55+ बाल दिवस पर सुविचार | Children’s Day Quotes in Hindi (2024)
हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी सुविचार इन वेबसाइट पर जहा हम आपके लिए रोजाना नए नए सुविचार आर्टिकल लेकर आते रहते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए बाल दिवस पर सुविचार लेकरआये हैं। क्या आप भी बाल दिवस पर सुविचार के बारे में जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं। 14 नवंबर को पूरे भारत में बाल दिवस मनाया जाता है।
इस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर नेहरू की बिर्थ एनिवर्सरी होती है। पंडित जवाहरलाल नेहरू बच्चों से बहुत प्यार करते थे और बच्चे भी उन्हें बहुत ही प्यार करते थे इसलिए प्यार में उन्हें चाचा नेहरू के नाम से बुलाया करते थे। 20 नवंबर 1954 को यूनो ने चिल्ड्रन डे मनाने की घोषणा की थी भारत में 20 नवंबर से पहले जवाहरलाल नेहरू के निधन से पहले बाल दिवस मनाया जाता था।
बाल दिवस पर बच्चे औपचारिक रूप से पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म का जश्न मनाते हैं। बाल दिवस पर स्कूलों, कॉलेजों और अन्य स्थानों पर कविता, भाषण और अन्य शैलियों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं अगर आप भी अपने स्कूल में बाल दिवस पर कोई कविता या सुविचार पढ़ना चाहते हैं तो बाल दिवस पर सुविचार आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
अचकन में फोन लगाते थे हमेशा ही मुस्कुराते थे
बच्चों से प्यार जताते थे चाचा नेहरू बहुत ही प्यारे थे..!
एक बचपन का जमाना था जब खुशियों का खजाना था
चाहत होती चांद को पाने की पर दिल तितली का दिवाना था..!
देश के प्रगति के बच्चे है आधार हम सभी मिलकर करेगें
चाचा नेहरु के सपने को सरोकार..!
हर बच्चा एक कलाकार है, समस्या यह है
कि एक बार जब हम बड़े हो जाते हैं तो कलाकार बने नहीं रहते..!
चाचा का है जन्मदिन सभी बच्चे आएंगे
चाचा जी को गुलाब फूल देकर सारा जहां महकएंगे..!
जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है आपके हाथ में जो है
वह नीति है जिस तरह से आप खेलते हैं वह स्वतंत्र इच्छा है..!
सबके मन को भागते चाचा नेहरू बच्चों को हंसाते चाचा नेहरू
दिल में भरा अनोखा प्यार करते वह बच्चों को चाचा नेहरू..!
चाचा नेहरू आप को सलाम अमन शांति का दे पैगाम जंग तूने बचाया
किया अपना जन्म दिन बच्चों के नाम चाचा नेहरू आप को सलाम..!
बुद्धिमान व्यक्ति वही होता है
जो दूसरों के अनुभव से कुछ सीखता है..!
वह व्यक्ति जो अधिकतर अपने गुणों को परवाना करता है
उसके अंदर बहुत ही कम गुणवान होते हैं..!
मैडम आज ना डांटना हमको आज हम खेलेंगे गाएँगे
साल भर हमने किया इंतजार आज हम बाल दिवस मनाएंगे..!
बच्चों को सिखाया जाना चाहिए कि
सोचने के लिए नहीं बल्कि कैसे सोचें..!
बचपन में सबसे अधिक पूछा गया एक सवाल बड़े होकर क्या बनना है
अब जाकर जवाब मिला कि फिर से बच्चा बनना है..!
दुआएं याद करो दी गई थी बचपन में
जो जख्म खाते रहे और दुआ दिए गए हम..!
ना सुबह की कोई फिकर थी ना शाम का ठिकाना था
स्कूल जाएं या नहीं, पर खेलने तो जरुर जाना था..!
हम हैं भारत के प्यारे बच्चे नहीं हैं अक्ल के कच्चे
बड़ो का करते हैं सम्मान क्योंकि दिल से होते हैं सच्चे..!
आओ मिलकर बाल दिवस मनायें
देश की आने वाली पीढी को उनका समझयें..!
नेहरू जी थे सबके प्यारे, बच्चे चाचा कह कर पुकारे
बाल दिवस ही जन्म है उनका, थे पहले प्रधानमंत्री हमारे..!
माँ की कहानी थी, परियों का फ़साना था
बारिश में कागज़ की नाव थी, हर मौसम सुहाना था..!
हर अपने से भाईचारा, छोटी चीजों में बटवारा
टिफिन खोल मित्रों के खाना, झट से छूमंतर हो जाना..!
चपन के दिन आते हैं याद बहुत, वो माँ का आंचल और पापा का हाथ
दोस्तों की मचलती टोली और उनका साथ, आ जाओ बीते दिन करते हैं फिर याद..!
कहां गए वह सकल नजारे हरियाली खुशियाली से
छलक गए सब मानो जैसे जीवन की इस प्याली से..!
ख़ुदा अबकी बार जो मेरी कहानी लिखना
बचपन में ही मर जाऊ ऐसी जिंदगानी लिखना..!
हम है इस भारत के बच्चे हम नहीं है अकाल के कच्चे हम आसू नहीं बहाते है
क्योकि हम है सीधे सरल और सच्चे..!
बच्चे भविष्य के लिए जीवित संदेश हैं
जो हम एक ऐसे समय में भेजते हैं शायद जिसे हम नहीं देख पाएंगें..!
आज का दिन है बच्चों का, कोमल मन का और कच्ची कलियों का
मन के सच्चे ये प्यारे बच्चे, चाचा नेहरु को हैं प्यारे बच्चे..!
गुरु के बिना ज्ञान नहीं ज्ञान के बिना कोई महान नहीं भटक जाता है
जब इंसान तब गुरु ही देता है ज्ञान..!
ईश्वर के बाद अगर कोई है तो वो गुरु है दुनिया से वाकिफ जो करता है वह गुरु है
हमें जो अच्छा इंसान बनाता है वह गुरु है..!
उम्र बढ़ी, हम बड़े हुए, पर जीवन से लाचार हुए
अपनी खुशियां भूल गए, जिस दिन से जिम्मेदार हुए..!
चाचा जी के हमारे बच्चे प्यारे मां-बाप के राज दुलारे आ गया है
चाचा जी को जन्मदिवस आओ मिलकर मनाएं बाल दिवस..!
जिंदगी गिरवी रख कर भी ना चुका पाएंगे जिस का दर्जा
मान गए भगवान के बराबर है गुरु का दर्जा..!
Best Suvichar in Hindi for Students
बालपन है खुशियों का खजाना जो कभी फिर लौट के न आना बड़ा कठिन है
यादों से भुलाना वो खेल कूद खाना पीना खूब मस्ती यारों के संग पुरे दिन बलखाना..!
बच्चें किसी अहम काज में बाधा नहीं डालते
परन्तु वे स्वयं अहम कार्य होते हैं..!
आज का दिन है बच्चों का कोमल मन का और कच्ची कलियों का मन के सच्चे
ये प्यारे बच्चे चाचा नेहरु को हैं प्यारे बच्चे..!
रोने की वज़ह ना थी ना कोई हसने का बहाना था
आखिर क्यों हो गयें हम इतने बड़े इससे अच्छा तो वो हमारा बचपन का ज़माना था..!
या तो अब बतला दे हमको खुश रहने का कोई तौर
या फिर लौटा दे वो खुशियां और मेरे बचपन का दौर..!
बच्चें कच्ची मिट्टी के घड़े की तरह होते है
जिन्हें जिस आकार में ढालना चाहे ढाल सकते हैं..!
हरी बत्ती कहती चलो लाल कहती तोड़ा रुक जाओ
पीली कहे रहना त्यार यही है सभी नियमों का सार..!
हमें चिंता है कि एक बच्चा कल क्या होगा
लेकिन हम यह भूल जाते हैं कि वह आज भी कोई है..!
जब थे दिन बचपन के वो थे बहुत सुहाने पल
उदासी से ना था नाता गुस्सा तो कभी न था आता..!
संगीत की मधुर तान है बेटियां घर का गौरव और सम्मान है बेटियां
पिता और परिवार की शान है बेटियां इसलिए तो सबसे महान है बेटियां..!
समय सालों के बीताने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया क्या महसूस किया
और क्या हासिल किया इससे मापा जाता है..!
जोधपुर समय सोचने के लिए विवश करता है
वह हमारे लिए सबसे अधिक सहायक है..!
शांति के बिना अन्य सभी सपने गायब हो जाते हैं
और रात में मिल जाते हैं..!
बचपन के दिन भुला न देना आज हंसी कल रुलाना देना
कितना प्यारा था बचपन मस्ताना..!
दिन भर मिट्टी में सने रहना पेड़ की डाली से लटकना बस यही तो किया करते थे
अभी तो जीना सिर्फ जीना है जिंदगी तो बचपन में जिया करते थे..!
जिस इंसान को आप अपना सारा टाइम दे रही हो स्पेशल फील करने की कोशिश कर रहे हो
अपने सारे efforts लगा रहे हो उस इंसान को आपकी वैल्यू कभी नहीं होगी..!
जिंदा इंसान को गिराने और मरे हुए इंसान को उठाने में
गजब की एकता दिखाते हैं लोग..!
मुझे नहीं चाहिए किसी से जबरदस्ती वाला साथ
अगर हाथ में पकड़े तो पकड़ उसकी भी होनी चाहिए..!
किसी दिन जब आपके सामने कोई समस्या ना आए तो आप वंचित हो सकते हैं
कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं..!
जो आज पा लिया है आपने
वो भी तो कभी नामुमकिन ना होगा मेरे दोस्त..!
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते
तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते..!
जो सबसे ज्यादा जानता है
वह बर्बाद समस्या के लिए सबसे ज्यादा दुखी होता है..!
जाने कहां गुम बचपन का प्यार हो गया, उम्र बढ़ती गई और आदमी लाचार हो गया
कल तक जिसे न फिक्र थी अपनी उसे देखो, वो उम्र के लहज़े से जिम्मेदार हो गया..!
मन को छू लेने वाले 50 सुविचार हिंदी में।
निष्कर्ष
आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बाल दिवस पर सुविचार के बारे में बताया है। उम्मीद करता हूँ आपको हमारे यह आर्टिकल पसंद आये होंगे। अब आप हमारे इस आर्टिकल के सुविचार को पढ़ कर अपने स्कूल या कॉलेज में बाल दिवस पर सुविचार या कबिता पढ़ सकते हैं। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
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