105+ Gulab Shayari Status in Hindi | गुलाब शायरी हिंदी में (2024)
दोस्तों हम सभी लोगों को गुलाब शायरी (Gulab Shayari) सुनना और पढ़ना बहुत ही अच्छा लगता है और यदि हम अपने दोस्तों में होते हैं तो शायरी पढ़ने में और भी ज्यादा मजा आता है शायरी के द्वारा आप अपने के रूठे हुए दोस्तों का है दिल जीत सकते हैं और उन्हें मना सकते हैं। जब कभी हम गुलाब शायरी (Gulab Shayari) पढ़ते हैं या सुनते हैं तो हमारा मन बिल्कुल प्रशन्न हो जाता है।
शायरी के डिमांड को देखते हुए हम आज के इस लेख में गुलाब शायरी (Gulab Shayari) को लेकर आए हैं जिसे आप अपने दोस्तों में पढ़ सकते हैं और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर स्टेटस के रूप में लगा सकते हैं। हर साल 7 फरवरी को रोज डे मनाया जाता है और ज्यादातर लोग इस दिन गुलाब का फूल देकर और गुलाब शायरी (Gulab Shayari) कहकर अपने प्रेम का इजहार करते हैं।
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जाएंगे तुम्हारे बिना यह जवाब उनका था।
मैं चाहता था उसको गुलाब पेश करूं,
वह खुद गुलाब था उसको गुलाब क्या देता।
तेरे बगैर किसी और को देखा नहीं मैंने,
सूख गया तेरा गुलाब मगर फेंक नहीं मैंने।
जो मजा गुलाब में है,
वो मजा चमेली में कहां,
और जो मजा अपनी जान में है,
वह मजा उसकी सहेली में कहां।
बड़े ही नाजुक से पली हो आप,
इसलिए तो गुलाब की कली हो आप,
जिसे मिलने की बेकरारी सताए,
दिल मैं आने वाली खल-बली हो आप।
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सुनो कि अब हम गुलाब देंगे गुलाब लेंगे,
मोहब्बतों में कोई ख़सारा नहीं चलेगा।
गुलाब की पंखुड़ियों जैसे तुम्हारे होठ है,
तुम्हारे हुस्न पे सब मदहोश है,
तुम्हारे साथ सब love,
तुम्हारे बिना सब hate है।
तेरा मेरा साथ इतना पुराना हो गया,
बदलते बदलते मौसम सुहाना हो गया,
याद है वो हमारी पेहली मुलाकात,
तू मेरी दीवानी, में तेरा दीवाना हो गया।
आशिक़ों के महबूब के पैरो की धूल हूँ,
हाँ मैं एक लाल गुलाब का फूल हूँ।
बड़ी ख़ामोशी से भेजा था गुलाब उसको,
पर उसकी खुशबू ने शहर भर में तमाशा कर दिया।
सुना है अब नई दिल्ली में पुराना इश्क़ कहीं मिला नहीं करता,
गुलाब सा महकता तो है लेकिन अब शायद खिला नहीं करता।
अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको,
हम अपने इश्क़ का इज़हार करते हें,
कभी तो फैलेगी बाग़-ए-हयात में ख़ुशबू गुलाब,
खिल के फ़ज़ा को गुलाब कर देगा।
आपके होंटो पे सदा खिलते गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे, हम आपके पास चाहे रहे ना रहे,
आप जिन्हे चाहे वो सदा आपके पास रहे।
अगर तुमको खुद से प्यार है तो खुद को गुलाब दो,
अगर कुछ सपने टूट गये है तो आँखों को नया ख्वाब दो।
फूलो सा चेहरा तेरा, गुलाब से गुलाबी तेरे होठ,
हर आशिक़ तेरा नाम सुनकर ही हो जाता है मदहोश ।
तु मेरी ज़िन्दगी के बागो का गुलाब है,
में तुझे क्या गुलाब दूं,
मुझे प्यार जताना आता नहीं,
तु कहें तो हथेली पे ये दिल निकाल दूं।
गुलाब ज़र्द ही अच्छा है हमदर्द दर्द ही अच्छा है।
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का, तेरे सिवाएं मुझ पर किसी का हक़ नहीं।
ख़ुशबू सुना ही देती मोहब्बत की दास्तान,
पर कागजी गुलाब ने रुसवा नहीं किया।
फर्कतों में अजब जेसी है असैसी गुलाब जेसी भी।
लाख गुलाब लगा लो तुम अपने आंगन में,
जीवन में खुशबू तो बेटी के आने से ही होगी।
औरत मोहताज नहीं किसी गुलाब की,
वो खुद बाग़बान है इस कायनात की।
चला जा SMS गुलाब बन के,
होगी सच्ची दोस्ती तो आयेगा जवाब,
अगर ना आए तो मत होना उदास,
बस समझ लेना की मेरे लिए, वक्त नही था उसके पास।
गुलाब लाया हूं, तुझे propose करने को,
तु हां कहेंगी तो तू मेरी, और ना करेगी
तो हम ज़िन्दगी भर के लिए तेरे ही हैं।
तुझे खुश करने को , गुलाब का कत्ल कर आएं हम,
तुझसे प्यार करना ,क्या कम गुनाह था,
जो एक और गुनाह कर आएं हम।
सोच रहा था के जवाब क्या भेजू,
आप जैसे दोस्त को तूफ़ा क्या भेजू,
गुलदस्ता भेजा तो बेवकूफी होगी,
क्यूँ जो खुद गुलाब है उसे गुलाब क्या भेजू।
जिंदगी का हर ख्वाब हकीकत बन जाये,
ख़ुशी के चिरागो से जिंदगी रोशन हो जाये,
महक जाये यू जिंदगी आपकी,
कि गुलाब की खुशबू भी आपके सामने फीकी पड़ जाएगी।
ये किया हुआ के तेरे लहज़े के गुलाब,
देखते-देखते कई चेहरे बदल गये।
मेहबूब को मेहबूब ना मिला प्यार को प्यार ना मिला,
मेरे हाथो में पड़े इस गुलाब को इसका सच्चा हकदार ना मिला।
शाख़-ए-उरियाँ पर खिला इक फूल इस अंदाज़ से,
जिस तरह ताज़ा लहू चमके नई तलवार पर।
जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तूम,
मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो तूम,
लोग चाहे कुछ भी कहे लेकिन,
मेरी जिंदगी का एक सुन्दर सा गुलाब हो तूम।
गुलाब का फूल बाग़ में खिल रहा है,
कमल का फूल तालाब में तैर रहा है,
जैस्मिन का फूल चमन में महक रहा है,
और अप्रैल का फूल एडवांस में हमारा ‘sms’ पढ़ रहा है।
ज़मीन के हर ज़र्रे को आफताब कर देंगे,
गुलशन के हर फूल को गुलाब कर देंगे,
एक पल भी ना रह सकोगे हमारे बिन,
आपकी सब आदत हम इतनी ख़राब कर देंगे।
जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तूम,
मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो तूम,
लोग चाहे कुछ भी कहे लेकिन,
मेरी जिंदगी का एक सुन्दर सा गुलाब हो तूम।
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का तेरे सिवाये मुझ पर किसी का हक़ नहीं।
प्यार कि सुरुवात Rose से होती है,
मेरे रोज की सुरवात तुमसे होती है,
ख्वाब हक़ीक़त सी लगती है,
जब मेरी बाहों में तुम होती हो।
कौन सा फूल पेश करु,
कोई फूल गुलाब नहीं,
आप तो खुद एक गुलाब हैं,
जिसका कोई जवाब नहीं।
फूल खिलते रहे तुम्हारी ज़िन्दगी की राहो मैं,
हंसी चमकती रहे तुम्हारी निगाहों मैं,
कदम-कदम पर मिले खुशियाँ तुम को,
दिल देता हें यही दुआ बार-बार तुम को।
आशिक़ों के महबूब के पैरो की धुल हूँ,
हाँ मैं एक लाल गुलाब का फूल हूँ।
गुलाब की गुलाबी तुमसे है,
चांद को चांदनी तुमसे है,
वफा की वफाई तुमसे है,
मेरा हर valentine’s day सुरु तुमसे और खत्म तुमसे है।
कहाँ मिलेगी मिसाल मेरी सितमगरी की,
कि मैं गुलाबों के ज़ख़्म काँटों से सी रहा हूँ।
फूल गुल शम्स ओ क़मर सारे ही थे,
पर हमें उन में तुम्हीं भाए बहुत।
प्यार के समुन्दर में सब डूबना चाहते हैं,
प्यार में कुछ खोते हैं तो कुछ पाते हैं,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाह,
ते हैं पर हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते हैं।
ज़मीन के हर ज़र्रे को आफताब कर देंगे,
गुलशन के हर फूल को गुलाब कर देंगे,
एक पल भी ना रह सकोगे हमारे बिन,
आपकी सब आदत हम इतनी ख़राब कर देंगे।
मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाए,
जो हो बस आपके साथ ऐसी जिन्दगी बन जाए,
हम लायें लाखों मैं इक गुलाब तुम्हारे लिए,
ओर यह गुलाब मोहब्बत की शुरूआत बन जाए।
गुलाब जैसी हो, गुलाब लगती हो,
हल्का सा जो मुस्कुरा दो, तो लाजवाब लगती हो
पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है।
जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है।
एक खूबसूरत ख्वाब हो आप,
दिल को छू जाने वाले अहसास हो आप आपको क्या दें गुलाब हम,
गुलाबो में खूबसूरत गुलाब हो आप।
मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये।
नाज़ुकी उस के लब की क्या कहिए,
पंखुड़ी इक गुलाब की सी है।
गुल हो महताब हो आईना हो ख़ुर्शीद हो,
मीर अपना महबूब वही है जो अदा रखता हो।
चमन में गुल ने जो कल दावा-ए-जमाल किया,
जमाल-ए-यार ने मुँह उस का ख़ूब लाल किया।
तुम गुलाब तो नही हो, मगर समां महका दिया,
बड़े अजीब हो तुम, तुमने आईना बहका दिया।
आज रोज डे हैं सोचा की तुम्हे एक गुलाब भेजू,
लेकिन एक गुलाब से चेहरे को क्या गुलाब भेजू।
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का,
तेरे सिवाए मुझपर किसी का हक्क नहीं।
प्यार के समंदर में डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते है।
गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती हैं,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती हैं,
यूँही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार,
तू तेरी खुशियों से मेरी साँसे जी उठती हैं।
जिसको पा ना सके वो जनाब हो आप,
मेरी ज़िन्दगी का पहला खवाब हो आप,
लोग चाहे कुछ भी कहे आपको,
लेकिन मेरे लिए सुन्दर सा गुलाब हो आप।
गुलाब उसे भेजता हूँ जिससे प्यार निभा सकूँ,
चाहता हूँ उसको जिसे पा सकूँ,
दिल में आपकी जगह है बहुत खास,
सारी ख़्वाहिशें पूरी हो जाती है जब होती हो तुम पास।
अजीब खुवाहिस मैं हम खो जाये,
तेरी गोद मैं सर रख कर सो जाये,
हम पर तुम एक अहसान तो कर दो,
एक बार अपना दिल हमारे नाम तो कर दो।
उनको ये तो बताना पड़ेगा कि वो गुलाब जैसी ही खास हैं,
इसके लिए रोज डे पर शायरी कहनी होगी।
तेरी आहट से ही मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती हें,
तेरे होने का अहसास मेरी सांसें बयां कर जाती हें,
ये खूबसूरत गुलाब तेरी ही यादों का हिस्सा हें जिन्हें देख फिर से वो खुशियां जवां हो जाती हैं।
नाजुक सही पर गुलाब प्यारा है, समेट हम लाए प्यारा हमारा है,
अब सम्भालों तुम इसको गुलाब पर ही नहीं हम पर भी हक तुम्हारा है।
अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फुल बनो,
क्यों की ये फुल उस के हाथ मैं भी खुशबु छोड़ देता है,
जो इसे मसल कर फ़ेंक देता है।
मैं तोड़ लेता अगर तुम गुलाब होती,
मैं जवाब बनता अगर तुम सवाल होती,
सभी जानते हैं कि मैं नशा नहीं करता,
फिर भी पी लेता अगर तुम शराब होती।
सालों बाद न जाने क्या समां होगा,
हम सब दोस्तों मैं से न जाने कौन कहाँ होगा,
फिर मिलना हुआ तो मिलेंगे ख्बाबों मैं,
जैसे सूखे गुलाब मिलते हें किताबों मैं।
आपके होठो पर सदा खिलता गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे,
हम आपके पास चाहे रहे ना रहे,
आप जिन्हें चाहे वो सदा आपके पास रहे।
फुलो में हसीं गुलाब है,
पढ़ाई के लिए जरूरी किताब है,
दुनिया में हर सवाल का जवाब है।
बाग का हर इक गुलाब परखा़ हमने,
फिर चुना उनमें से इक गुलाब हें लाए बड़े प्यार से हैं,
जिसके लिए, वो खुद इक खूबसूरत गुलाब हैं।
प्यार के समुन्दर मैं सब डूबना चाहते हैं,
मोहब्बत मैं कुछ खोते हें तो कुछ पाते हैं,
प्यार तो इक गुलाब हें जिसे सब तोडना चाहते हैं,
हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते हैं।
इक आरज़ू सी दिल मैं अक्सर छुपाएँ फिरता हूँ,
प्यार करता हूँ तुमसे पर कहने से डरता हूँ,
नाराज़ ना हो जाना कहीं मेरी गुस्ताखी से आप,
इसलिए खामोश रह कर भी तेरी धड़कन को सुना करता हूँ।
पत्ती पत्ती गुलाब क्या होगी,
हर कली महरख्वाब क्या होगी,
जिसने देखे हो लाखो हसीं,
उसकी नियत ख़राब क्या होगी।
लबों से अपने लगा लेना, गुलाब को हमारे अपना बना लेना,
छूना इसकी प्यार की खुशबू को सांसों से अपनी, सांसों के जारी सीने में अपने उतार लेना।
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं, तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का, तेरे सिवाए मुझपर किसी का हक़ नहीं।
हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम,
ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम,
तुम जैसा हसीन न होगा इस जहाँ में,
तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम
प्यार के पत्तों से भरी किताब हो तुम रिश्तों के फूलों में गुलाब हो तुम,
कुछ लोग कहते हैं प्यार सच्चा नहीं होता उन लोगों के हर सवाल का जवाब हो तुम।
जिसको पा ना सके वो जनाब हो आप,
मेरी ज़िन्दगी का पहला खवाब हो आप,
लोग चाहे कुछ भी कहे आपको,
लेकिन मेरे लिए सुन्दर सा गुलाब हो।
जितने भी लफ़्ज़ हैं वो महकते गुलाब हैं,
लहज़े के फर्क से इनमें तलवार मत बना।
जो तेरी मोहोब्बत को पाने का पूरा मेरा ख़्वाब हो जाए,
महक जाए ये ज़िन्दगी खुदा कसम गुलाब हो जाए।
सोचता था पहले की क्या ही खूबसूरत होगा गुलाब के आगे,
पर जब आपको देखा तो गुलाब भी फीका दिखने लगा आप के आगे।
दिये तो आंधी में भी जला करते हैं,
गुलाब तो कांटों में ही खिला करते हैं,
खुशनसीब होती हैं वह शाम,
जब दोस्त आप जैसे जिंदगी में मिला करते हैं।
मेरी निगाह ए मोहब्बत का इंतिखाब हो तुम,
चमन में फूल बहुत हैं मगर गुलाब हो तुम।
गुलाब की चाहत में पूरा बाग़ छान मारा,
मगर हाथ वो ही लगा जो नसीब में था।
सिर्फ गुलाब देने से अगर मोहब्बत हो जाती,
तो माली सारे ‘शहर’ का महबूब बन जाता।
होंठ कह नहीं सकते को फसाना दिल का,
शायद नजर से वोह बात हो जाए,
इस उम्मीद में करते हैं इंतजार रात का,
कि शायद सपने में मुलाकात हो जाए।
चमन से बिछड़ा हुआ एक गुलाब हूँ,
मैं खुद अपनी तबाही का जवाब हूँ ,
निगाहें न फेरो मुझसे मेरे सनम,
मैं तेरी चाहतों में ही हुआ बर्बाद हैं।
यूँ सिमट आती हो तुम मेरी गज़ल में जैसे रहती हो मलेका किसी महल में,
उस गुलाब सी लड़की पर क्या लिखुँ शायरी हो जैसे गंगा किनारे खिलते कमल में।
फूल खिलते रहे आपकी ज़िन्दगी की राहो में,
हंसी चमकती रहे आपकी निगाहों में,
कदम कदम पर मिले खुशियाँ आपको,
दिल देता हैं यही दुआ बार बार आपको।
चेहरा आपका खिला रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप हँसते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।
Welcome Shayari 2 Line in Hindi
आए हो ज़िन्दगी में तुम बन कर मेरी रौशनी जैसे तुम्हें चाहता हूँ,
मरने वाला चाहता हैं ज़िंदगी जैसे तेरे हाथों में इतराता हैं,
गुलाब किसमत पर तेरे साथ कुछ गुनगुनाती हो फिज़ा भी जैसे।
दिन में आने लगे ख्वाब मुझे,
उसने भेजा है एक गुलाब मुझे।
लो हमारा जवाब ले जाओ,
यह महकता गुलाब ले जाओ।
गुलाब, ख्वाब, दवा, जहर, जाम क्या है,
मैं आ गया हूं बता इंतजाम क्या है।
मैं तेरा शबाब ले बैठा,
रंग गोरा गुलाब ले बैठा।
मुझे भूल जाने की कोशिश कभी कामयाब नहीं है हो सकी,
तेरी याद शाख ए गुलाब है जो हवा चली तो छलक उठी।
यह रखरखाव कभी खत्म होने वाला नहीं है,
बिछड़ते वक़्त भी तुझको गुलाब देंगे हम।
प्यार तो तुमसे किया है पर गुलाब की तारीफ हो रही है,
चमक मेरे मेहबूब की है पर खुसबू गुलाब की है।
जब देखा मैंने किताब में रखा हुआ गुलाब,
दिल में तेरी यादों की खुशबू बिखर गई।
Best 101+ हैप्पी न्यू ईयर शायरी
निष्कर्ष
दोस्तों आजका यह लेख गुलाब शायरी (Gulab Shayari) पर आधारित है उम्मीद करता हूं आपको उसे पर लिखी गुलाब शायरी (Gulab Shayari) पसंद आई होगी यदि आपको हमारी यह शायरी पसंद आई है तो आप इसको अपने दोस्तों में सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करें और स्टेटस पर जरूर लगाए ऐसी तरह की अन्य शायरी पाने के लिए जड़े रहिए “Suvichar.com” वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।