Best 105+ अधूरी मुलाकात शायरी | Adhuri Mulakat Shayari [2024]
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको अधूरी मुलाकात शायरी प्रस्तुत की हैं। दोस्तों जब भी हमारी किसी से मुलाकात अधूरी रह जाती है, या फिर हमें कोई धोखा दे जाता है जिस पर हमें बहुत भरोसा होता है, तब हम बहुत ही अकेले हो जाते हैं। इस दौरान हमारा मन Adhuri Mulakat Shayari को पढ़ने का करता है जिन शायरियों में अकेलापन और अधूरी मुलाकात का जिक्र हो, तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको ऐसी ही 105 से भी ज्यादा अधूरी मुलाकात शायरी बताई है, जिनको पढ़कर आप अच्छा महसूस कर सकते हैं।
Adhuri Mulakat Shayari शुरू करने से पहले आपको बता दे कि इससे पिछले आर्टिकल में हमने “धोकेबाज़ शायरी इन हिंदी” बताई है, अगर आप इन शायरी को पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं। चलिए दोस्तों बिना देरी के अब आपके मन को प्रेरित करने वाली अधूरी मुलाकात शायरी शुरू करते हैं, दोस्तों सभी शायरी अंत तक ध्यान से पढ़े ताकि सभी शायरी आपको अच्छे से समझ आ सके।
105+ Dhokebaaz Shayari in Hindi
वो मुलाकात कुछ अधूरी सी लगती है, पास होकर भी कुछ दूरी सी लगती है,
होठों पर हंसी पर आंखों में नमी, पहली बार किसी की चाहत जरूरी सी लगी।
हम अकेले है तो अकेले ही सही,
लेकिन अब तुम्हारी जरुरत नहीं।
ये मुलाकात अधूरी है, दिल की बात अधूरी है,
तुम्हारे बिना कैसे काटे, तेरे बिना मेरा हर दिन हर रात अधूरी है।
सबके चेहरे पर वह बात नहीं होती थोड़े से अंधेरे से कोई रात नहीं होती,
जिंदगी में कुछ लोग बहुत प्यारे होते हैं पर क्या करें उनसे रोज़ मुलाकात नहीं होती।
जो कयामत उसने मेरे दिल पर ढाई है,
सच कहते है लोग मौत से बुरी जुदाई है।
जाने वाले से मुलाकात ना होने पाई,
दिल की दिल में ही रही, बात ना होने पाई।
अधूरी मुलाक़ात ही तो,
फिर से मिलने का वादा होता है।
चलो आज फिर हम दोनों एक साथ मुस्कुराते हैं,
मुलाकात ना सही लेकिन चाय पर याद कर लेते हैं।
दिल में छुपी है वो बात तो कर, थोड़ी ही सही कोशिश तो कर,
आजाओ कब से बैठा हूं इंतजार में, अधूरी ही सही मुलाकात तो कर।
जिनके बिना शाम नहीं गुजरती थी,
उनके बिना दिवाली भी गुजर गई।
अगर हो वक्त तो मुलाकात कीजिए दिल कुछ कहना चाहे तो बात कीजिए,
यूं तो मुश्किल है तुमसे दूर रहना, लम्हा एक मिल जाए तो हमको याद कीजिए।
बताओ अब कौन से मौसम में उनकी आस लगाए,
जब पहली बारिश में भी उनको हम याद ना आये।
तारों की रात अधूरी, तुमसे दिल की बात अधूरी,
देख ना लूं जी भर कर जब तक, तुमसे हर मुलाकात अधूरी।
मेरी नजरों को आज भी तलाश है तेरी, बिन तेरे खुशी भी उदास है मेरी,
खुदा से मांगा है तो बस इतना, मरने से पहले आपसे मुलाकात हो मेरी।
जब गीत हवाओं ने गाए तुम याद आए, जब खुशबू के बादल छाए तुम याद आए,
जब सुबहों ने रंग छलकाए तुम याद आए, जब महके शामों के साए तुम याद आए।
मेरी रूह में बसी सिर्फ तेरी चाहत है,
मिलो कभी तो बताये तुम्हें पाने की कितनी हसरत है।
दिनों पे दिन बीत गए जो मुलाकात अधूरी थी,
अधूरे ही रह गए ना आप आए ना आपकी यादें।
असर ये हुआ जब दोनों दूर होते रहे,
वो चैन से सोते रहे और हम रात भर रोते रहे।
बुरे हालातों में मुझे और परेशान ना कर,
अगर इश्क़ है तो इश्क़ कर एहसान ना कर।
याद करो वह मंदिर जहां कुछ यादें हैं अधूरी,
कभी तो पूरा करो उस मुलाकात को, दिल का हाल है अधूरा।
मोहब्बत में एक ऐसा भी मुकाम आता है,
इंसान को मौत से ज्यादा डर जुदाई का लगता है।
सितम को हम ने बेरुखी समझा, प्यार को हमने बन्दगी समझा,
तुम चाहे हमें जो भी समझो, हमने तो तुम्हें अपनी ज़िंदगी समझा।
जुदाई देने से बेहतर थी तुम हमें जहर दे देते,
तुम्हारा नाम हो जाता और हमारा काम हो जाता।
कल तुझसे बिछड़ने का फैंसला कर लिया था,
आज अपने ही दिल को रिश्वत दे रहा हूँ।
अपना तो मोहब्बत में बस यही उसूल है,
जब तू क़बूल है तो तेरा सब कुछ क़बूल है।
मुड़कर किसी को नहीं देखते अलविदा के बाद,
कई मुलाकाते बस इसी गुरुर ने खो दी।
रिश्ता हम दोनों का टुटा ही कब था,
बस तुमने ही कहीं और दिल लगा लिया है।
ज़िन्दगी तेरे बिना अब कटती नहीं है, तेरी याद मेरे दिल से मिटती नहीं है,
तुम बसे हो मेरी निगाहों में, आंखों से तेरी सूरत हटती नहीं है।
वो मन बना चुके थे दूर जाने का,
हमें लगा हमें मनाना नहीं आता।
अगर तू वजह ना पूछे तो एक बात कहूँ,
बिन तेरे अब हमसे जिया नहीं जाता।
ढाई अक्षर की बात कहने में कितनी तकलीफ़ उठा रखी है,
तूने आंखों में छिपा रखी है मैंने होंठों पे दबा रखी है।
तुझ तक जो पहुँचा दे वो राह नहीं मिलती,
मैंने हर एक मोड़ से पूछा है पता तेरा।
तेरी आहट से बदल जाता है मेरा मौसम,
रूक जाती है दुनिया तेरे इंतज़ार में।
कुछ लिख नहीं पाते, कुछ सुना नहीं पाते, हाल-ए-दिल हम ज़ुबान पर ला नहीं पाते,
वो उतर गए हैं मेरे दिल की गहराइयों में, वो समझ नहीं पाते, हम समझा नहीं पाते।
बर्फ़ सी मेरी हथेली को थोड़ी गरमाहट दे जाओ,
कि आ गया है दिसम्बर सनम तुम भी आ जाओ।
रात बिताते हैं उम्मीद की चादर में,
दिल धड़कता है तेरे आने के इंतज़ार में।
वो मुलाक़ात कुछ अधूरी सी लगी, पास हो कर भी कुछ दूरी सी लगी,
होंठों पे हंसी पर आंखों में नमी, पहली बार किसी की चाहत ज़रूरी सी लगी।
वो मिले, मिलकर चल दिए, हुई नहीं कुछ बात,
लो फिर याद आ गई वो अधूरी मुलाकात।
फिकर बता रही है कि मोहब्बत अभी जिंदा है,
फासलों से कह दो ज्यादा गुरुर ना करें।
देखा है तुम्हें इन आँखों ने हजार बार,
दिल ने मगर किया है तुम्हारे इंतज़ार मेरा।
हर दिन हुआ करती थी उनसे मुलाकात, प्यार भरी बातें और मोहब्बत का इजहार,
लेकिन आज जब नहीं है उनका साथ, तो हर समय रहता है सिर्फ उनका इंतजार।
वक्त का एहसास होता है इंतज़ार मेरा,
तुम्हारी हर सांस पे हो तेरा इज़हार मेरा।
आँखें खुली थी इंतजार मे किसीके,
लोग दफना आये हमें कोई लाश समझकर।
पास बैठे थे वो मेरे फिर भी कुछ दूरी ही रही,
हाथों में था हाथ फिर भी मुलाकात अधूरी ही रही।
तेरे इंतज़ार में जलती है ये चांदनी रातें,
ख्वाबों की दुनिया में बस एक तुम हो साथ मेरे हमेशा।
गुस्सा करोंगे तो भी बस आयेंगे तुम्हारे ही पास,
क्यूँकी तुमसे जुदा होके रहने की आदत नहीं है।
रात दिन चाँद तारे, इंतजार में हैं बीते,
वक़्त रुक जाए थोड़ा, तुझसे मिलने को जीते।
बात इतनी भी बिगड़ी नहीं थी, बात बस इतनी सी थी,
कि तुम बात ही नहीं करना चाहते थे।
यूँ तो जिंदगी बहोत आसान है,
बस तेरे बिना जीना थोडा मुश्किल है।
हैरान हूँ मैं खुद अपने सब्र का पैमाना देखकर,
उसने याद नहीं किया और मैंने इंतजार नहीं छोड़ा।
इंतजार की राह में हर पल हैं बेकरार,
जब आएगा वो साथ, ख़ुशियों से भर जाएगा आस्मान।
सारे सवाल आँखों में ही रखे रह गये,
बिछड़ने वाले ने मेरी तरफ देखा नहीं।
उनसे कुछ बात अधूरी रह गई, दिल की हर आस अधूरी रह गई,
वो मिले फिर मिलकर चल दिए, लगा कि मुलाकात अधूरी रह गई।
भीड़ में साथ चलते थे और अब खो गये,
कितने पास थे हम और अब अजनबी हो गये।
पहले तो थोडा याद भी कर लेते थे अब तो वो भी नहीं करते,
याददास चली गयी तुम्हारी या ज़रूरत नहीं रही हमारी।
उम्मीदें नहीं खत्म होती तेरे इंतज़ार में,
ज़िंदगी का हर लम्हा बेमिसाल होती है।
हम उनके काबिल नहीं इसलिए दूर रहने लगे है,
वरना तन्हाई की क्या जुर्रत थी की हमें बरबाद करती।
दो बिछड़े हुए मिल जाये,
ए मौला एक ये भी दुआ कुबूल हो जाये।
आंखों में थे आंसू जुदाई के पर दिल की बात पूरी ना हो सकी,
मिले नहीं उनसे कभी पर आखिरी मुलाकात पूरी ना हो सकी।
आ भी जाओ मेरी आँखों के रूबरू अब तुम,
ख़्वाबों में तुझे और कितना तलाशा जाए।
किसीके पास आने से ख़ुशी हो या ना हो,
लेकिन दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है।
चाहते हैं तुझे हम इंतज़ार करते हैं,
खुदा से दुआएँ मांगते हैं तेरे प्यार के लिए।
कब हमारे दिल की बात पूरी हुई है,
उनसे मिलने पर भी, हर मुलाकात अधूरी हुई है।
अक्सर हम उनकी DP और STATUS रोज देखते है,
जो हमारे दिल के करीब आ के दूर हो गए हो।
अधूरा इंतज़ार है तेरी मोहब्बत का,
तेरे आने की रातें चमकती हैं सितारों सा।
दिल में जो बातें हैं उन्हें पूरी ना कीजिए,
जब मन हो मिल लीजिए, मुलाकात को अधूरा ना कीजिए।
वो शाम का दायरा मिटने नहीं देते,
हमसे सुबह का इंतज़ार होता नहीं है।
दिल की धड़कन बहुत तेज़ हो गई है,
तेरे इंतज़ार में ज़िंदगी बहुत कम हो गई है।
तेरी उस अधूरी मुलाकात ने मुझे परेशान कर दिया,
और तुमने सोचा कि मिलकर के एहसान कर दिया।
लबों ने लबों से कुछ ना कहा और बात पूरी हो गई,
लेकिन फिर भी ऐसा लगा कि मुलाकात अधूरी हो गई।
जुदा हो के भी दोनों जी ही रहे है,
कभी दोनों कहते थे की ऐसा हो नहीं सकता।
कुछ तुम कहते कुछ हम कहते, तो ही बात पूरी है,
ना तुम कुछ कहो और ना हम, यूं तो मुलकात अधूरी है।
जिंदगी चल रही थी और चलती रहेगी,
लेकिन तेरी कमी हर पल खलती रहेगी।
छोड़ कर चले गए यूं, हमसे क्या बेरुखी थी,
मिले थे जब हमसे वो मुलाकात ही अधूरी थी।
तेरे आने की आस जलती है दिल में,
इंतज़ार में जीने की रातें बिताई हैं।
गुनाह ही किया है तो कोई सजा दे मुझे,
हर पल अब मुझसे जुदाई में तडपा नहीं जाता।
मुलाकात के वो अधूरे किस्से रह गए, जुदाई के दर्द बस मेरे हिस्से रह गए,
तुम तो मिल ही सकते थे किसी बहाने से, लेकिन तेरे सितम को हम हस्ते हस्ते सह गए।
रात गुजरी है, चाँदनी आई नहीं,
ख्वाबों में तेरे, दिल उदास सोया है।
तुझको मेरी न मुझको तेरी खबर आयेगी,
ये जिंदगी अब यूँ ही दबे पाँव गुजर जायेगी।
जुबा से कहूं तो दिल की बात पूरी नहीं होगी,
पास बैठो सुकून से तो मुलाकात अधूरी नहीं होगी।
आपका इंतज़ार है यहाँ दिल में बसा,
हर रात आपकी यादों से रंगी हैं।
आज भी उस रास्ते से नजरें नहीं हटती,
जिस रास्ते से रोज तू गुजरा करती थी।
मिलकर भी तुमने देखा नहीं, आखिर क्या थी ऐसी मजबूरी,
नाम के लिए मिलने आए थे, ये भी मुलाकात रह गई अधूरी।
दिल की बात अभी अधूरी है, तेरी मेरी मुलाकात अभी अधूरी है,
बहुत कुछ कहना है तुझसे मिलकर, तेरे बिना मेरी कायनात अधूरी है।
हर जगह अकेलेपन का एहसास है,
तुमसे दूर रहना किसी सजा से कम नहीं।
अधूरे से रह गए हैं हम, तेरी इन अधूरी मुलाकातों में,
जान निकल जाती है मेरी, तेरी इन जुदाई वाली बातों में।
अधूरी मुलाकात थी, आंसू की बरसात थी,
छोड़ दिया तूने मुझको तू मेरी कायनात थी।
Best 101+ Instagram Attitude Shayari
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 105 से भी ज्यादा अधूरी मुलाकात शायरी बताई है। इन शायरी को बहुत सारे लोग पढ़ना पसंद करते हैं जब कोई व्यक्ति बिल्कुल अकेला हो जाता है और उसको कोई धोका दे जाता है, तो Adhuri Mulakat Shayari उनके लिए बहुत ही उपयोगी है, उम्मीद करते हैं दोस्तों हमारे द्वारा लिखी गयी Adhuri Mulakat Shayari आपको बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको शायरी अच्छी लगी हो तो इसे आगे जरुर शेयर करें। धन्यवाद!