100+ Mahapurushon Ke Suvichar in Hindi – महापुरूषों के विचार (2024)
दोस्तों स्वागत है आपका “सुविचार इन” वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको Mahapurushon Ke Suvichar के बारे में बताएँगे। महापुरुषों के द्वारा कहे गए सुविचार से हमें नई प्रेरणा मिलती है। महापुरुषों के सुविचार हमारे जीवन में बहुत बदलाव ला सकते हैं इसलिए हम आज के इस आर्टिकल में Mahapurushon Ke Suvichar के बारे में बताने वाले हैं।
इससे पिछले लेख में हमने आपको Chanakya Suvichar के बारे में बताया। महापुरुषों के द्वारा कहे गए सुविचार को सुनकर हमारे अंदर सकारात्मक सोच उत्पन्न होती है और हमें सुविचार से नई प्रेरणा मिलती है आज हम आपके लिए Mahapurushon Ke Suvichar के बारे में लेकर आए हैं। तो बिना किसी देरी के आइए जानते हैं इसके बारे में।
75+ Best Love Suvichar in Hindi
आगे बढ़ने के लिए हमेशा अपने बनाए रास्ते को चुने।
………….डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
हर काम आसान होगा जब आपके मां-बाप का आशीर्वाद आपके साथ होगा।
………….डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
संस्कारों से बड़ी कोई दौलत नहीं होती।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
मेहनत हिम्मत और लगन हर सपने को साकार करती है।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
अपनी अच्छाइयों को साबित मत करो वक्त एक दिन उसे अपने आप साबित कर देगा।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
दिशा में बढ़ रही भीड़ जैसा बनने से अच्छा है चाहे जैसा में अकेले चले जाओ।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
जिंदगी के हर संघर्ष में कुछ फायदे होते हैं।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
सफलता 5 चीजें मांगती है मेहनत, बलिदान, संघर्ष, सब्र और खुद पर विश्वास।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
जल्द ही गुस्सा करना आपको जल्द ही मूर्ख भी साबित कर देता है।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
जरूरत से ज्यादा आराम हो रहा जिससे ज्यादा प्रेम इंसान को अपाहिज जो ना देता है।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
आसानी से मिलने वाली हर वह चीज हमेशा तक नहीं रहती,
जो हमेशा तक रहती है वह आसानी से नहीं मिलती।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
सपने जो हम नींद में देखते हैं सपने वो है जो हमको नींद नहीं आने देते।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
दूसरों की मदद करते हुए यदि दिल में खुशी हो तो वही सेवा है बाकी सब दिखावा है।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
आपका कठिन समय ही आपको मजबूत बनाता है।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
बाकी सभी दोस्तों के साथ पैदा होते हैं पर दोस्ती ही एक मात्र रिश्ता है जिससे हम खुद बनाते हैं।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
समस्या का अंतिम हल माफी ही है कर दो या मांग लो।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
किस उतना ही समय देना चाहिए जितनी आवश्यकता हो,
नहीं तो ना आपका सम्मान रहेगा ना ही आपके समय का।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
बहन एक वो रिश्ता है जिससे हमारी प्रतिस्पर्धा भी होती है और निस्वार्थ प्रेम भी।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
किसी की गलतियां गिनते समय उसकी खूबियों को नजरअंदाज मत कर देना।
………….डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम
जीवन लंबा होने की बजाय महान होना चाहिए।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
मैं ऐसे धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाएं।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
एक महान आदमी एक प्रतिष्ठित आदमी से इस तरह से अलग होता है,
कि वह समाज का नौकर बनने को तैयार रहता है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
कानून और व्यवस्था राजनीतिक शरीर की दवा है और जब राजनीतिक शरीर बीमार पड़े,
तो दवा जरूर दी जानी चाहिए।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हासिल कर लेते,
कानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है वह आपके किसी काम की नहीं
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
यदि हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं,
तो सभी धर्मों के शास्त्रों की संप्रभुता का अंत होना चाहिए।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
शिक्षा वह शेरनी है जिसका दूध पिएगा दहाड़ेगा।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
राजनीति में हिस्सा लेने का सबसे बड़ा दंड यह है कि
अयोग्य व्यक्ति आप पर शासन करने लगता है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
इस पूरी दुनिया में गरीब वही है जो शिक्षित नहीं है,
इसलिए आधी रोटी खा लेना लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाना।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
मंदिर जाने वाले लोगों की लंबी कतारें, जिस दिन पुस्तकालय की ओर बढ़ेंगी,
उस दिन मेरे इस देश को महाशक्तिशाली बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
जिस दिन अपने दुखों से मुक्ति चाहिए उसे लड़ना होगा,
और जिसे लड़ना है उसे पहले अच्छे से पढ़ना होगा
क्योंकि ज्ञान के बिना लड़ने गए तो आपकी हार निश्चित है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
यदि आप मन से स्वतंत्र हैं तभी आप वास्तव में स्वतंत्र हैं।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
यदि हम आधुनिक विकसित भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों को एक होना पढ़ेगा।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
जो झुक सकता है वह झुका भी सकता है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
धर्म मनुष्य के लिए बना है ना कि मनुष्य धर्म के लिए।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
मैं राजनीतिक सुख भोगने नहीं बल्कि नीचे दबे हुए अपने भाइयों को अधिकार दिलाने आया हूं।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
आप स्वाद को बदल सकते हैं परंतु जहर को अमृत में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
वे इतिहास नहीं बना सकते जो इतिहास को भूल जाते हैं।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
हो सकता है कि समानता एक कल्पना हो,
पर विकास के लिए यह जरूरी है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
जो काम अपना इतिहास नहीं जानती वह काम कभी अपना इतिहास नहीं बना सकती है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
स्वतंत्रता का अर्थ साहस है और साहस एक पार्टी में व्यक्तियों के संयोजन से पैदा होता है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
शिक्षा महिलाओं के लिए भी उतनी जरूरी है जितनी पुरुषों के लिए।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
ज्ञानी लोग किताबों की पूजा करते हैं जबकि अज्ञानी लोग पत्थरों की पूजा करते हैं।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
समाजवाद के बिना दलित मेहनती इंसानों की आर्थिक मुक्ति संभव नहीं।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
संविधान केवल वकीलों का दस्तावेज नहीं है बल्कि यह जीवन जीने का एक माध्यम है।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
जिनके पास कुछ भी नहीं है बे लोग दरिद्रम माने गए
और जो लोग कुछ भी नहीं हैं वे दलित समझे जाते हैं।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
एक इतिहासकार सटीक ईमानदार और निष्पक्ष होना चाहिए।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
मेरी प्रशंसा और जय जयकार करने से अच्छा है,
मेरे दिखाए गए मार्ग पर चलो।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
भाग्य से ज्यादा अपने आप पर विश्वास करो,
भाग्य में विश्वास करने के बजाए शक्ति और कर्म में विश्वास रखना चाहिए।
………….डॉ भीमराव अम्बेडकर
व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है वह जो सोचता है वही बन जाता है।
………….गांधी जी
मोहन सबसे सशक्त भाषण धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी।
………….गांधी जी
हमेशा अपने विचारों, शब्द और कर्म के पूर्व सामंजस्य का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जाएगा।
………….गांधी जी
विश्वास को हमेशा तर्क से तुलना चाहिए जब विश्वास अंधा हो जाता है तो मर जाता है।
………….गांधी जी
खुद वो बदलाव बनिए जवाब दुनिया में देखना चाहते हैं।
………….गांधी जी
आंख के बदले आंख पूरे विश्व को अंधा बना देगी।
………….गांधी जी
पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे फिर वह आप पर हसेंगे फिर वह आप से लड़ेंगे और तब आप जीत जाएंगे।
………….गांधी जी
विश्व के सभी धर्म भले ही और चीजों में अंतर रखते हैं लेकिन,
सभी इस बात पर एकमत हैं की दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है।
………….गांधी जी
जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो,
तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।
………….गांधी जी
अपने प्रयोजन में दृढ़ विश्वास रहने वाला एक सूक्ष्म शरीर,
इतिहास के रुख को बदल सकता है।
………….गांधी जी
थोड़ा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है।
………….गांधी जी
विरोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं।
………….गांधी जी
पूंजी अपने आप में बुरी नहीं है उसके गलत उपयोग में ही बुराई है,
किसी ना किसी रूप में पूंजी की आवश्यकता हमेशा रहेगी।
………….गांधी जी
अपनी गलती को सुधार ना झाड़ू लगाने के समान है
जो सतह को चमकदार और साफ कर देती है।
………….गांधी जी
सत्य बिना जनसमर्थन के भी खड़ा रहता है,
वह आत्मनिर्भर है।
मैं मरने के लिए तैयार हूं पर ऐसी कोई वजह नहीं जिसके लिए मैं मानने को तैयार हूं।
………….गांधी जी
आप आज जो करते हैं उस पर का भविष्य निर्भर करता है।
………….गांधी जी
सत्य कभी भी ऐसे कारण को क्षति नहीं पहुंचाता है जो उचित हो।
………….गांधी जी
मेरी अनुमति के बिना कोई मुझे ठेस नहीं पहुंचा सकता।
………….गांधी जी
स्वयं को जानने का सबसे अच्छा तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में डुबो दो।
………….गांधी जी
जब भी आपका सामना किसी विरोधी से हो,
उसे प्रेम से जीते।
अगर संघर्ष ना रहे किसी भी वह का सामना ना करना पड़े,
तब जीवन का आदर्शवादी समाप्त हो जाता है।
………….सुभाष चंद्र बोस
मैंने जीवन में कभी भी खुशामद नहीं की है,
दूसरों को अच्छी लगने वाली बातें करना मुझे नहीं आता।
………….सुभाष चंद्र बोस
बेड की बातों में समय खोना,
मुझे जरा भी अच्छा नहीं लगता।
………….सुभाष चंद्र बोस
संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया है,
मुझमें आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ जो पहले नहीं था।
………….सुभाष चंद्र बोस
मुझ में जन्मजात प्रतिभा तो नहीं थी, परंतु कठोर परिश्रम से बचने की प्रवृत्ति मुझ में कभी नहीं रही।
………….सुभाष चंद्र बोस
हम संघर्षों और उनके समर्थकों द्वारा ही आगे बढ़ते हैं।
………….सुभाष चंद्र बोस
जहां शहद का अभाव हो वहां गुड़ से ही शहद का कार्य निकालना चाहिए।
………….सुभाष चंद्र बोस
असफलता कभी-कभी सफलता की स्तंभ होती हैं।
………….सुभाष चंद्र बोस
अपने कॉलेज जीवन की दहलीज पर खड़े होकर,
मुझे अनुभव हुआ कि जीवन का कोई अर्थ और उद्देश्य है।
………….सुभाष चंद्र बोस
मुझे जीवन में एक निश्चित लक्ष्य को पूरा करना है,
मेरा जन्म उसी के लिए हुआ है मुझे नैतिक विचारों की धारा में नहीं बहना है।
………….सुभाष चंद्र बोस
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Mahapurushon Ke Suvichar के बारे में बताया है। उम्मीद करता हूँ आपको यह सुविचार पसंद आए होंगे। इसी प्रकार के सुविचार की जानकारी हम अपनी इस वेबसाइट पर देते रहते हैं। इसी प्रकार के सुविचार की जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए “सुविचार इन” वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।