101+ Jai Jinendra Suvichar in Hindi | जय जिनेन्द्र सुविचार हिंदी में (2024)
स्वागत है आपका हमारी सुविचार इन वेबसाइट पर जहा हम आपके लिए रोज नए सुविचार लेकर आते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए Jai Jinendra Suvichar गुजरती में लेकर आये हैं। क्या आप भी Jai Jinendra Suvichar भाषा में जनना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आये हैं। सुविचार पढना बहुत ही अच्छी आदत है।
जीवन एक संघर्ष है जो कि टहलने के योग्य नही है जब विपरीत परिस्तिथि आती है तो आपको बचना नहीं है बल्कि आपको निश्चित रूप से कुछ उचित मात्रा में संघर्ष करना होगा। इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए Jai Jinendra Suvichar लेकर आये हैं अगर आप भी Jai Jinendra Suvichar पढना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा ;लिखे गए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
ना पैसा लगता है ना खर्च लगता है
जय जिनेंद्र बोलिए बड़ा अच्छा लगता है..!
जो भी खेत में बोते हो हर बीज अंकुरित नहीं होता
लेकिन जीवन में किए गए अच्छे कर्म का बीज हमेशा अंकुरित होता है जय जिनेंद्र..!
रहे सदा सत्संग उन्ही का ध्यान उन्ही का नित्य रहे हैं उन्ही जैसी चर्या में यह चित्त सदा अनुरक्त रहे हैं
नहीं सताऊ किसी जीव को झूठ कभी नहीं कहा करू परधन वनिता पर न लुभाऊ, संतोशामृत पीया करू..!
मनुष्य का अहंकार और मोह ही उसे बर्बाद कर देता है
उसे किसी शत्रु की जरूरत ही नहीं पड़ती जय जिनेंद्र..!
माया को चाहने वाला बिखर जाता है
और मेरे महावीर को चाहने वाला निखर जाता है जय जिनेंद्र..;!
पानी और रिश्ते एक समान ही हैं दोनों का ना रंग है ना को रूप है
फिर भी जीने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं जय जिनेंद्र..!
घड़ी की सुई अपने नियम से चलती है इसलिए सब उसका विश्वास करते हैं
आप भी अपने नियम से चलिए लोग आपका भी विश्वास करेंगे जय जिनेंद्र..!
101+पारिवारिक सुविचार इन हिंदी में
ज़िन्दगी आपकी है इसे इतनी सस्ती मत बना लेना
कि दो कोड़ी के लोग भी खेल कर चले जाएँ जय जिनेंद्र..!
बड़े सपने देखे है तो मुश्किलें भी
बड़ी पार करनी पड़ेगी जय जिनेंद्र..!
ज़िन्दगी में दोस्त ऐसे होने चाहिए जो दिल की बात ऐसे समझ जाएँ
जैसे डॉक्टर की बात मेडिकल स्टोर वाले जय जिनेंद्र..!
जिंदगी में एक नया ख़ुशी का दरवाजा खुलने वाला है
सब्र रख बस तेरा टाइम आ गया हुन मेरी बच्ची जय जिनेंद्र..!
जो यह सोच कर उठा है की कुछ करना है
अपनी जिंदगी में वही सफल होता है..!
जितना दिया चन्द्र प्रभु ने मुझको, इतनी तो मेरी औकात ना थी
ये तो कृपा है मेरे बाबा की वर्ना, मुझ में तो ऐसी कोई बात ना थी जय जिनेंद्र..!
मौन और मुस्कान दोनों का इस्तेमाल कीजिए
मौन रक्षा कवच है तो मुस्कान स्वागत द्वार जय जिनेंद्र..!
Pati Patni Ke Suvichar in Hindi
ईश्वर में आस्था है
तो उलझनों में भी रास्ता है जय जिनेंद्र..!
प्रभु, सुख देना तो बस इतना देना कि अहंकार न आ जाए
और दुख देना तो बस इतना देना की आस्था न चली जाए जय जिनेंद्र..!
अगर आपके पास स्वीकार करने की हिम्मत है और अपने
आप में सुधार करने की नीयत है तो आप कुछ भी सीख सकते हो जय जिनेंद्र..!
जीवन लंबा नहीं बल्कि
महान होना चाहिए जय जिनेंद्र..!
खुश रहिये ! मुस्कुराते रहिये और
कभी क्रोध न कीजिये जय जिनेंद्र..!
किसी का भी स्वाद बदला जा सकता है
लेकिन ज़हर को अमृत में परिवर्तित नहीं किया जा सकता जय जिनेंद्र..!
गाड़ी ठीक से सीखा नहीं मगर इतना मालूम है
कि खुशियां बांटने से बढ़ती हैं जय जिनेंद्र..!
प्रार्थना और विश्वास दोनों अदृश्य हैं परंतु दोनों में इतनी ताकत है
कि नामुमकिन को मुमकिन बना देते हैं जय जिनेंद्र..!
जो आपके नसीब में है वो आपको जरूर मिलेगा
जो आपके नसीब में नहीं है वो आकर भी चल जाएगा जय जिनेंद्र..!
यदि आप सत्ता हासिल करना चाहते हैं
तो स्वामित्व छोड़ दें और आत्मसमर्पण कर दें जय जिनेंद्र..!
एक समय में एक काम करो और इससे करते समय अपनी पूरी आत्मा तक को इस में झोंक दो
बाकी सब भूल जाओ जय जिनेंद्र..!
जिंदगी में दो लोगों का होना बहुत जरूरी है
एक कृष्ण जो ना लड़े फिर भी जीत पक्की कर दे जय जिनेंद्र..!
लोग कहते हैं पैसा रखो बुरे वक्त में काम आएगा
मैं कहता हूं ईश्वर पर यकीन रखो बुरा वक्त ही नहीं आएगा जय जिनेंद्र..!
भरोसा अगर खुद पर है तो वो आपकी ताकत है
और अगर दूसरों पर है तो वो आपकी कमजोरी जय जिनेंद्र..!
अपना इरादा नेक रखोगे
तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं जय जिनेंद्र..!
अधुरा हैं मेरा इश्क तेरे नाम के बिना
जैसे अधूरी हैं राधा श्याम के बिना जय जिनेंद्र..!
जो उम्मीद दूसरों से करते हो वो खुद से करो
और ज़िन्दगी की नई शुरुआत करो जय जिनेंद्र..!
बहुत खूबसूरत हैं मेरे ख्यालों की दुनिया
बस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही खत्म जय जिनेंद्र..!
हर सुखी होने के लिए दुखी हो रहे हैं यह मंगल है
हम दूसरों को सुखी करने के लिए दुखी हो जय जिनेंद्र..!
आओ भगवान से हम दुआ मांगे ज़िन्दगी जीने की अदा माँगे
अपनी खातिर तो बहुत माँगा है।आओ आज सबके लिए भला मांगे जय जिनेंद्र..!
कुछ भी हो मुश्कुराते रहो इस बुरे वक्त का भी बुरा वक्त आएगा
तेरी भी रात ख़त्म होगी और नया कल आएगा जय जिनेंद्र..!
इंसान अपनी आदतों का गुलाम होता है
तो आदतें भी सोच समझ के डालिये जय जिनेंद्र..!
थोड़ा काम में दिल लगा के चल, जो बची है
ज़िंदगी उसमें मुस्कुरा के चल जय जिनेंद्र..!
वक्त, ऐतेबार और इज्जत ऐसे परिंदे हैं
जो उड़ जायें तो वापस नही आते जय जिनेंद्र..!
हर दुआ कबूल हो होगी
तो शुकराना तो कर जय जिनेंद्र..!
जिन्हें याद करने से दिन अच्छा और सुबह खूबसूरत हो जाए
ऐसे कुछ ही लोग होते हैं हमारे जीवन में और वो आप हैं जय जिनेंद्र..!
मौन और मुस्कान दोनों का इस्तेमाल कीजिए
मोन सुरक्षा कवच है तो मुस्कान स्वागत द्वार जय जिनेंद्र..!
कुछ मत पूछो बदले में कुछ मत मांगो जो दो देना है वह दो
वह तो तुम तक वापस आएगा पर उसके बारे में अभी मत सोचो जय जिनेंद्र..!
या तो कबूल कर मुझे मेरी कमजोरी के साथ
या छोड़ दे मुझे तन्हाई के साथ जय जिनेंद्र..!
पतझड़ हुए बिना पेड़ों पर नए पत्ते नहीं आते
उसी तरह कठिनाइयों और संघर्ष है बिना अच्छे दिन नहीं आते..!
70+ शुभ बुधवार सुविचार हिंदी में
घड़ी की सुई अपने नियम से चलती है इसलिए सब उसका विश्वास करते हैं
आप भी अपने नियम से चलिए लोग आपका भी विश्वास करेंगे जय जिनेंद्र..!
नया दिन है, नई बात करो, कल चाहे हारे थे
आज नई शुरुआत करो जय जिनेंद्र..!
जिस व्यक्ति में सफलता के लिए आ जाओ रात में विश्वास है
वही व्यक्ति उच्च शिखर पर पहुंच सकता है जय जिनेंद्र..!
किसी का भला करके देखो, हमेशा लाभ में रहोगे किसी पर दया करके देखो
हमेशा याद में रहोगे जय जिनेंद्र..!
आसमान पे घर बनाऊं ये मेरा मकसद नहीं
तेरे चरणों की धूल ही मेरे लिए काफी है जय जिनेंद्र..!
समय पानी जैसा है आप एक ही पानी को फिर से नहीं छू सकते
एक बार जो बीत गया सो बीत गया जय जिनेंद्र..!
जो कुछ भी तुम को कमजोर बनाता है
शारीरिक बौद्धिक या मानसिक उसे जहर की तरह त्याग दो जय जिनेंद्र..!
रंग बदलती दुनिया देखी, देखा जग व्यवहार
दिल टूटा तब मन को भाया ठाकुर तेरा दरबार जय जिनेंद्र..!
ज़्यादा उड़ो मत वरना ऐसे ही
धुंए की तरह उड़ा देगा यह जय जिनेंद्र..!
कामयाब होना है तो एक बात गांठ बाँध लो, पाँव भले ही फिसल जाए
लेकिन जुबान कभी नहीं फिसलनी चाहिए जय जिनेंद्र..!
यदि आप किसी के साथ मित्रता नहीं कर सकते हैं
तो उसके साथ शत्रुता भी नहीं करना चाहिए जय जिनेंद्र..!
जब कोई विचार अनन्य रूप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है
तब वह वास्तविक भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है जय जिनेंद्र..!
जिनवाणी के सुंदर बोल लगते हैं कितने अनमोल हृदय की
खिडक़ी में मानव सदा इन्हें तू तोल जय जिनेंद्र..!
सच्चाई और अच्छाई की तलाश में चाहे पूरी दुनिया घूम लो
अगर मैं खुद में नहीं तो कहीं भी नहीं जय जिनेंद्र..!
शब्दों की शक्ति को कभी कम न आंकें क्योंकि
थोड़ी सी हां और थोड़ी सी ना जिंदगी बदल देती है जय जिनेंद्र..!
कल कब आता है मेरे दोस्त शुरूआत
तो आज से ही करनी पड़ती है जय जिनेंद्र..!
कोयल कूकेगी पर आम्र की डाली तो हो दुनिया झुमेगी पर कला निराली तो हो गमगीन
श्रोता जनों से बस इतना ही कहना है सभा सजेगी पर बात हर्ष हर्ष जय जय वाली तो हो जय जिनेंद्र..!
नस तो सेलिब्रिटी के होते है
जैन के तो चाहने वाले है जय जिनेंद्र..!
भगवन की भक्ति वह सुरक्षा कवच है
जिससे कोई भी बुरी शक्ति भेज नहीं सकती जय जिनेंद्र..!
अगर अच्छाई के लिए उपयोग किया जाए
तो यह बुराई की जड़ बन जाता है जय जिनेंद्र..!
लफ्ज् दिल से निकलते है
दिमाग से तो मतलब निकलते है जय जिनेंद्र..!
संघर्ष से आपकी क्षमता बढ़ती है
यह आपको सफलता के करीब ले जाता है जय जिनेंद्र..!
हद से ज्यादा सीधा-साधा अभी होना ठीक नहीं है
क्योंकि जंगल में सबसे पहले सीधे-साधे पेड़ों को ही काटा जाता है जय जिनेंद्र..!
मजाक जिंदगी में हो तो कोई बात नहीं
मजाक किसी की जिंदगी का हो यह बिल्कुल ना पसंद है जय जिनेंद्र..!
सच्चाई के लिए कुछ भी छोड़ देना चाहिए
पर किसी के लिए भी सच्चाई नहीं छोड़नी चाहिए जय जिनेंद्र..!
जब विचार, प्रार्थना और इरादा सब पॉजिटिव हो
तो जिंदगी अपने आप पॉजिटिव हो जाती है जय जिनेंद्र..!
वर्षावास में होती है तप की पावस फुहार भक्तजनों में खिलखिलाती है
धर्म बहार चार माह बड़े महत्त्व के होते हैं देवाणुप्रिय जिनवाणी से हो जाता है जन मन का उद्धार जय जिनेंद्र..!
ऊंची पहोच के नही लाडले
ऊँची सोच के फैन है हम जय जिनेंद्र..!
जिंदगी ऐसी ना जियो कि लोग फरियाद करें
बल्कि ऐसे जियो कि लोग तुम्हें फिर याद करें जय जिनेंद्र..!
सुख और दुख हमारे परिवार के सदस्य नहीं हैं मेहमान हैं
आएंगे कुछ दिन ठहरेगे और चले जाएंगे जय जिनेंद्र..!
कुछ काम करने से पहले हार मत मानिए नहीं
तो वह कभी भी अच्छा नहीं होगा जय जिनेंद्र..!
ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को
खत्म कर देता है जय जिनेंद्र..!
दुख पुराने समुद्र की तरह है वह अपने आप में गोता लगाता है
और फिर मोती देता है जय जिनेंद्र..!
केवल खुद का पेट भरे तो यह कोई खाना नहीं अपने खेत को हरा तो यह कोई दाना नहीं जीवन में कुछ औरों के लिए
भी करना सीखो जो पल पुण्य में बीते उससे बड़ा खजाना नहीं जय जिनेंद्र..!
सिर्फ दिखावे के लिए अच्छा मत बनो
वो परमात्मा आपको बाहर से नहीं बल्कि भीतर से जानता है जय जिनेंद्र..!
फर्क नहीं पड़ता कि आप क्या हो और कैसे दिखते हो
फर्क इससे पड़ता है कि आप क्या कर सकते हो जय जिनेंद्र..!
सफलता के रास्ते पर चलते समय हाथ थामने वाले
कम और टांग खींचने वाले ज्यादा मिलेंगे जय जिनेंद्र..!
मेरे हुए समय को ही अच्छा बनाएं अगर अच्छे समय की राह देखेंगे
तो पूरा जीवन कम पड़ जाएगा जय जिनेंद्र..!
चाँद आपके चेहरे पर कुछ यूँ साया है
की अब सुबह मुझे रास नहीं आता है जय जिनेंद्र..!
तेरे चाहने वाले कम ना होंगे
लेकिन तेरी महफिल में हम ना होंगे जय जिनेंद्र..!
मुश्किल है तो कुछ दिन रहेंगी
पर सफलता पूरी जिंदगी रहेगी जय जिनेंद्र..!
जिंदगी में कभी भी अपनी किसी हुनर पर घमंड मत करना
क्योंकि पत्थर जब पानी में गिरता है तो आपने भजन से डूब जाता है जय जिनेंद्र..!
अगर वक़्त बुरा है तो मेहनत करो और अगर अच्छा है
तो किसी की मदद करो जय जिनेंद्र..!
चांद के उदय से जग में प्रकाश होता है सूरज के उदय से फूलों का विकास होता है मन मंदिर में
आगम स्वाध्याय की धुन होती है तो आत्मा में आत्मिक सुख शांति का प्रकाश होता है जय जिनेंद्र..!
अक्कड और अभिमान एक मानसिक बीमारी है
जिसका इलाज कुदरत और समय जरुर करता है जय जिनेंद्र..!
हम नहीं कहते आप अपनी परंपरा छोड़ दो हम नहीं कहते हैं आप अपने संबंधी छोड़ दो
जब तक आत्मा की मुक्ति का प्रश्न है हम चाहते हैं आप अपने संबंध सत्संग से जोड दो जय जिनेंद्र..!
वापस आ गए है अब भोकाल मचाएंगे बेटा
जितना तूने सोच रखा है यह जैन उस से भी आगे जाएंगे जय जिनेंद्र..!
संभव की सीमा को जानने का उत्तम तरीका है
असंभव की सीमा से आगे निकल जाना जय जिनेंद्र..!
अपनी पीड़ा के लिए क्यों व्यर्थ दूसरों को फंसाता है
मत भूल कर्म ही तुझे हंसाता है कर्म ही तुझे रुलाता है जय जिनेंद्र..!
मरहम जैसे होते हैं कुछ लोग शब्द बोलते
ही हर दर्द गायब हो जाता है जय जिनेंद्र..!
आजकल आवाजों में तो हर किसी के ताकत होती है
आप अपनी विचारों को भी दो थोड़ी सी ताकत जय जिनेंद्र..!
जरा सामायिक कर ले रे बंदे जिंदगी का एक यही राज है
यो मिल ना सकेगा परमात्मा मेरी आत्मा की ये आवाज है जय जिनेंद्र..!
कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं
हम जैन है लोग हमें बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं जय जिनेंद्र..!
जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है
उसूलों पर आंच आए तो टकराना भी जरूरी है जय जिनेंद्र..!
जरूरी नहीं हर उपहार कोई वस्तु ही हो प्यार
परवाह और सम्मान भी उपहार हैं, कभी देकर तो देखिए जय जिनेंद्र..!
छलक जाती है आवाज तेज अभी समझ जाता हूं
शायद तुझे याद कर रही है जय जिनेंद्र..!
गीता में स्पष्ट लिखा है कि निराश ना हों
कमजोर आपका वक्त है आप नहीं..!
हमेशा मुस्कुराते रहिए कभी अपने लिए
तो कभी अपनों के लिए जय जिनेंद्र..!
Best 15 August Suvichar in Hindi
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको Jai Jinendra Suvichar के बारे में बतया है। उम्मीद करता हूँ आपको हमारा यह Jai Jinendra Suvichar गुजरती भाषा में सुविचार अच्छा लगा होगा। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि उन्हें भी इन सुविचार के बारे में जानकारी मिल सके।
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