Top 101+ Sher Shayari | फेमस शायरों की मशहूर शेर शायरी (2024)
दोस्तों स्वागत करते हैं आपका हमारी वेबसाइट पर। उम्मीद करते हैं आप सब ठीक होंगे। दोस्तों आज हम जिस टॉपिक के बारे में बात करेंगे वह हैं “Sher Shayari” जी हां दोस्तों आज हम आपको धमाकेदार दिल को छू जाने वाली फेमस शायरों की मशहूर शेर शायरी प्रस्तुत करेंगे। अगर आप Sher Shayari ढूंढ रहे हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े जिससे आपको सभी शेर शायरी अच्छे से समझ आ सके।
बहुत से ऐसे महान शायर है जिन्होंने अपनी शायरी की दुनिया में एक अलग ही पहचान बनाई है। उर्दू में बहुत बड़े-बड़े शायरों ने शेर शायरी की है, उन्होंने Sher Shayari के जरिए बहुत कुछ कहा है, अगर हम उन शेर पर गौर करेंगे तो उस एक शेर में बहुत बड़ी-बड़ी बातें छुपी होती है। आइए दोस्तों आज हम कुछ ऐसे ही उन महान शायरों की Sher Shayari आपको प्रस्तुत करेंगे आप शेर शायरी दिल लगाकर पढ़ें और उसका मजा ले।
Sher Shayari शुरू करने से पहले आपको बता दें कि पिछले आर्टिकल में हमने भाई शायरी प्रस्तुत की अगर आप अपने भाई से मोहब्बत करते हैं तो उन शायरी को जरूर पढ़ें। हमने नीचे लिंक दे रखा है जिस पर क्लिक करके आप भाई शायरी आसानी से पढ़ सकते हैं। चलिए दोस्तों बिना देरी किए शेर शायरी आपके लिए पेश करते हैं।
शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना,
गमों की महफिल भी कमाल की जमती है…।
ऐ सनम वस्ल की तदबीरों से क्या होता है ?
वही होता है जो मंज़ूर-ए-ख़ुदा होता है…।
जरूरी नही कुछ तोडने के लिये पथ्थर ही मारा जाए,
लहजा बदल के बोलने से भी बहोत कुछ टूट जाता है…।
भाँप ही लेंगे इशारा सर-ए-महफ़िल जो किया,
ताड़ने वाले क़यामत की नज़र रखते हैं…।
सजा कोई भी दो मगर नजर के सामने रहो,
क्योंकि तुम्हारे बिना जीने की आदत नहीं मुझे…।
ढांप रही थी खुदको आँचल से बार बार,
भला रात छुपा सकती है कभी चाँद का हुस्न…।
मुझे किसी को मानाने का हुनर नहीं आता,
मैं खुद से लड़कर उदास रहती हूँ…।
ये दरिया-ए-इश्क है, कदम जरा सोच के रखना,
इसमें उतर कर किसी को किनारा नहीं मिला…।
Best 110+ Boys Attitude Shayari
सजा कोई भी दो मगर नजर के सामने रहो,
क्योंकि तुम्हारे बिना जीने की आदत नहीं मुझे…।
पुछ कर देख अपने दिल से की हमे भुलना चहाता है क्या,
अगर उसने हा कहा तो कसम से महोब्बत करना छोङ देगे…।
चल साथ कि हसरत दिल-ए-मरहूम से निकले,
आशिक़ का जनाज़ा है, ज़रा धूम से निकले…।
कोई रूठे अगर तुमसे तो फ़ौरन मना लेना,
की अना की जंग में अक्सर जुदाई जीत जाती है…।
आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो,
मौसम हसीन है लेकिन तुम जैसा नहीं…।
शायर कहकर बदनाम न कर मुझे,
मैं तो रोज़ शाम को दिनभर का हिसाब लिखता हूँ…।
समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई,
कभी चेहरा नहीं मिलता कभी दर्पन नहीं मिलता…।
इब्तिदा ए इश्क है रोता है क्या,
आगे आगे देख होता है क्या?
सबक इस ज़िन्दगी में बस इतना ही मिला है,
धोका बस वो नहीं देता जिसे मौका नहीं मिलता…।
दिल इबादत करता था जिनकी सबसे,
वो ना जाने कैसे मौसम की तरह बदल गए…।
उसकी आँखें जो कभी शेर सुनाने लग जाएँ,
जितनी ग़ज़लें है ज़माने में ठिकाने लग जाएँ…।
ईद का दिन है, गले आज तो मिल ले ज़ालिम,
रस्म-ए-दुनिया भी है,मौक़ा भी है, दस्तूर भी है…।
तन्हाइयों का एक अलग ही सुरुर होता है,
इसमें डर नहीं होता किसी से बिछड जाने का…।
गलतफहमी की गुंजाईश नहीं सच्ची मोहब्बत में,
जहाँ किरदार हल्का हो, कहानी डूब ही जाती है…।
दुश्मनी लाख सही खत्म न कीजे रिश्ता,
दिल मिले न मिले हाथ मिलाते रहिए…।
मुझे अपनी वफादारी पे कोई शक नही होता,
मैं खून-ए-दिल मिला देता हु जब झंडा बनाता हु…।
थोड़ा मैं , थोड़ी तुम, और थोड़ी सी मोहब्बत,
बस इतना काफी है, जीने के लिये…।
तुम से मिल कर इमली मीठी लगती है,
तुम से बिछड़ कर शहद भी खारा लगता है…।
ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने,
लम्हों ने ख़ता की थी, सदियों ने सज़ा पाई…।
शब को मय ख़ूब पी, सुबह को तौबा कर ली,
रिंद के रिंद रहे हाथ से जन्नत न गई…।
मोहब्बत का दर्द भी क्या खूब होता है,
न चुभता है न दिखता है बस महसूस होता है…।
अदा कातिल बयां कातिल ज़ुबान कातिल निगाह कातिल,
तुम्हारा सिलसिला शायद किसी कातिल से मिलता है…।
रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ा हूँ,
ऐ मुश्किलों देखो मैं तुमसे कितना बड़ा हूँ…।
दिल के फफोले जल उठे सीने के दाग़ से,
इस घर को आग लग गई, घर के चराग़ से…।
इरादे बाँधता हूँ सोचता हूँ तोड़ देता हूँ,
कही ऐसा ना हो जाए कही वैसा ना हो जाए…।
अपनों के दरमियां सियासत फ़िजूल है,
मक़सद न हो कोई तो बग़ावत फ़िजूल है…।
रोज़ा, नमाज़, सदक़ा-ऐ-ख़ैरात या हो हज,
माँ बाप ना खुश हों, तो इबादत फ़िजूल है…।
इक नाम जो तेरा लिख दिया मैंने रेत पर,
उम्र भर हवा से फिर दुश्मनी रही …।
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर,
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया…।
ये कौन शख्स है, ये किस कदर अकेला है,
ये शख्स भीड़ में अक्सर दिखाई देता है…।
एक आँसू कह गया सब हाले दिल का,
मै समझती थी ये ज़ालिम बे जुबान है…।
शहर में अपने ये लैला ने मुनादी कर दी,
कोई पत्थर से न मारे मेंरे दीवाने को…।
Best 101+ Instagram Attitude Shayari
अजीब सा प्यार था उसकी उदास आँखों में,
महसूस तक न हुआ की मुलाकात आखरी है…।
अनोखी वजह है सारे जमाने से निराले हैं,
यह आशिक कौन सी बस्ती के या रब रहने वाले हैं…।
तेवर तो हम वक्त आने पर दिखायेंगे,
शहर तुम खरीद लो पर हुकूमत हम चलायेंगे…।
हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम,
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता…।
कितने मासूम होते है ये आँखों के आँसू भी,
निकलते भी उन के लिए है जिन्हे इनकी परवाह तक नहीं होती…।
उडने दो परींदो को अभी शोख हवा में,
फिर लौट के बचपन के जमाने नहीं आते…।
रात तो अपने समय पर ही होती है,
इक तेरा ख्याल है जो कभी भी आ जाता है…।
समझा है हक़ को अपने ही जानिब हर एक शख़्स,
ये चाँद उस के साथ चला जो जिधर गया…।
न रख इतना गुरूर अपने नशे में ए शराब,
तुझसे ज्यादा नशा रखती हैं आँखे किसी की…।
मुझे मजबूर करती हैं यादें तेरी वरना,
शायरी करना अब मुझे अच्छा नहीं लगता…।
Best 101+ Love Shayari Gujarati
निष्कर्ष
दोस्तों आज के लेख में हमने आपको Sher Shayari प्रस्तुत की है। दिल को छू जाने वाली मशहूर शायरों की शेर शायरी हमने आपके लिए पेश की है। उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको Sher Shayari बेहद पसंद आई होंगी। अगर आपको हमारे द्वारा लिखी गई शेर शायरी पसंद आई हो, तो इस लेख को अपने दोस्तों तक आगे जरुर शेयर करें और रोजाना ऐसे ही दिल को छू जाने वाली धमाकेदार लोकप्रिय शायरी पढ़ने के लिए जुड़े रहे हमारी वेबसाइट के साथ धन्यवाद!