सच आंधियों ने अब हवाओं को बताया है।
इत्र से कपड़ों को महकाना कोई बड़ी बात नहीं है,
मज़ा तो तब है जब आपके किरदार से खुशबू आये।
उनकी सलामती की ख़ुदा से दुआ करते हैं,
जो निस्वार्थ समाज की सेवा करते हैं।
Best 105+ फनी न्यू ईयर शायरी इन हिंदी
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ सेवा करने वालों के लिए शायरी (Seva Karne Walo Ke Liye Shayari) बताई है जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी है और यकीनन आपको पसंद भी आई होगी। दोस्तों अगर आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया हो तो ऐसे अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें ताकि रहेगी हमारे आज के इस आर्टिकल में लिखी हुई सेवा शायरी (Seva Karne Walo Ke Liye Shayari) को बिना किसी समस्या के बहुत ही आसानी के साथ पढ़ सके।