101+ Best Army Shayari in Hindi | आर्मी शायरी हिंदी में (2024)
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ Army Shayari आर्मी शायरी बताई है। दोस्तों हमारे देश के बहुत सारे ऐसे नौजवान होते हैं जिनका सपना होता है कि वह आर्मी में भर्ती होकर अपने देश की रक्षा करें। और वह अपने सपने को पूरा करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं और आर्मी की ट्रेनिंग की तैयारी करते हैं। दोस्तों जैसे कि आप जानते हैं कि आज के समय में आर्मी में भर्ती होना बहुत ही मुश्किल काम हो गया है।
आर्मी में भर्ती होने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है भी जाकर आर्मी में आप भर्ती हो पाते है। दोस्तों कुछ लोग Army Shayari आर्मी शायरी को पढ़ना पसंद करती है क्योंकि उनका सपना इंडियन आर्मी में भर्ती होना होता है। और वह चाहते हैं कि वही इंडियन आर्मी में भर्ती होकर अपने देश की रक्षा करें। तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको एक से एक से भी ज्यादा इंडियन आर्मी शायरी बताई हैं तो आईये दोस्तों जानते हैं 101 से भी ज्यादा आर्मी शायरी कौन सी है।
Best 101+ Ignore Shayari in Hindi
सीमा नहीं बना करती है कागज खींची लकीरों से,
यह घटती बढ़ती रहती है वीरों की शमशेरों से।
अनेकता में एकता भारत की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है।
वह लड़की बहुत खुशकिस्मत होती है,
जिसकी शादी फौजी के साथ होती है।
जो खतरों से लड़ता है वह खिलाड़ी होता है,
पर जो गर्दन कटने के बाद भी दुश्मन को मारे वह फौजी होता है।
बाजी लगा देंगे अपनी जान की,
जब बात चलेगी हिंदुस्तान की।
यह तो मैं तिरंगा फहरा के आऊंगा,
या फिर तिरंगे में लिपट कर आऊंगा।
इसलिए वह कुर्बान हो गया,
क्योंकि अपने देश के लोगों को जो बचाना था।
जो पूरी रात जागते हुए जरूरी नहीं कि वह आशिक हो,
कुछ देश पर मिटने वाले फौजी भी होते हैं।
वतन की मोहब्बत में खुद को तपाय बैठे हैं,
मरेंगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाए बैठे हैं।
कभी ठंड में ठुठुर कर देख लेना,
कभी तपती धूप में जल के देख लेना।
कैसे होती है हिफाज़त मुल्क की,
कभी सरहद पर जल के देख लेना।
होगी सनम के नाम पर जिंदगी तुम्हारी,
मगर वतन के नाम पर है जिंदगी हमारी।
जो अब तक ना खौला वह खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आए वह बेकार जवानी है।
जिनमें अकेले चलने की हौसले होते हैं,
एक दिन उन्हें के पीछे काफिले होते हैं।
रिवायत सी बन गई है देशभक्ति तो जनाब,
बस लोग तारीखों पर फर्ज अदा करते हैं।
हम चैन से सो पाए इसलिए ही वह सो गया,
वह भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया।
किसी नजर की खुशबू को महकता छोड़ आया हूं,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूं।
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना है भारत मां,
मैं अपनी मां की बाहों को तरसता छोड़ आया हूं।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है।
हम लहराएंगे हर जगह यह तिरंगा,
नशा यह हिंदुस्तान की शान का है।
हर वक्त मेरी आंखों में देश प्रेम का स्वपन हो,
जब कभी भी मृत्यु आए तो तिरंगा मेरा कफन हो।
और कोई ख्वाहिश नहीं जिंदगी में,
जब कभी जन्म लूँ तो भारत मेरा वतन हो।
जब आंख खुले तो धरती हिंदुस्तान की हो,
जब आंख बंद हो तो यादें हिंदुस्तान की हो।
हम मर भी जाए तो कोई गम नहीं लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिंदुस्तान की हो।
कड़कती धूप और कपकपाती ठंड में भी खड़े हैं,
ए दुश्मन हमारे इरादे पर्वत से भी बड़े हैं।
वतन से बढ़कर कोई सनम नहीं होता,
और तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता।
दुश्मनों को माफ करना भगवान का कर्तव्य है,
लेकिन उन दुश्मनों को भगवान तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है।
हमारा तिरंगा हवा से नहीं उन शहीदों की आखिरी सांस से लहराता है,
जिन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी।
जो हमारे लिए जीवन भर का रोमांच है,
वह हमारे जवानों के लिए एक दैनिक दिनचर्या है।
कभी सनम को छोड़कर देख लेना,
कभी शहीदों को याद करके देख लेना।
कोई महबूब नहीं है वतन जैसा यारो,
मेरी तरह देश से कभी इश्क करके देख लेना।
अगर अपनी मां का दूध पिया है क्यों नहीं युद्ध के मैदान में आता है,
जो छिपकर वार करें हम पर वह कायर गीदड़ कहलाता है।
चीर के बहा दूँ लहू दुश्मन के सीने का,
यही तो मजा है फौजी होकर जीने का।
मुझे तन चाहिए ना धन चाहिए,
बस अब खुशी से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिंदा रहूं इस मातृभूमि के लिए,
और जब मारूं तो तिरंगा कफन चाहिए।
तिरंगा हमारा है शान ए जिंदगी,
वफा ए जिंदगी देश के लिए मर मिटना कबूल है हमें,
अखंड भारत के स्वप्न का जुनून है हमें।
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा नहीं सकते,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका नहीं सकते।
सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा है,
वह धरती मां की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा है।
फौजी की मौत पर परिवार को दुख कम और गर्व ज्यादा होता है,
ऐसे सपूतों को जन्म देकर मां का कोख भी धन्य होता है।
कौन कहता है पहली नजर में इश्क नहीं होता,
वतन से किया था आज तक वफा निभा रहा है।
कश्मीर में सर्दी नहीं होती,
मुंबई में गर्मी नहीं होती।
हम भी घर जाकर हर त्यौहार मनाते,
अगर हमारे जिस्म में यह वर्दी नहीं होती।
जिक्र अगर हीरो का होगा,
तो नाम भारत के वीरों का होगा।
मरने के बाद भी जिसके नाम में जान है,
ऐसे जांबाज फौजी हमारे भारत की शान है।
ना सर झुका है कभी और ना जो कहेंगे कभी,
जो अपने दम पर जिए सच में जिंदगी है वही।
जिक्र अगर असली हीरो का होता है,
तो जुबान पर नाम इस देश के वीरों का होता है।
हौसला बारूद रखते हैं,
वतन के कदमों में जान मौजूद रखते हैं।
हस्ती तक मिटा दे दुश्मन की,
हम फौजी हैं फौलादी जिगर रखते हैं।
इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पर मरता है हर कोई।
कभी वतन को महबूब बना कर देखो,
तुझ पर मरेगा हर कोई।
दूध और खीर की बात करते हो हम तुम्हें कुछ भी नहीं देंगे,
कश्मीर की तरफ नजर भी उठाया तो लाहौर भी छीन लेंगे।
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुले हैं इसकी है गुलिस्तां हमारा।
जिसकी वजह से सारा देश चैन से सोता है,
वह और कोई नहीं बॉर्डर पर खड़ा फौजी होता है।
वह जिंदगी कैसी जिसमें देशभक्ति ना हो,
और वह मौत कैसे जिसमे लाश तिरंगे में लिपटी हो।
वह लड़की खुश किस्मत होती है,
जो एक फौजी की पत्नी होती है।
दूध मांगोगे तो खीर देंगे,
और बात हिंदुस्तान पर आई तो चीर देंगे।
जहां हम और तुम हिंदू मुसलमान की फर्क में लड़ रहे हैं,
कुछ लोग हम दोनों की खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं।
ना झुकने दिया तिरंगे को ना युद्ध कभी हारे हैं,
भारत माता तेरे वीरों ने दुश्मनों को चुन चुन कर मारा है।
वह दिन भी आएगा जिस दिन मिट्टी का कर्ज चुकाऊंगा,
शहीदी मिलेगी शान से और तिरंगे में लिपटकर घर आऊंगा।
जब हम तुम खोई मोहब्बत करके किस्सों में खोये थे,
सरहद पर कोई अपना वादा निभा रहा था,
और वह मां की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा था।
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे।
बची है जो एक बूंद भी लहू की,
तब तक भारत मां का आंचल नीलाम ना होने देंगे।
जिंदगी जब तुझको समझा मौत फिर क्या चीज है,
ए वतन तू ही बता तुझसे बड़ी क्या चीज है।
ख्वाब टूटे हैं मगर हौसले जिंदा है,
हम वह हैं जहां मुश्किल शर्मिंदा है।
वतन की मोहब्बत में खुद को तपाए बैठे हैं,
मरेंगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाए बैठे हैं।
वतन हमारा मिसाल है मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की।
करता है तो छिपकर हमला ये तो कायरता की निशानी है,
क्या भारत इसका जवाब ना देगा यह समझना तेरी अब नादानी है।
मेरी खुशनसीबी है मिली जिंदगी इस चमन में,
भुला ना सके कोई इसकी खुशबू सातों जनमों में।
वतन हमारा ऐसा कोई छोड़ ना पाए,
रिश्ता हमारा कोई तोड़ ना पाए।
दिल एक है हमारा और एक जान है,
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है।
मैं तिरंगा फहराकर वापस आऊंगा,
या फिर तिरंगे में लिपट कर आऊंगा,
लेकिन मैं वापस अवश्य आऊंगा।
जिगर में आंच है अब हम आग से नहीं डरते,
बांध लिए कफन अब हम कल से नहीं डरते।
ए बुज दिल ऐ नमक हराम तू ध्यान से सुन ले कि,
हम एक हिंदुस्तानी है जो किसी का उधार नहीं रखते।
फौजी हूं पागल तुझे पल में ही अपना बना लूंगा,
तुझे ख़बर भी ना होगी तुझे तुझसे ही चुरा लूंगा।
जमीन पर हमसे कोई युद्ध नहीं कर सकता,
पानी में हमारे कोई दुश्मन तैर नहीं सकता।
गगन शक्ति इस काबिल है हमारे हिंदुस्तान की कि,
आसमान की ओर कोई आंख उठा कर देख नहीं सकता।
शेर सा जिगर और गजब के शौक रखता हूं,
अपने देश के खातिर हथेली पर जान रखता हूं।
दुश्मन को गोली के निशाने पर लिए बैठा हूं,
मेरी जिंदगी को मैं मौत के मुहाने पर लिए बैठा हूं।
दफन कर दूंगा हर कोशिश मैं दुश्मन-ए-हिंद कि,
मेरे देश की दुआओं का मैं तूफान लिए बैठा हूं।
हर रोज जान देनी पड़ती है सीमा पर पहरेदारों को,
तब भी घर में बैठे-बैठे डर लगता है कुछ गद्दारों को।
चीर के बहा दूँ लहू दुश्मन के सीने का,
यही तो मजा है फौजी होकर जीने का।
सिर्फ मर्द ही क्यों औरत भी देश की शान है,
जन्म दिया उसने एक वीर जवान को उसकी जिंदगी अब देश के नाम है।
देख फौजन तुझे हर खुशी मिलेगी जो तू मुझसे कहेगी,
लेकिन इतना याद रखना मेरी पहली मोहब्बत मेरी मां ही रहेगी।
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबां पर।
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर,
कोई जो उठाएगा आंख हिंदुस्तान पर।
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर।
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर,
कोई जो उठाएगा आंख हिंदुस्तान पर।
देश मेरा जल रहा है आग लगी है सीने में,
हुक्मरां सब व्यस्त हैं खून गरीब का पीने में।
राम मंदिर बाबरी का पक्ष नहीं मैं लाया हूँ,
घायल भारत चीख रहा है चीख सुनाने आया हूँ।
चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में है,
इंकलाब की ज्वाला लिपटी मेरे बदन में है।
मौत जहां जन्नत हो यह बात मेरे वतन में है,
कुर्बानी का जज्बा जिंदा मेरे कफन में है।
खुशनसीब है वह लोग जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी बोल अमर हो जाते हैं।
करता हूं तुम्हें सलाम ए वतन पर मिटने वालों,
तुम्हारी हर सांस में बसता तिरंगे का नसीब है।
अपनी आजादी को हम हरगिज भुला नहीं सकते,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका नहीं सकते।
जो देश के लिए शहीद हुए उनको मेरा सलाम है,
अपने खून से जिसने जमीन को सींचा उन बहादुरों को सलाम है।
उनके हौसले का भुगतान क्या करेगा कोई,
उनकी शहादत का कर्ज़ देश पर उधार है।
आप और हम इसलिए खुशहाल हैं क्योंकि,
सीमा पर सैनिक सहादत को तैयार है।
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।
मैं रहूं या ना रहूं पर यह वादा है तुमसे मेरा,
कि मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा।
सीने पर जो जख्म है सब फूलों के गुच्छे हैं,
हमें पागल ही रहने दो हम पागल ही अच्छे हैं।
चलो फिर से आज वह नजारा याद कर ले,
शहीदों के दिल में थी वह ज्वाला याद कर ले।
जिसमें बहकर आ जाती पहुंची थी किनारे पर,
देशभक्ति के खून की वह धरा याद कर ले।
जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई,
पर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता।
नोटों में भी लिपटकर सोने में सिमट कर मरे हैं कई,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता।
खुशनसीब है वह जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वह लोग अमर हो जाते हैं।
करता हूं उन्हें सलाम ए वतन पर मिटने वालों,
तुम्हारी हर सांस में तिरंगे का नसीब बसता है।
ना पूछो जमाने को क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ यह है कि हम सिर्फ हिंदुस्तानी है।
काश मेरी जिंदगी में सरहद की कोई शाम आए,
मेरी जिंदगी मेरे वतन के काम आए।
ना ख्वाब है मौत का न आरजू है जन्नत की,
लेकिन जब कभी जिक्र हो शहीदों का काश मेरा भी नाम आए।
यह बात हवाओं को बताएं रखना,
रोशनी होगी बस चिरागों को जलाए रखना।
लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना।
अगर कतरा आखरी भी हो ये मेरा तो भी बहने दूंगा,
मैं रहूं या ना रहूं पर तिरंगे को ना झुकने दूंगा।
कुछ मुसाफिर भटके हुए कुछ परिंदे कैद हुए लाशें है,
दफनाई गई कुछ कि न कोई खैर कुछ के नाम शहादत है कुछ की न कोई खैर।
देख रहा है मुल्क मेरा बिक रहे हैं लोग,
विक ना जाऊं मैं कभी बस यही है खौफ।
घुट रहा है दम मेरा कह रहे हैं लोग,
बुझ ना जाए यह दिया अब बस यही है खौफ।
हिंदी है भाषा बतन भी हिंदी है,
मैं जो सोचूं वह भी हिंदी में जो लिखूं वह भी हिंदी है।
अंग्रेजी भी पूरी आती है पर मेरे मुंह से निकलती हिंदी है,
क्योंकि हिंद का रहने वाला हूं और मेरी मातृभाषा हिंदी है।
कोई छूटा हुआ भारत का टुकड़ा कश्मीर पाने की कोशिश कर रहा है,
जैसे कोई टूटा हुआ नाखून फिर हाथ पाने की कोशिश कर रहा है।
मिलते नहीं जो हक वो लिए जाते हैं,
है आजाद हम उन पर गुलाम किए जाते हैं।
उन सिपाहिया को शत-शत नमन करो,
मौत के साए में जो जिए जाते हैं।
चढ़ गए जो हंसकर सूली,
खाई जिन्होंने सीने पर गोली।
हम उनको प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश पर हम सब उनको सलाम करते हैं।
मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिंदा रहूं इस मातृभूमि के लिए,
और जब मरूं तो तिरंगा कफन चाहिए।
मरने के बाद भी जिसके नाम में जान है,
ऐसे जांबाज सैनिक हमारे भारत की शान है।
अपना घर छोड़कर सरहद को अपना ठिकाना बना लिया,
जान हथेली पर रखकर देश के हिफाजत को अपना धर्म बना लिया।
सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा है,
वह धरती मां की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा है।
हर पल हम सच्चे भारतीय बनकर देश के प्रति अपना फर्ज निभाएंगे,
जरूरत पड़ी तो लहू का एक-एक कतरा देकर इस धरती का कर्ज चुकाएंगे।
जहर पिलाकर मजहब का इन कश्मीरी परवानों को,
भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे हो नादानों को।
खुले प्रशिक्षण, खुले शास्त्र है खुली हुई शैतानी है,
सारी दुनिया जान चुकी यह हरकत पाकिस्तानी है।
वतन पर जान लुटाने का पैगाम आया है,
सरहद पार दुश्मन को हमने झुकना सिखाया है।
जो जहरीले सांपों को लपेटे वहीं पेड़ चंदन है,
जो शत्रुओं का सीना चीर दे ऐसे वीरों को बंदन है।
देश के उन वीर जवानों को सलाम जो सुरक्षा का एहसास दिलाते हैं,
जो हथेली पर रख कर जान हमारी हिफाजत का जिम्मा उठाते हैं।
नियम, कायदो और कानून का सम्मान करते हैं,
फौजी तो अपने दिल में सारा हिंदुस्तान रखते हैं।
कहनी है एक बात हमें इस वतन के पहरेदारों से,
संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से।
Best 101+ Miss You Shayari in Hindi
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 101+ Army Shayari आर्मी शायरी बताई है जो कि बहुत ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी है। और हमारे देश के और रख वालों को के लिए हमने आज के इस आर्टिकल में एक्स से भी ज्यादा शायरी बताई है जिन को अगर आप पढ़ते हैं तो आपके मन में भी अपने देश के लिए प्रेम उत्पन्न होता है। और आप भी आर्मी की तरह अपने देश की सेवा करना चाहते हैं। आप हमारे इस आर्टिकल अपने दोस्तों में भी शेयर करें ताकि वह भी आर्मी शायरी को पढ़ सके।