Best 110+ जिंदगी का दौर शायरी | Zindagi Ka Dour Shayari (2024)
आज के इस लेख में हम आपको जिंदगी का दौर शायरी प्रस्तुत करेंगे। दोस्तों जो आज हम Zindagi Ka Dour Shayari पेश करने जा रहे हैं यह शायरी आपकी तेज रफ्तार से चलती हुई जिंदगी में बहुत ही काम आने वाली है। आजकल जिंदगी बहुत तेजी से गुजर जाती है और लोग अपनी जिंदगी को सही तरह से एंजॉय नहीं कर पाते है, तो दोस्तों निश्चित रहे आज हम आपके लिए बिल्कुल नई दिल को छू जाने वाली जिंदगी का दौर शायरी पेश करने जा रहे हैं जिन्हें पढ़कर आप शायरी का आनंद ले सकते हैं।
जीवन एक बार मिलता है लेकिन सबके जीने का तरीका अलग-अलग होता है लेकिन जो इस तेज रफ्तार से चलती हुई जिंदगी में अपने जीवन को खुशहाल बनाएं और इसका सही उपयोग करता है वही असल में कामयाब व्यक्ति होता है। Zindagi Ka Dour Shayari अगर आप पढ़ते हैं तो आप अपने इस चलते हुए जीवन का आनंद ले सकते हैं। चलिए दोस्तों बिना देरी किए शुरू करते हैं जिंदगी का दौर शायरी आप सभी शायरी अंत तक ध्यान से पढ़ें।
इस जिन्दगी को जीने की आरजू बिन तेरे है अधूरी,
तेरा साथ जो मिल जाए, मेरी जिन्दगी हो जाए पूरी।
जब नादान थे तो जिंदगी के मजे लेते थे,
समझदार हुये तो जिंदगी मजे ले रही है।
आजकल लोग अपने आप से ज्यादा मोबाइल सम्भाल के रखते है,
क्योंकि रिश्ते सारे अब इसी में कैद हो के रहने लगे है।
हम सबकी ज़िंदगी का बस एक ही फसाना है,
मिट्टी से बने है और मिट्टी में ही मिल जाना है।
ज़िंदगी बेहतर बनाने में ज़िंदगी को ही वक्त नहीं दे रहे है,
कल की परेशानी के चलते आज को जी नहीं पा रहे है।
जिंदगी में ऐसी भी कई रातें आती हैं,
ना नींद आती है न ख्वाब आते हैं।
ये ज़िंदगी की कहानी भी अजीब है,
यहाँ खुद के अलावा सभी रिश्ते सुलझे हैं।
खवाहिश ऐ ज़िन्दगी बस इतनी सी है,
साथ तुम्हारा हो और जिन्दगी कभी खत्म न हो।
सभी चेहरों पे नकाब के पहरे हैं,
के हम हैं जो सरेआम बाज़ार में यूही घूम रहे हैं।
अनजान राहों पर चल रहा था,
ज़िंदगी से मुलाकात हो गई।
मेरी जिंदगी की किताब में हर अध्याय तुम्हारा है,
कहानी तो मेरी है,हर पन्ने पे नाम तुम्हारा है।
मेरे मुकद्दर में वो है ही नहीं तो ज़िद्द किसकी करूं,
वो अब है ही नहीं ख्यालों में तो ख्वाहिश किसकी करूं।
जिंदगी के उस मोड़ पर खड़े हैं, जहाँ यह समझ नहीं आ रहा है,
हम जिंदगी के मजे ले रहे हैं, या जिंदगी हमारे मजे ले रही है।
जूझती रही, बिखरती रही, टूटती रही,
कुछ इस तरह ज़िन्दगी निखरती रही।
ज़िंदगी में किसी बुरे का चले जाना,
ज़िंदगी में किसी अच्छे के मिलने से कई बेहतर है।
अजीब तरह से गुजर रही ज़िन्दगी अपनी,
दिलों पे राज किया फिर भी मोहब्बत को तरस रहे है।
मंजिलें मुझे छोड़ गयी रास्तों ने संभाल लिया,
जिंदगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया।
ज़िंदगी का एक ही सच है,
जो अपना दिखता है सबसे ज्यादा वही पराया होता है।
उम्मीद मत छोड़ना ए जिंदगी,
कल का दिन आज से बेहतर होगा।
अगर इस दुनिया ने आपको बदला नहीं,
तो आपने ज़िंदगी ठीक से जिया नहीं।
“ज़िंदगी भी किताब सी होती है,
सब कुछ कह देती है खामोश रह के भी।
मेरी हर सांस में तू हैं,मेरी हर ख़ुशी में तू हैं,
तेरे बिन जिन्दगी कुछ नहीं क्योंकि मेरी पूरी जिन्दगी ही तू हैं।
आप भी जानते है, हम भी जानते है,
की बाकी लोग हमारे बारे में क्या जानते है।
यहाँ सब कुछ बिकता है दोस्तों, रहना जरा संभाल के,
बेचने वाले हवा भी बेच देते है, गुब्बारों में डाल के।
मैंने जिंदिगी की गाड़ी से वो साइड ग्लास ही हटा दिए,
जिसमे पीछे छूटते रस्ते और बुराई करते लोग नजर आते थे।
हमने अपनी बाज़ी इस कदर हारी,
की वो जीत के भी अफ़सोस कर रहा है।
जिंदगी इतना भी मत सीखा,
अब थोड़ा साथ भी दे दे।
मिली थी जिंदगी किसी के काम आने के लिए,
पर वक्त बीत रहा है, कागज के टुकडे कमाने के लिए।
अब किसी और से बात करने में दिल नहीं लगता,
जब से मैंने अपने आप से बात करना शुरू किया है।
ऐ गम-ए-जिंदगी न हो नाराज,
मुझको आदत है मुस्कुराने की।
ज़िन्दगी में उलझने कम नहीं हो रही है,
तो समझ लीजिये आप किसी बड़े मुकाम को हासिल करने वाले है।
ज़माना सदियों तक उसको याद रखता है,
जो सिर्फ अपने लिए नहीं जीता है।
ज़िंदगी में कुछ खत्म होना जरूरी होता है,
कुछ नया शुरू करने के लिए।
ना कहीं ठहरना है और ना किसी से मिलना है,
दुनियां में आये है तो अपने हिसाब से घूमना है और चले जाना है।
जरा सी ज़िंदगी है अरमान बहुत हैं, हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको, जो दिल के करीब है वो अनजान बहुत हैं।
101+ फादर्स डे शायरी हिंदी में
मेरी ज़िन्दगी का एक दिन और बीत गया,
अब मुझे एक नई कहानी लिखनी है, इस शाम से।
ज़िन्दगी का मामला भी अजीब है,
साहब ठोकर देकर संभालना सिखाया।
जहां अच्छाई होती है वहां बुराई भी होती है,
ऐ जिंदगी यहां हर वक्त इंसान के तजुर्बे की पढ़ाई होती है।
मंज़िल पहुंचने के बाद पता चला की,
मंज़िल से अच्छा तो सफर होता है।
ज़िंदगी के हर दर्द को सहता जा,
और अपनी मंज़िल की ओर बढ़ता जा।
जिंदगी और खुद से प्यार करो,
तभी हम जीवन को बेहतर तरीके से जी सकते है।
इस दुनियां में सब कुछ एक जैसा नहीं चलता है,
कुछ आपके खिलाफ तो कुछ आपके साथ चलता है।
जिन्दगी तू ही बता कैसे तुझसे प्यार करू,
तेरी हर एक सुबह मेरी उम्र कम कर देती है।
इतनी सी जिंदगी है,पर ख्वाब बहुत है,
जुर्म का तो पता नहीं साहब,पर इल्जाम बहुत है।
ज़िंदगी हर बेबसी पर मुस्कुराती है और कहती है की,
अगर आज खुद पर भरोसा करेगा, तो कल सब तुझ पर भरोसा करेंगे।
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए,
तेरे शहर में ज़िंदगी कहीं तो होनी चाहिए।
ज़िन्दगी की हर सुबह कुछ शर्ते ले कर आती है,
ज़िन्दगी की हर शाम कुछ तजुर्बे दे कर जाती है।
हर ख्वाब और हर ख्वाहिशें पूरी नहीं होती,
हर किसी के ज़िंदगी में आप जरुरी नहीं होते।
सब कुछ मिल जाए अगर ज़िन्दगी में तो क्या मजा,
ज़िंदगी जीने के लिए एक कमी भी जरूरी है।
जरूरतों की फिकर में आँखें जाग रही हैं,
बस इसी तरह हमारी जिन्दगी भाग रही है।
लम्हों की खुली किताब है ज़िन्दगी, ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
कुछ ज़रूरतें पूरी, कुछ ख्वाहिशें अधूरी, इन्ही सवालों के जवाब है ज़िन्दगी।
जरूरतों की फिकर में आँखें जाग रही हैं,
बस इसी तरह हमारी जिन्दगी भाग रही है।
मुझे ज़िंदगी का इतना तजुर्बा तो नही है दोस्तों,
पर लोग कहते हैं यहाँ सादगी से कटती नहीं।
कल की बात क्यों करे अगर आज सुहाना है,
हसना है और हसाना है जिंदगी का यही फसाना है।
छीन लिया कोई अपना, किसी को दर्द बेशुमार दिया,
ए जिंदगी तूने कितनों को, जीते जी ही मार दिया।
अपना हाल तक ना बताते हैं किसी शख्स को,
देख जिंदगी हम कितना मुस्कुरा रहे हैं।
चल ए ज़िन्दगी एक नई शरुआत करते हैं,
जो उम्मीद दूसरो से की थी, अब वो खुद से करते हैं।
जिंदगी सबको मौका देती है किस्मत बदलने का,
इन्सान में बस हुनर हो, सही राह पर चलने का।
ज़िन्दगी ये चाहती है कि ख़ुदकुशी कर लूँ,
मैं इस इन्तज़ार में हूँ कि कोई हादसा हो जाए।
जिंदगी ने उसे कुछ नहीं दिया, जिसने कुछ खोया नहीं,
सपने उसी के पूरे हुए हैं जो कई रातें सोया नहीं।
कभी मचलता था ये दिल और अब बहुत सुधर गया है,
जब से जिन्दगी से बुरा वक्त गुजर गया है।
एक साँस सबके हिस्से से हर पल घट जाती है,
कोई जी लेता है जिंदगी, किसी की कट जाती है।
एक दिन ये हमसे सब कुछ छीन लेती है,
बदले में बस दो ग़ज ज़मीन देती है।
खुश रहने से ही जिंदगी साकार है,
वरना यूं तो जिंदगी का हर पल बेकार है।
जिन्दगी की हर सुबह कुछ शर्ते लेकर आती है,
और जिन्दगी की हर शाम कुछ तजुर्बे देकर जाती है।
इस दुनियां में सब कुछ एक जैसा नहीं चलता,
कुछ आपके खिलाफ तो कुछ आपके साथ चलता है।
जब भी सुलझाना चाहा,ज़िंदगी के सवालों को मैंने,
हर एक सवाल में जिंदगी मेरी उलझती चली गई।
ठोकरें देकर हमें सही राह दिखाती है,
इस तरह जिंदगी जीने का पाठ सिखाती है।
मुझ से नाराज है तो छोड़ दे तन्हा मुझको,
ऐ जिंदगी मुझे रोज-रोज तमाशा न बनाया कर।
मैं अपनी ज़िन्दगी में थोड़ी सी मुसीबत चाहता हूं,
इस दुनिया की भीड़ में मेरा अपना कौन है ये मैं देखना चाहता हूं।
किसी की किस्मत बुलंद किसी की ख़राब रखती है,
ये ज़िन्दगी है साहब, सबका हिसाब रखती है।
तनहा ही करना पड़ता है जिंदगी का सफ़र,
हर साथी इक मोड़ पर साथ छोड़ जाता है।
सिर्फ सांसे चलते रहने को ही ज़िन्दगी नही कहते,
आँखों में कुछ ख़वाब और दिल में उम्मीदे होना जरूरी है।
इन्सान के सफ़र को कई मोड़ देती है,
जब थक जाती है जिंदगी तो छोड़ देती है।
दिल से जियो तो जहान है यह जिंदगी
हर रोज इंसान को नई उम्मीद देती है जिंदगी।
ज़िन्दगी कभी आसन नही होती इसे आसान करना पड़ता है,
कुछ नजर अंदाज करके कुछ को बर्दास्त करके।
मौका मिलने पर पलट देती है बाज़ी,
जिंदगी किसी की वफादार नहीं होती।
जिन्दगी के हर एक पल को खुबसूरत बनाइये,
जितना सहन करेंगे उतना मजबूत बनेंगे।
न जाने वो कैसे इंसान के मुकद्दर की किताब लिख देता है,
साँसे गिनती की देता है और ख्वाहिशे बेहिसाब लिख देता है।
न जाने जिंदगी का ये कैसा दौर है,
इंसान खामोश है और ऑनलाइन कितना शोर है।
जो मिला कोई न कोई सबक दे गया,
अपनी जिन्दगी में हर कोई गुरु निकला।
किसी का आज तो किसी का कल होगा,
मिलेगी मौत तो जिंदगी का सफ़र मुकम्मल होगा।
गुज़ार दी ये जिंदगी हमने दूसरों को खुश करते करते,
अब कुछ वक़्त चाहिए खुद के साथ बिताने के लिए।
इतनी बदसलूकी ना कर ऐ जिंदगी,
हम कौन सा यहाँ बार-बार आने वाले हैं।
न कोई बेगान, न कोई अपना है,
ये ज़िन्दगी सच्चाई नहीं बस एक सपना है।
सफर ज़िन्दगी का बहुत ही हसीन है, सभी को किसी न किसी की तालाश है,
किसी के पास मंज़िल है तो राह नहीं, और किसी के पास राह है तो मंज़िल नहीं।
इजाजत हो तो मैं तस्दीक कर लूँ तेरी जुल्फों से,
सुना है जिंदगी इक खूबसूरत दाम है साकी।
किसी के लिए दर्द भरी, किसी के लिए कमाल है,
मगर सही मायनों में जिंदगी मायाजाल है।
उनकी यादों की बूँदें बरसी जो फिर से,
जिन्दगी की मिट्टी महकने लगी हैं।
आओ मिलकर आग लगा दें इस महोब्बत को,
ताकि फिर ना तबाह हो किसी मासूम की जिन्दगी।
कुछ बातो का जवाब सिर्फ़ ख़ामोशी होती है,
यकीन मानो ये बहुत खूबसूरत जवाब होता है।
एक तम्मना थी की जिंदिगी रंग बिरंगी हो,
और दस्तूर देखिए जितने मिले गिरगिट ही मिले।
जो लम्हा साथ है उसे जी भर के जी लेना,
ये कमबख्त जिन्दगी भरोसे के काबिल नहीं है।
अपने ही घर में मेहमान बन कर आना जाना हुआ,
जब से शहर में शुरू कमाना हुआ।
क्या लिखूँ अपनी जिंदगी के बारे में,
वो लोग ही बिछड़ गए, जो जिंदगी हुआ करते थे।
निष्कर्ष
हमने आपको आज के लेख में इस जिंदगी के सफर में आनंदायक और जिंदगी को सही मायने में गुजारने का तरीका जानने के लिए जिंदगी का दौर शायरी पेश की है। उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको हमारे द्वारा लिखी गई Zindagi Ka Dour Shayari पसंद आई होगी। अगर आपको हमारे द्वारा लिखी गई दिलचस्प शायरी अच्छी लगी हो, तो इस लेख को आगे अपने दोस्तों तक जरूर शेयर करें और रोजाना ऐसे ही दिल को छू जाने वाली शायरी पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट के साथ जुड़े रहिए धन्यवाद!