गीता के 121 अनमोल वचन | Bhagavad Gita in Hindi Quotes (2024)
हेल्लो दोस्तों आपका सुविचारइन वेबसाइट पर आपका स्वागत है। इस वेबसाइट पर हम रोजाना आपके लिए नए नए सुविचार लेकर आते हैं जिससे आपकी नॉलेज बढती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको गीता के 121 अनमोल वचन बताने जा रहे हैं। गीता के यह 121 अनमोल वचन जो आपकी ज़िन्दगी बदल सकते हैं।
श्रीमद्भगवद्गीता गीता हमारी भारतीय संस्कृति की प्रमुख स्थापना शिला है। यह किताब सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में पढ़ी और फॉलो की जाती है। इस पवित्र पुस्तक में लोगों की आस्था के कारण हम इसे आपके पास लाए हैं। अच्छे सुविचार या वचन पढना एक अची आदत है।
गीता के 121 अनमोल वचन जानने के लिए हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
धरती पर जिस प्रकार मौसम में बदलाव आता है
उसी प्रकार जीवन में भी सुख दुख आता जाता रहता है..!
बुद्धिमान व्यक्ति को समाज कल्याण के लिए
बिना आस्कित के काम करना चाहिए..!
अच्छे कर्म करने के बावजूद भी लोग केवल आपकी बुराइयाँ ही याद रखेंगे
इसलिए लोग क्या कहते है इस पर ध्यान मत दो अपने कार्य करते रहो..!
फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही
अपने जीवन को सफल बनाता है..!
मनुष्य को परिणाम की चिंता किए बिना लोग लालच और निस्वार्थ
और अपेक्षा होकर अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए..!
अपने परम भक्तों, जो हमेशा मेरा स्मरण या एक-चित्त मन से मेरा पूजन करते हैं
मैं व्यक्तिगत रूप से उनके कल्याण का उत्तरदायित्व लेता हूँ..!
खुद के पीछे हटने से अगर सभी का भला हो
तो हट जाने में कोई बुराई नहीं..!
परिवर्तन संसार का नियम है समय के साथ संसार मे
हर चीज परिवर्तन के नियम का पालन करती है..!
जैसे मनुष्य पुराने वस्त्रों को त्याग कर दूसरे नए वस्त्रों को ग्रहण करता है
वैसे ही जीवात्मा पुरानी शरीरों को त्याग कर दूसरे नए शरीरों को प्राप्त होता है..!
सत्य कभी दावा नहीं करता कि मैं सत्य हूं
लेकिन झूठ हमेशा दावा करता हैं कि सिर्फ मैं ही सत्य हूं..!
आज जो कुछ आपका है, पहले किसी और का था
और भविष्य में किसी और का हो जाएगा, परिवर्तन ही संसार का नियम है..!
किसी का अच्छा ना कर सको तो बुरा भी मत करना
क्योकि दुनिया कमजोर है लेकिन दुनिया बनाने वाला नहीं..!
जो बीत गया उसे पीछे मुड़ कर देखने में कोई समझदारी नहीं
किसने किया क्या किया क्यों किया..!
इस आत्मा को शस्त्र नहीं काट सकते इसको आग नहीं जला सकते
इसको जल नहीं गला सकता और हवा नहीं सुखा सकता..!
सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए
प्रसन्नता ना इस लोक में है ना ही कहीं और..!
जिस तरह प्रकाश की ज्योति अंधेरे में चमकती है ठीक उसी प्रकार सत्य भी चमकता है
इसलिए मनुष्य को हमेशा सत्य की राह पर चलना चाहिए..!
जो चीज़े हमारे दायरे से बाहर हो
उसमें समय गंवाना मूर्खता ही होगी..!
इंसान अपने विश्वास से निर्मित होता है
जिस प्रकार वह विश्वास करता है उसी प्रकार वह बन जाता है..!
जिंदगी में हम कितने सही हैं और कितने गलत हैं
यह केवल दो लोग जानते हैं एक परमात्मा और दूसरी हमारी अंतरात्मा..!
परिवर्तन ही संसार का नियम है, एक पल में हम करोड़ों के मालिक हो जाते है
और दुसरे पल ही हमें लगता है की हमारे पास कुछ भी नही है..!
जिस मनुष्य के अंदर ज्ञान की कमी और ईश्वर में श्रद्धा नहीं होती
वो मनुष्य जीवन में कभी भी आनन्द और सफलता को प्राप्त नहीं कर सकता..!
जैसे अंधेरे में प्रकाश की ज्योति जगमगाती है। ठीक उसी प्रकार से सत्य की चमक भी कभी फीकी नही पड़ती
इसलिए व्यक्ति को सदैव सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए..!
यदि तुम इस आत्मा को सदा जन्म ने वाला तथा सदा मरने वाला मानते हो
तो भी यह महा बाहों तू इस प्रकार करने वाली योग्य नहीं है..!
अपने आपको भगवान के प्रति समर्पित कर दो, यही सबसे बड़ा सहारा है
जो कोई भी इस सहारे को पहचान गया है वह डर, चिंता और दुखो से आजाद रहता है..!
उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है, ना कभी था ना कभी होगा.जो वास्तविक है
वो हमेशा था और उसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता..!
जिस प्रकार मनुष्य अपने पुराने वस्त्रों को त्याग कर नए वस्त्र धारण करता है
ठीक उसी प्रकार आत्मा पुराने व्यर्थ के शरीर को त्याग करने भौतिक शरीर को धारण करती है..!
जय पराजय लाभ हानि और सुख दुख को समान समझकर उसके बाद युद्ध के लिए तैयार हो जाओ
इस प्रकार युद्ध करने से तू पाप को नहीं प्राप्त होगा..!
इन्द्रियो की दुनिया मे कल्पना सुखो की प्रथम शुरुआत है
और अन्त भी जो दुख को जन्म देता है..!
कभी ऐसा समय नहीं था जब मैं, तुम,या ये राजा-महाराजा अस्तित्व में नहीं थे
ना ही भविष्य में कभी ऐसा होगा कि हमारा अस्तित्व समाप्त हो जाये..!
विश्वास रखो कि तुम्हारे साथ जो हुआ वह अच्छा हुआ जो हो रहा है
वह भी अच्छा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा..!
जीवन का आनंद ना तो बीते हुए कल में है और ना ही भविष्य में
बल्कि जीवन का आनंद तो बस आज को जीने में है..!
कोई भी व्यक्ति जो चाहे बन सकता है
यदि वह व्यक्ति एक विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करें..!
तेरा कर्म करने में ही अधिकार है उसके फलों में कभी नहीं
इसलिए तू कर्मों के फल का हेतु मत हो तथा तेरी कर्म ना करने में भी आसक्ति ना हो..!
बुरे कर्म करने वाले, सबसे नीच व्यक्ति जो राक्षसी प्रवित्तियों से जुड़े हुए हैं
और जिनकी बुद्धि माया ने हर ली है वो मेरी पूजा या मुझे पाने का प्रयास नहीं करते..!
किसी और का काम पूर्णता से करने से कहीं अच्छा है
कि अपना काम करें, भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े..!
यदि कोई इंसान जो चाहता है उसे विश्वास के साथ करता है
तो वह जो चाहे वह बन सकते हैं..!
Gautam Buddha Suvichar in Hindi
अभ्यास से हर चीज को
नियंत्रित किया जा सकता है..!
सच्चा धर्म यह है कि जिन बातों को इंसान अपने लिए अच्छा नहीं समझता
उन्हें दूसरों के लिए भी इस्तेमाल ना करें..!
मेरा तेरा, छोटा बड़ा, अपना पराया
मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है और तुम सबके हो..!
दुखों की प्राप्ति होने पर भी जिसके मन में उवदेग नहीं होता सुखों की प्राप्ति में
जो सर्वथा निस्पृह है तथा जिसके राग, भय, और क्रोध नष्ट हो गए हैं ऐसा मुनि स्थिर बुद्धि कहा जाता है..!
कोई भी इंसान अपने विश्वास से बनता है
वह जैसा विश्वास करता है उसी के अनुसार बन जाता है..!
सज्जन व्यक्तियों को सदैव अच्छा व्यवहार करना चाहिए
क्योंकि इन्हीं के पद चिन्हों पर सामान्य व्यक्ति अपने रास्ते चुनता है..!
जन्म लेने वाले के लिए मृत्यु उतनी ही निश्चित है जितना कि मृत होने वाले के लिए जन्म लेना
इसलिए जो अपरिहार्य है उस पर शोक मत करो..!
अपना पराया छोटा बड़ा इन सब को भूलकर यह जानो’कि यह सब तुम्हारा है
और तुम हर एक के हो इसलिए सबसे प्यार करो और सबका भला करने की कोशिश करो..!
वह व्यक्ति जो सभी इच्छाएं त्याग देता है और ‘में’ और मेरा की लालसा और भावना से मुक्त हो जाता है
उसे अपार शांति की प्राप्ति होती है..!
इस सम्पूर्ण संसार में कोई भी व्यक्ति महान नही जन्मा होता है
बल्कि उसके कर्म उसे महान बनाते हैं..!
शक करने वाले इंसान के लिए खुशी इस दुनिया में है ना ही कहीं और
इसलिए जो कर रहे हो उसमें विश्वास करो या जिसमें विश्वास हो उसे ही करो..!
इतिहास कहता है कि कल सुख था, विज्ञान कहता है कि कल सुख होगा
लेकिन धर्म कहता है, अगर मन सच्चा और दिल अच्छा हो तो हर रोज सुख होगा..!
जो होने वाला है वो होकर ही रहता है, और जो नहीं होने वाला वह कभी नहीं होता
ऐसा निश्चय जिनकी बुद्धि में होता है, उन्हें चिंता कभी नही सताती है..!
इंसान हमेशा अपने भाग्य को कोसता है
यह जानते हुए भी कि भाग्य से भी ऊंचा उसका कर्म है जिसके स्वयं के हाथों में है..!
ज्ञानी व्यक्ति को कर्म के प्रतिफल की अपेक्षा कर रहे
अज्ञानी व्यक्ति के दीमाग को अस्थिर नहीं करना चाहिए..!
जो मन को काबू में नहीं करते उनके लिए
वह एक दुश्मन की तरह काम करता है..!
वह व्यक्ति जो अपनी मृत्यु के समय मुझे याद करते हुए अपना शरीर त्यागता है
वह मेरे धाम को प्राप्त होता है और इसमें कोई शंशय नही है..!
बिना फल की कामना से किया गया कार्य ही सच्चा कर्म है
ईश्वर चरण में हो समर्पण वही केवल धर्म है..!
दैवीय सम्प्रदा से युक्त पुरुष में भय का सर्वथा
आभाव और सबके प्रति प्रेम का भाव होता है..!
अपने जरूरी कामों को पूरा करो
क्योंकि वास्तव में काम करना कुछ ना करने से बेहतर होता है..!
लगातार कोशिश करने से अशांत
मन को वंश में किया जा सकता है..!
किसी और का काम पूर्णता से करने से कहीं अच्छा है
कि अपना काम करें, भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े..!
पैदा होने वाले के लिए मरना होता ही सच है जितना कि मरने वाले के लिए पैदा होना
सलिए जो सच है उस पर गम मत करो अपनाओ और आगे बढ़ो..!
जब आप अपने काम का आनंद लेने लगे
तो समझो आपने पूर्णता प्राप्त कर ली..!
सिर्फ मन ही किसी का दोस्त
और किसी का दुश्मन होता है..!
कोई किसी से नहीं बल्कि
अपने कर्म से महान बनता है..!
जब इंसान की जरूरत बदल जाती है
तब उसके बात करने का तरीका भी बदल जाता है..!
चुप रहने से बड़ा कोई जवाब नहीं
और माफ कर देने से बड़ी कोई सजा नहीं..!
अच्छे कर्म करने के बावजूद भी लोग केवल आपकी बुराइयाँ ही याद रखेंगे
इसलिए लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान मत दो तुम अपना कर्म करते रहो..!
कोई भी अपने कर्म से भाग नहीं सकता कर्म का फल तो भुगतना ही पड़ता है
इसलिए अच्छे कर्म करो ताकि अच्छे फल मिले..!
बुरे कर्म करने वाले, सबसे नीच व्यक्ति जो राक्षसी प्रवित्तियों से जुड़े हुए हैं
और जिनकी बुद्धि माया ने हर ली है वो मेरी पूजा या मुझे पाने का प्रयास नहीं करते..!
मानव कल्याण ही भगवत गीता का प्रमुख उद्देश्य है
इसलिए मनुष्य को अपने कर्तव्यों का पालन करते समय मानव कल्याण को प्राथमिकता देना चाहिए..!
ज्यादा खुश होने पर और ज्यादा दुखी होने पर निर्णय नहीं लेना चाहिए
क्योंकि यह दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय नहीं लेने देती..!
परिवर्तन ही संसार का नियम है एक पल में हम करोड़ों के मालिक हो जाते है
और दुसरे पल ही हमें लगता लगता है की हमारे आप कुछ भी नही है..!
जैसे मनुष्य जीर्ण वस्त्रों को त्यागकर दूसरे नये वस्त्रों को धारण करता है
वैसे ही देही जीवात्मा पुराने शरीरों को त्याग कर दूसरे नए शरीरों को प्राप्त होता है..!
जो आत्मा को मारने वाला समझता है और जो इसको मरा समझता है
वे दोनों ही नहीं जानते हैं, क्योंकि यह आत्मा न मरता है और न मारा जाता है..!
जो होने वाला है वह होकर ही रहता है और जो नहीं होने वाला वह कभी नहीं होता
जो ऐसा मानते है उन्हें चिंता कभी नहीं सताती..!
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है
जैसा वह विश्वास करता है वैसा वह बन जाता है..!
लोग आपके अपमान के बारे में हमेशा बात करेंगे
सम्मानित व्यक्ति के लिए अपमान मृत्यु से भी बदतर है..!
जिस इंसान के पास सब्र की ताकत है
उसकी ताकत का कोई मुकाबला नहीं कर सकता..!
सही कर वह नहीं है जिसके परिणाम हमेशा सही हो
बल्कि सही कर्म वो है जिसका उद्देश्य कभी भी गलत ना हो..!
वह जो मृत्यु के समय मुझे स्मरण करते हुए अपना शरीर त्यागता है
वह मेरे धाम को प्राप्त होता है। इसमें कोई शंशय नहीं है..!
जितना मन से पवित्र रहोगे उतना ही भगवान के करीब रहोगे,
क्योंकि सदैव पवित्रता में ही भगवान का वास होता है..!
तलाश ना कर मुझे जमीनों आसमान की गर्दिशों में
अगर मैं तेरे दिल पर नहीं हूं तो कहीं भी नहीं हूं..!
कोई तो है जो फैसला करता है पत्थरों के मुकद्दर का,
किसे ठोकर पर रहना है और किसे भगवान होना है..!
भगवान पर विश्वास बिल्कुल उस बच्चे की तरह करो जिसको आप हवा में उछालो तो वह हंसता है
डरता नहीं है क्योंकि वह जानता है कि आप उसे गिरने नहीं दोगे..!
दुनिया में सबसे सफल इंसान वही है
जिसे टूटे को बनाना और रूठे को मनाना आता है।
हर मनुष्य के जीवन में नकारात्मक विचारों का आना निश्चित होता है
लेकिन यह मनुष्य पर निर्भर करता है कि वह उन विचारों को कितना महत्व देता है..!
जब तक आप अच्छा काम करते हैं
तब तक चिंता ना करें..!
अगर इंसान सच्चा होगा तो
उसके साथ सब कुछ अच्छा होगा..!
Best Suvichar in Hindi for Students
जिस तरह पतझड़ के बिना पेड़ पर नए पत्ते नहीं आते
ठीक उसी तरह कठिनाई और संघर्ष के बिना अच्छे दिन भी नहीं आते..!
बुराई बड़ी हो या छोटी हमेशा विनाश का कारण बनती है
क्योंकि नाव में छेद छोटा हो या बड़ा नाव को डूबा ही देता है..!
परमात्मा कभी किसी का भाग्य नहीं लिखता जीवन के हर कदम पर हमारी सोच
हमारा व्यवहार और हमारे कर्म ही हमारा भाग्य लिखते हैं..!
जीवन की इस यात्रा में आपको
दूसरों से ज्यादा अपने आप की जरूरत है..!
जो अच्छा लगे उसे ग्रहण करो और जो बुरा लगे उसे त्याग
फिर चाहे वह विचार हो या कर्म हो या मनुष्य..!
जो इंसान साफ और सीधी बात करता है उसकी बात कठोर जरूर होती है
लेकिन वह कभी किसी के साथ चल नहीं करता..!
जिंदगी में हमेशा ऐसे लोगों को पसंद करो
जिनका दिल चेहरे से ज्यादा खूबसूरत हो..!
व्यक्ति जो चाहे बन सकता है
यदी वह विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे..!
प्रार्थना में बोलने के लिए सुविचार
याद रखना अगर बुरे लोग सिर्फ समझाने से समझ जाते
तो बांसुरी बजाने वाला भी कभी महाभारत होने नहीं देता..!
परेशानी में सब्र करना खुशहाली में दया दान
और संकट में सहनशीलता उत्तम इंसान की पहचान होती है..!
अहंकार मत पालिए जनाब
वक्त के समंदर में कई सिकंदर डूब गए हैं..!
किसी का सरल स्वभाव उसकी कमजोरी नहीं होती
बल्कि उसके माता-पिता के द्वारा दिए हुए संस्कार होते हैं..!
हमारी खुशकिस्मती यह है कि हम भगवान को एक मानते हैं,
और बस किस्मत यह है कि हम भगवान को एक नहीं मानते हैं..!
सिर्फ शरीर को साफ करने से भगवान नहीं मिलते,
मन को साफ करने से भगवान मिलते हैं..!
अभिमानी को भगवान नहीं मिलते
प्रेमी और ज्ञानी को भगवान मिलते हैं..!
ऊंचाई पर वह पहुंचते हैं
जो प्रतिशोध के बजाय परिवर्तन की सोच रखते हैं..!
हालात सिखा देते हैं सुनना और सहना
वरना हर इंसान अपने आप में बादशाह होता है..!
बेस्ट शालेय सुविचार मराठी छोटे
सब कुछ खत्म होने जैसा कुछ नहीं याद रहे
हमेशा एक नई शुरुआत आपके इंतजार में खड़ी है..!
किसी भी इंसान को अच्छे से जाने पर ना दूसरों की बातों पर सुनकर
उसके बारे में कोई सोच बना लेना यही मुर्खता की निशानी है..!
प्यार शरीर या सुंदरता को देखकर नहीं होता दिल से होता है
जहां दो दिल मिल जाए वही प्रेम जन्म लेता है..!
परमात्मा सभी को एक ही मिट्टी से बनाता है, बस फर्क इतना है कि
कोई बाहर से खूबसूरत होता है तो कोई भीतर से..!
निराश और उदास रहने बालों को भगवान नहीं मिलते
विश्वास रखने वालों को भगवान मिलते हैं..!
प्रत्येक बुद्धिमान व्यक्ति को क्रोध और लोभ त्याग देना चाहिए
क्योंकि इससे आत्मा का पतन होता है..!
पहले अपने दोषों को दूर कीजिए,
भगवान आपको अवश्य मिलेंगे..!
सब धर्मों का परित्याग करके तुम एक मेरी ही शरण में आओ
मैं तुम्हें समस्त पापों से मुक्त कर दूँगा, तुम शोक मत करो..!
मुक्ति का मुख्य द्वार केवल भगवद् भक्ति ही है
जिसे सभी को स्वीकार करना चाहिए..!
मन अवश्य ही चंचल होता है लेकिन
उसे अभ्यास और वैराग्य के माध्यम से वश में लाया जा सकता है..!
अकेले रहना तुम्हें यह भी सिखाता है
कि वास्तव में तुम्हारे पास खुद के अलावा और कुछ नहीं..!
सेवा सबकी करो मगर आशा किसी से मत करो
क्योंकि सेवा का सही फल ईश्वर ही देता है..!
हो सकता है हर दिन अच्छा ना हो
लेकिन हर दिन में कुछ अच्छा जरूर होता है..!
मन अवश्य ही चंचल होता है लेकिन उसे अभ्यास
और वैराग्य के माध्यम से वश में लाया जा सकता है..!
गरीबों में अच्छा वक्त आने की उम्मीद रहती है
लेकिन अमीरों को सदा बुरा वक्त आने का खौफ रहता है..!
यदि आप अच्छे हैं तो जताईये मत जंगल का राजा कभी यह नहीं बोलता
कि वह राजा है वह बस अपना काम करता है..!
निष्कर्ष
आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको गीता के 121 अनमोल वचन के बारे में बताया है। आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़ कर सुविचार जान सकते हैं जिनसे आपकी शिक्षा और भी बढ़ेगी। अगर आप ऐसे लेख रोजाना पढ़ना चाहते हैं तो suvicharin.com पर हमेशा विजिट करते रहें।
अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि उन्हें भी इन सुविचार के बारे में जानकारी मिल सके। एक बार हमें कमेंट करके जरुर बताएं आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा मिलते हैं अगले आर्टिकल में जब तक के लिए धन्यवाद।